बुधवार, 1 अक्टूबर 2025

1 अक्टूबर 2025 : राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस

राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस

National Voluntary Blood Donation Day

आज का दिन : 1 अक्टूबर 2025

  • देश में सन् 1975 से 1 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस मनाया जा रहा है। 
  • राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूक करना है।
  • वर्तमान में इसे इंडियन सोसायटी ऑफ ब्लड ट्रॉसफ्यूजन एण्ड इम्यूनोहैमेटोलॉजी, राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन और भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा मनाया जाता है।
  • इंडियन सोसायटी ऑफ ब्लड ट्रॉसफ्यूजन एण्ड इम्यूनोहैमेटोलॉजी की स्थापना 22 अक्टूबर 1971 में डॉ. जे.जी.जौली और मिसीज के. स्वरुप क्रिसेन ने की।
  • विश्व स्तर पर सन् 2004 से विश्व रक्तदाता दिवस प्रतिवर्ष 14 जून को मनाया जा रहा है।
  • वर्तमान समय में जरूरतमंद रोगियों को रक्त की तत्काल जरूरत को पूरा करने के लिए स्वैच्छिक रक्तदान के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्वैच्छिक रक्तदान दिवस की अत्यधिक आवश्यकता है।
  • औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 के अनुसार रक्तदाताओं के लिए निम्न मानदंड तय किए गए हैं-रक्तदाता की उम्र 18-60 के बीच में होनी चाहिए, वजन कम से कम 45 या इससे अधिक होना चाहिए, नाड़ी दर रेंज 60 से 100/मिनट होने के साथ ही बी.पी. सामान्य हो। एचबी 12.5 ग्राम/100 एमएल और शरीर का तापमान 37.5 डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक नहीं होना चाहिये।
  • एक अध्ययन के अनुसार स्वैच्छिक रक्त दाताओं के रूप में त्रिपुरा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र सबसे आगे हैं। वर्ष 2021 के आंकड़ों के अनुसार भारत को हर साल 1.5 करोड़ यूनिट रक्त की आवश्यकता है।
आओ रक्तदान करें

1 अक्टूबर 2025 : अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस

अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस

(International Day of Older Persons)

(आज का दिन : 1 अक्टूबर 2025)

 

antarrashtriya-virdhajan-diwas-2024
अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस 2024 थीम
Ageing with Dignity: The Importance of Strengthening
Care and Support Systems for Older Persons Worldwide

  • अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस प्रतिवर्ष 1 अक्टूबर को मनाया जाता है।
  • अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस को अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस/अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस/विश्व प्रौढ़ दिवस भी कह सकते हैं।
  • पहली बार अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस सन् 1991 में मनाया गया। संयुक्त राष्ट्र ने 14 दिसंबर, 1990 को अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाने का निर्णय लिया था।
  • अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस हमें बुजुर्गों के प्रति सम्मान एवं उनके संबंध में चिंतन करने का बोध कराता है। 
  • अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस 2025 के अवसर पर मुख्य समारोह 1 अक्टूबर, 2025 को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित किया जाएगा।
  • संयुक्त राष्ट्र वर्ष 2021-2030 को Decade of Healthy Ageing यानी 'स्वस्थ वृद्धावस्था दशक' के रूप में मना रहा है।
  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से वर्ष 1999 को अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग-वर्ष के रूप में मनाया गया था।
  • भारतीय संसद भी सन् 2007 में 'माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिक भरण-पोषण विधेयक' पारित कर चुकी है।
  • संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक मामले विभाग के अनुसार वर्तमान में दुनिया में 700 मिलियन से अधिक लोग 60 वर्ष से अधिक उम्र के हैं। वर्ष 2050 तक 2 बिलियन लोग 60 वर्ष से अधिक उम्र के होंगे। यह संख्या विश्व की जनसंख्या का लगभग 20 प्रतिशत होगी।
  • संयुक्त राष्ट्र के अनुसार अगले तीन दशक में वृद्धजनों की संख्या दुगुनी होने की संभावना है यानी सन् 2050 तक यह संख्या 1.50 बिलियन होगी।  साथ ही इतनी बड़ी जनसंख्या की 80 प्रतिशत आबादी अल्प व मध्यम आय वाले देशों में निवास करेगी। 

*अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस-2025 का विषय/थीम*

Older Persons Driving Local and Global Action: Our Aspirations, Our Well-Being and Our Rights

रविवार, 28 सितंबर 2025

28 सितंबर 2025 : सूचना तक सार्वभौमिक पहुंच के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस

सूचना तक सार्वभौमिक पहुंच के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस

(International Day for Universal Access to Information)

आज का दिन : 28 सितंबर 2025

  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रतिवर्ष 28 सितंबर को 'सूचना तक सार्वभौमिक पहुंच के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस' मनाया जाता है।
  • वर्ष 2015 में आयोजित यूनेस्को के आम सम्मेलन में 28 सितंबर को 'सूचना तक सार्वभौमिक पहुंच के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस' (आईडीयूएआई) के रूप में मान्यता दी गई है। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अपने 74वें सत्र में अक्टूबर 2019 को इस दिवस को मनाने का निर्णय लिया।
  • विश्वसनीय सूचना आमजन का अधिकार है और इसी अधिकार के प्रति जागरूक करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। 
  • वर्ष 2025 में इस दिवस की थीम पर्यावरण संबंधी जानकारी तक समय पर और व्यापक पहुंच के महत्वपूर्ण महत्व पर केंद्रित है। वर्तमान में दुनिया में जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, जैव विविधता और आपदा जोखिम से जुड़े आंकड़ों की सूचनाएं लगभग सभी देशों के लिए जरूरी है। 
  • फिलीपींस की राजधानी मनीला में 29 और 30 सितंबर, 2025 को सूचना तक सार्वभौमिक पहुंच पर वैश्विक सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। 
  • संयुक्त राष्ट्र ने सतत विकास के वर्ष 2030 के एजेंडा के लक्ष्यों में सूचना तक पहुंच को मौलिक मानव अधिकारों में शामिल किया है।

भारत में 'सूचना का अधिकार'

  • सूचना का अधिकार, जो आरटीआई के रूप में आम बोलचाल में आ गया है, भारतीय नागरिकों को प्राप्त एक संवैधानिक अधिकार है। भारत सरकार की ओर से 15 जून, 2005 को सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 को अधिनियमित किया गया। चूंकि यह 12 अक्टूबर, 2005 को सम्पूर्ण धाराओं के साथ लागू किया गया था, इसलिए इस दिन देश में 'सूचना अधिकार दिवस' मनाया जाता है। सूचना के अधिकार को कुछ मामलों में तो बाध्यकारी बनाया गया है। इस अधिनियम का उद्देश्य प्रशासन की जवाबदेही तय करते हुए नागरिकों को सशक्त बनाना है, ताकि लोकतंत्र में उनकी भागीदारी सुनिश्चित हो सके।

*सूचना तक सार्वभौमिक पहुंच के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस-2025 का विषय/थीम*

Ensuring Access to Environmental Information in the Digital Age

28 सितंबर 2025 : विश्व रेबीज दिवस

विश्व रेबीज दिवस

(World Rabies Day)

आज का दिन : 28 सितंबर 2025

  • प्रतिवर्ष 28 सितंबर को विश्व रेबीज दिवस मनाया जाता है। 
  • प्रथम विश्व रेबीज दिवस 28 सितंबर, 2007 को मनाया गया था।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और ग्लोबल अलायंस फॉर रेबीज कंट्रोल की ओर से यह दिवस मनाया जाता है। रेबीज के प्रथम टीके की खोज करने वाले फ्रांसीसी माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. लुई पाश्चर की पुण्यतिथि 28 सिंतबर को यह दिवस मनाया जाता है। डॉ. पाश्चर ने 1885 में रेबीज के टीके का सफल परीक्षण किया था।
  • विश्व रेबीज दिवस मनाने का उद्देश्य इस घातक बीमारी के बारे में जागरुकता फैलाने एवं इसकी रोकथाम के प्रयासों को बढ़ावा देना है।
  • रेबीज जानवरों से फैलने वाली एक जूनोटिक बीमारी है। रेबीज एक वायरल संक्रमण है और इसके सामान्य वाहक कुत्ते, बिल्ली, बंदर जैसे जानवर हैं। इन जानवरों के काटने या खरोंचने के कारण रेबीज हो सकती है।
  • रेबीज वायरस के कारण दुनिया भर में हर साल हजारों मौतें होती हैं। डब्ल्यूएचओ ने वर्ष 2030 तक इस बीमारी को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है।
  • वर्ष 2007 में ही ग्लोबल अलायंस फॉर रेबीज कंट्रोल की स्थापना की गई थी। इसका मुख्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका के कंसास में है। 

