अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस-2023 की थीम और अन्य जानकारी
(International Literacy Day)
आज का दिन : 8 सितम्बर 2023
- विश्वभर में प्रतिवर्ष 8 सितम्बर को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है।
- ईरान की राजधानी तेहरान में 8 से 19 सितम्बर, 1965 तक आयोजित शिक्षा मंत्रियों के निरक्षरता उन्मूलन सम्मेलन में इस दिवस को मनाने का विचार सामने आया।
- बाद में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन यानी यूनेस्को ने नवम्बर, 1966 में पेरिस में आयोजित महासम्मेलन में प्रतिवर्ष 8 सितम्बर को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। इस प्रकार पहला अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस 1967 को मनाया गया।
- अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाने का उद्देश्य शिक्षा का जीवन में महत्व बताना और लोगों में इसके प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
- सितंबर, 2015 में वैश्विक नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र सस्टेनेबल डवलपमेंट एजेन्डा को अपनाया गया था। इसके तहत शिक्षा को सस्टेनेबल डवलपमेंट गोल 4 के तहत रखा गया है। यूनेस्को ने 2020-2025 के मध्य युवा और प्रौढ़ साक्षरता बढ़ाने के लिए विशेष रणनीति तैयार की है।
- अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस का मुख्य कार्यक्रम 8 सितंबर, 2023 को फ्रांस की राजधानी पेरिस में हाइब्रिड मोड पर आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पुरस्कार-2023 भी प्रदान किए जाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पुरस्कार
- यूनेस्को की ओर से प्रतिवर्ष दो श्रेणियों में विश्व स्तर पर कुल पांच पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
- प्रथम श्रेणी है-यूनेस्को किंग सेजोंग साक्षरता पुरस्कार
- इस श्रेणी में तीन पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं। इसकी स्थापना 1989 में की गई थी और यह पुरस्कार रिपब्लिक ऑफ कोरिया के सहयोग से प्रदान किया जाता है। वर्ष 2023 के लिए यूनेस्को किंग सेजोंग साक्षरता पुरस्कार पाकिस्तान के द हिमालयन मोबाइल स्कूल, फिनलैंड के ग्राफोगेम संगठन और दक्षिण अफ्रीका के स्नैपलिफाई को दिया गया है। इनमें पाकिस्तान का 'द हिमालयन साक्षरता नेटवर्क' एक गैर सरकारी संगठन है जो बकरवाल समुदाय में प्री-स्कूल और प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत है। फिनलैंड का ग्राफोगेम संगठन ग्राफोगेम कार्यक्रम चलाता है, जो मातृभाषा में साक्षरता फैलाने के लिए नए भाषा संस्करण विकसित कर रहा है। दक्षिण अफ्रीका की स्नैपलिफाई एक एडटेक कंपनी है, जो 'अफ्रीका ई-लाइब्रेरी प्रोजेक्ट' चलाती है। पुरस्कार के रूप में प्रत्येक संस्था को मेडल, डिप्लोमा और 20000 डॉलर दिए जाएंगे।
- द्वितीय श्रेणी-साक्षरता के लिए यूनेस्को कन्फ्यूशियस पुरस्कार
- जैसा कि इसके नाम से ही जाहिर है, यह चीन के सहयोग से प्रदान किया जाने वाला पुरस्कार है। इस श्रेणी में तीन पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। इस पुरस्कार की स्थापना 2005 में की गई। वर्ष 2023 के लिए यूनेस्को कन्फ्यूशियस पुरस्कार बांग्लादेश के एनजीओ 'फ्रेंडशिप', डोमिनिकन रिपब्लिक के डोमिनिकन रिपब्लिक एजुकेशन एंड मेंटरिंग और युगांडा के युगांडा नेशनल सेल्फ-एडवोकेसी इनिशिएटिव को प्रदान किया गया है। पुरस्कार के रूप में प्रत्येक संस्था को मेडल, डिप्लोमा और 30000 डॉलर दिए जाएंगे।
भारत में साक्षरता
भारत सरकार द्वारा 1988 में राष्ट्रीय साक्षरता अभियान शुरू किया गया। केंद्र सरकार ने वर्ष 2030 तक देश में शत-प्रतिशत साक्षरता का लक्ष्य रखा है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में साक्षरता संबंधी महत्वपूर्ण तथ्य-
- साक्षरता दर - 73.0 प्रतिशत
- पुरुष साक्षरता दर - 80.9 प्रतिशत
- महिला साक्षरता दर - 64.6 प्रतिशत
- सर्वाधिक साक्षरता वाला राज्य - केरल (94.00 प्रतिशत)
- न्यूनतम साक्षरता वाला राज्य - बिहार (61.8 प्रतिशत)
- ग्रामीण साक्षरता दर - 67.8 प्रतिशत
- शहरी साक्षरता दर - 84.1 प्रतिशत
- ग्रामीण पुरुष साक्षरता दर - 77.2 प्रतिशत
- शहरी पुरुष साक्षरता दर - 88.8 प्रतिशत
- ग्रामीण महिला साक्षरता दर - 57.9 प्रतिशत
- शहरी महिला साक्षरता दर - 79.1 प्रतिशत
*अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस-2023 का विषय/थीम*
Promoting literacy for a world in transition: Building the foundation for sustainable and peaceful societies
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