भारत में राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण कार्यक्रम (एनआरसीपी)

  • भारत सरकार की ओर से देश में राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण कार्यक्रम (एनआरसीपी) चलाया हुआ है। देश में 90 प्रतिशत मामलों में कुत्तों के काटने से रेबीज होती है। भारत में इसका इलाज राष्ट्रीय एकीकृत स्वास्थ्य पशु जन्य रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत किया जाता है। इसके तहत रोगियों को रेबीज-रोधी टीका और रेबीज-रोधी सीरम उपलब्ध करवाई जाती है। इस बीमारी से बचाव के लिए पालतू जानवरों का टीकाकरण किया जाना आवश्यक है।


*विश्व रेबीज दिवस-2025 का विषय/थीम*

Act Now: You, Me, Community

शनिवार, 27 सितंबर 2025

27 सितंबर 2025 : विश्व पर्यटन दिवस

विश्व पर्यटन दिवस-2025 की थीम व अन्य महत्वपूर्ण जानकारी

(World Tourism Day)

आज का दिन : 27 सितंबर 2025

  • प्रतिवर्ष 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है।
  • संयुक्त राष्ट्र के विश्व पर्यटन संगठन द्वारा 1980 से प्रतिवर्ष 27 सितंबर को 'विश्व पर्यटन दिवस' मनाया जा रहा है। 
  • सन् 1970 में 27 सितंबर को विश्व पर्यटन संगठन का संविधान स्वीकार किया गया था। इसीलिए इस दिन विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है।
  • संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ) द्वारा हर वर्ष एक राष्ट्र को मेजबान राष्ट्र घोषित किया जाता है। विश्व पर्यटन दिवस-2025 की मेजबानी किसी भी देश को नहीं सौंपी गई है। भारत ने वर्ष 2019 के विश्व पर्यटन दिवस की मेजबानी की थी।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम

  • विश्व पर्यटन दिवस पर विश्व के लगभग सभी देशों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक, सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। कई राज्यों में राष्ट्रीय स्मारकों व पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों को नि:शुल्क प्रवेश दिया जाता है।
  • भारत में सितंबर 2002 में 'अतुल्य भारत' नाम से अभियान शुरू किया गया था।  यह अपने किस्म का पहला प्रयास था, जिसने देश में पर्यटन को बढ़ावा दिया।
  • दुनिया में भारत का स्थान शीर्ष पांच पर्यटक स्थलों में आता है। विश्व पर्यटन संगठन और वर्ल्ड टूरिज्म एण्ड ट्रैवल काउन्सिल सहित पर्यटन क्षेत्र की कई संस्थाओं भारतीय पर्यटन को सबसे ज्यादा तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र के रूप में बताया है।

ग्लासगो घोषणा पत्र

  • स्कॉटलैंड के ग्लासगो में नवंबर 2021 में हुए संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP26) में पर्यटन क्षेत्र के लिए ग्लोसगो घोषणा पत्र जारी किया गया था। इसे 'पर्यटन में जलवायु कार्रवाई पर ग्लोसगो घोषणा पत्र' (Glasgow Declartion : Climate Action in Tourism) कहा जाता है। इस घोषणा पत्र के अनुसार अगले दशक में पर्यटन में कार्बन उत्सर्जन को कम से कम 50 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य रखा गया। साथ ही वर्ष 2050 से पहले नेट जीरो हासिल करने की प्रतिबद्धता जताई गई है।

*विश्व पर्यटन दिवस-2025 का विषय/थीम*

Tourism and sustainable transformation


मंगलवार, 23 सितंबर 2025

23 सितंबर 2025 : अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस

 आज का दिन : 23 सितंबर 2025

अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस

(International Day of Sign Languages)

  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रतिवर्ष 23 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस मनाया जाता है।
  • यह दिन सांकेतिक भाषा यानी साइन लैंग्वेज को प्रचारित-प्रसारित करने तथा उनके प्रति जागरुक करने के लिए मनाया जाता है।
  • 23 सितंबर, 1951 को वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ द डेफ की स्थापना हुई थी। इसीलिए इस दिन यह दिवस मनाया जाता है। यह दिवस पहली बार वर्ष 2018 में मनाया गया।
  • वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ द डेफ की ओर से सभी देशों की सरकारों और लोगों का आह्वान किया है कि 23 सितंबर, 2025 को सांकेतिक भाषाओं के समर्थन में सभी सार्वजनिक स्थानों, सरकारी भवनों, हॉल्स, स्टेडियम आदि को नीली रोशनी से जगमग करें। नीले प्रकाश के इस आयोजन का उद्देश्य दुनिया को एकजुट करना है।
  • वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ द डेफ के अनुसार दुनिया में 70 मिलियन लोग बधिर हैं। इनमें से 80 प्रतिशत विकसित देशों में रहते हैं।
  • विश्व में लगभग 300 अलग-अलग सांकेतिक भाषाएं प्रचलन में हैं।


*अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस-2025 का विषय/थीम*

No Human Rights Without Sign Language Rights

सोमवार, 22 सितंबर 2025

22 सितंबर 2025 : विश्व गैंडा दिवस

 आज का दिन : 22 सितंबर 2025

विश्व गैंडा दिवस

(World Rhino Day)

vishav-gainda-diwas-2024
  • प्रतिवर्ष 22 सितंबर को विश्व गैंडा दिवस मनाया जाता है।
  • विश्व राइनो दिवस मनाने की पहल 2010 में वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर (WWF) दक्षिण अफ्रीका की ओर से की गई थी।
  • दुनिया में सफेद, काले, एक सींग वाले गैंडे पाए जाते हैं। गैंडे को इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) की रेड लिस्ट में लुप्त होती प्रजाति के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
  • आईयूसीएन की रेड लिस्ट में गैंडे की पांचों प्रजातियों को शामिल किया गया है।  ये हैं- 1. व्हाइट राइनो, 2. ब्लैक राइनो, 3. एक सींग वाले गैंडे, 4. जावा राइनो और 5. सुमात्रन राइनो। इनमें से व्हाइट और ब्लैक गैंडा अफ्रीका में और बाकी तीनों मुख्यत: एशिया में पाए जाते हैं।
  • एक सींग वाला गैंडा दुनिया की सबसे बड़ी राइनो प्रजाति है। यह सबसे अधिक भारत में पाया जाता है।
  • एक सींग वाला गैंडा भारतीय प्रदेश असम का राज्य पशु है। वर्तमान में इसकी अधिकतर आबादी असम के काजीरंगा नेशनल पार्क में है।
  • हाल ही के आंकड़ों के अनुसार दुनिया में करीब 3000 एक सींग वाले गैंडें हैं। अकेले असम में ही इनकी संख्या 2800 से अधिक है।
  • असम में गैंडों के संरक्षण के लिए 6 क्षेत्र चिह्नित हैं। ये हैं-काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, लाओखोवा वन्यजीव अभयारण्य, बुराचपेरी वन्यजीव अभयाण्य, ओरंग राष्ट्रीय उद्यान, पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य और मानस राष्ट्रीय उद्यान हैं।
  • सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी इंडियन ऑयल ने वर्ष 2021 में एक सींग वाले गैंडे को अपना शुभंकर बनाया था। कंपनी भारत में गैंडों के संरक्षण में जुटी है।

 

रविवार, 21 सितंबर 2025

21 सितंबर 2025 : अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस

अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस

International Day of Peace

आज का दिन : 21 सितंबर 2025

  • प्रतिवर्ष 21 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस मनाया जाता है।
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सन् 2002 से प्रतिवर्ष 21 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस मनाने का निर्णय लिया था।
  • अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस मनाने का उद्देश्य धरती पर शांति स्थापित करना है। लोगों को अहिंसा और शांति की ओर मोडऩे के लिए अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस मनाया जाता है।
  • वर्ष 1982 से शुरू होकर 2001 तक सितंबर महीने का तीसरा मंगलवार 'अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस' या 'विश्व शांति दिवस' के लिए चुना जाता था।
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 7 सितंबर, 2001 को प्रस्ताव 55/282 के तहत सन् 2002 से प्रतिवर्ष 21 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस मनाने का निर्णय लिया था।
  • 16 सितंबर, 2022 को ही संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के पीस गार्डन में यूएन महासचिव एंतोनियो गुतेरस और महासभा के 77वें सत्र के अध्यक्ष क्साबा कॉरोसी ने पीस बेल को बजाकर इस दिवस को मनाया था।
  • 21 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र की लगभग सभी संस्थाएं, गैर सरकारी संगठन व दुनिया भर की सरकारें अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस को मनाती हैं।
  • 'अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस' पर सम्पूर्ण विश्व में जगह-जगह सफेद रंग के कबूतरों को उड़ाया जाता है। शांति के प्रतीक सफेद कबूतर उड़ाने की यह परम्परा बहुत पुरानी है।
  • दुनिया भर में  शांति का संदेश पहुंचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने कला, साहित्य, सिनेमा, संगीत और खेल जगत की प्रसिद्ध हस्तियों को शांतिदूत भी नियुक्त किया हुआ है।
  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से सन् 2019 से 2028 के दशक को 'नेल्सन मंडेला शांति दशक' के रूप में मनाया जा रहा है।

*अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस-2024 का विषय/थीम*

Act Now for a Peaceful World

बुधवार, 17 सितंबर 2025

17 सितंबर 2025 : विश्व रोगी सुरक्षा दिवस

 आज का दिन : 17 सितंबर 2025

विश्व रोगी सुरक्षा दिवस

(World Patient Safety Day)

  • प्रतिवर्ष 17 सितंबर को विश्व रोगी सुरक्षा दिवस मनाया जाता है।
  • मई 2019 में विश्व स्वास्थ्य सगंठन ने रोगी सुरक्षा पर ध्यान देने के लिए प्रतिवर्ष 17 सितंबर को 'विश्व रोगी सुरक्षा दिवस' मनाने का प्रस्ताव पारित किया।
  • विश्व रोगी सुरक्षा दिवस को मनाने का उद्देश्य विश्व में रोगियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए इसके प्रति जागरूकता पैदा करना है।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है कि जब कोई व्यक्ति किसी रोग से पीडि़त हो जाता है तो उसे स्वास्थ्यकर्ताओं से चर्चा, जांच, परीक्षण आदि से गुजरना होता है। इस दौरान गलती किसी भी स्तर पर हो सकती है और इसके गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं, इसलिए रोगी की सुरक्षा महत्वपूर्ण है। इसीलिए यह दिवस मनाया जाता है।
  • वर्ष 2025 में विश्व रोगी सुरक्षा दिवस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से Patient safety from the start! स्लोगन दिया गया है।
  • भारत सरकार की ओर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से 'रोगी कल्याण सप्ताह' मनाया जाता है।
  • लोगों को रोगी सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए विश्व रोगी सुरक्षा दिवस पर प्रसिद्ध भवनों, ऐतिहासिक स्मारकों आदि को नारंगी (ओरेंज) रोशनी से प्रकाशित किया जाता है।


*विश्व रोगी सुरक्षा दिवस-2025 का विषय/थीम*

 Safe care for every newborn and every child

मंगलवार, 16 सितंबर 2025

16 सितंबर 2025 : अंतरराष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस

अंतरराष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस
International Day for the Preservation of the Ozone Layer

आज का दिन : 16 सितंबर 2025


  • प्रतिवर्ष 16 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस मनाया जाता है।
  • 23 जनवरी 1995 को संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा में प्रतिवर्ष 16 सितंबर को 'अंतरराष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस' मनाने का प्रस्ताव पारित किया गया। तब से प्रतिवर्ष सम्पूर्ण विश्व में 16 सितंबर को 'अंतरराष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस' मनाया जा रहा है। इसे विश्व ओजोन दिवस भी कहा जाता है।
  • ओजोन परत सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों और रेडियो विकिरण को पृथ्वी पर आने से रोकती है।
  • बढ़ते औद्योगीकरण के परिणामस्वरूप वायुमंडल में कुछ ऐसे रसायनों की मात्रा बढ़ गई है, जिनके दुष्प्रभाव से ओजोन परत को खतरा उत्पन्न हो गया है। इसी खतरे के प्रति सम्पूर्ण विश्व को जागरुक करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है।
  • सन् 1985 में हुई वियना संधि (कन्वेंशन) को 2025 में 40 साल हो गए हैं। दुनिया के देशों ने ओजोन परत को सुरक्षित रखने के लिए इस संधि को अपनाया था।

ओजोन छिद्र

  • सितंबर 2006 तक अन्टार्कटिका के ऊपर ओजोन की परत में 40 प्रतिशत की कमी पाई गई थी, जिसे ओजोन छिद्र का नाम दिया गया था।
  • नेशनल ओशीएनिक एंड एटमॉसफेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) पृथ्वी पर लगे उपकरणों और गुब्बारों के जरिए ओजोन परत में वार्षिक होने वाले छिद्र को मापता है।
  • अंटार्कटिका के ऊपर हर साल सितंबर मध्य में ओजोन परत में छिद्र बनता है। उसके बाद अक्टूबर तक उसका दायरा सिमटता जाता है।
  • वर्ष 2017 में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और नेशनल ओशीएनिक एंड एटमॉसफेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) ने संयुक्त रूप से जांच में पाया कि ओजोन परत को वर्ष 2017 में पिछले तीस वर्षों में सबसे कम नुकसान पहुंचा। वर्ष 2017 में ओजोन परत में छेद 1988 के बाद सबसे छोटा रहा है।
  • मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल एक अंतरराष्ट्रीय संधि है। इसके तहत ओजोन परत को संरक्षित करने के लिए चरणबद्ध तरीके से उन पदार्थों को उत्सर्जन रोकना है जो ओजोन परत को नुकसान पहुंचाते हैं। यह संधि 1 जनवरी 1989 में प्रभावी हुई। इसे 196 देशों द्वारा मान्यता दी गई है। मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन होने पर सन् 2050 तक ओजोन परत ठीक होने की उम्मीद है। 
  • भारत 19 जून, 1992 को मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल का एक पक्षकार बना और तब से अब तक इसके तहत जितने भी लक्ष्य तय किए गए, वे सभी भारत ने सफलतापूर्वक पूरे किए हैं।
  • मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के तहत ओजोन परत को नुकसान पहुंचाने वाले 96 रसायनों पर नियंत्रण लगाया गया है।
  • भारत को मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के तहत चार प्रमुख रसायनों क्लोरोफ्लोरा कार्बन, सीटीसी, हेलेन्स और हाइड्रो क्लोरो फ्लोरो कार्बन को इस्तेमाल से बाहर करना था। इसके तहत भारत ने सन् 2003 के प्रारंभ में हेलेन्स को इस्तेमाल से बाहर किया। इसके बाद 1 अगस्त, 2008 तक सीएफसी यानी क्लोरा फ्लोरा कार्बन का इस्तेमाल बंद किया। सीटीसी का इस्तेमाल 2009 में बंद कर दिया गया। अब हाइड्रो क्लोरो फ्लोरो कार्बन को इस्तेमाल से बाहर करने की प्रक्रिया जारी है।
  • विश्व समुदाय ने ओजोन के क्षरण, जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता जैसी चुनौतियों से पार पाने में विकासशील देशों की मदद करने के लिए 'वैश्विक पर्यावरण सुविधा' (जीईएफ) की स्थापना की थी। यह परिवर्तनशील अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों में ओजोन के क्षरण के लिए जिम्मेदार पदार्थों को इस्तेमाल से बाहर करने की परियोजनाओं और क्रियाकलापों को बढ़ावा देती है।
  • किगाली संशोधन : 15 अक्टूबर, 2016 को रवांडा के किगाली में मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पक्षकारों की 28वीं बैठक में मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के तहत हाइड्रो क्लोरो फ्लोरो कार्बन (एचएफसी) कटौती के लिए एक और संशोधन को स्वीकार किया गया, जिसे किगाली संशोधन के नाम से जाना जाता है। भारत ने अगस्त, 2021 में किगाली संशोधन को स्वीकार किया। भारत 2032 से 4 चरणों में एचएफसी के अपने चरण को 2032 में 10 प्रतिशत, 2037 में 20 प्रतिशत, 2042 में 30 प्रतिशत और 2047 में 80 प्रतिशत की संचयी कमी के साथ पूरा करेगा।

ये होती है ओजोन गैस और ओजोन परत

  • ओजोन एक हल्के नीले रंग की गैस होती है। ओजोन परत सामान्यत: धरातल से 10 किलोमीटर से 50 किलोमीटर की ऊंचाई के बीच पाई जाती है। यह गैस सूर्य से निकलने वाली पराबैंगनी किरणों के लिए एक अच्छे फिल्टर का काम करती है।
  • ओज़ोन परत (Ozone Layer) धरातल से 20-30 किलोमीटर की ऊंचाई पर वायुमण्डल के समताप मण्डल क्षेत्र में ओजोन गैस का एक झीना-सा आवरण है। ओजोन परत सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों को पृथ्वी पर आने से रोकती है।
  • यदि सूर्य से आने वाली सभी पराबैंगनी किरणें पृथ्वी पर पहुंच जाएं तो सभी प्राणी रोग (कैंसर) से पीडि़त हो जाएं। परन्तु सूर्य विकिरण के साथ आने वाली पराबैंगनी किरणों का लगभग 99 प्रतिशत भाग ओजोन मण्डल द्वारा सोख लिया जाता है। जिससे पृथ्वी पर रहने वाले प्राणी वनस्पति तीव्र ताप व विकिरण से सुरक्षित बचे हुए हैं। इसीलिए ओजोन मण्डल या ओजोन परत को सुरक्षा कवच कहते हैं।
  • ओजोन परत को क्लोरो फ्लोरो कार्बन (सीएफ.सी), क्लोरीन एवं नाइट्रस ऑक्साइड जैसे रसायनों से नुकसान पहुंच रहा है। ये ओजोन गैस को ऑक्सीजन में विघटित कर देते हैं, जिसकी वजह से ओजोन परत पतली हो जाती है और उसमें छिद्र हो जाता है। एक अध्ययन के अनुसार ओजोन परत में छिद्र का आकार यूरोपीय महाद्वीप के आकार के बराबर हो गया है।
  • ओजोन परत को नुकसान पहुंचाने वाला यौगिक 'क्लोरा फ्लोरा कार्बन' (सीएफसी) क्लोरीन, फ्लोरीन तथा कार्बन का यौगिक है। यह रेफ्रिजेरेशन उद्योग में प्रमुख रूप से प्रयुक्त होता है।
  • *ओजोन परत संरक्षण दिवस-2025 का विषय/थीम*
    From science to global action

रविवार, 14 सितंबर 2025

14 सितम्बर 2025 : हिंदी दिवस

हिंदी दिवस

  •  प्रतिवर्ष 14 सितंबर को देश में हिंदी दिवस मनाया जाता है।
  • 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को भारत संघ की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था। हिन्दी के प्रचार-प्रसार में जुटी वर्धा स्थित राष्ट्र भाषा प्रचार समिति ने 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाने का अनुरोध किया था। इसके बाद 14 सितंबर, 1953 से सम्पूर्ण देश में हिंदी दिवस मनाया जाने लगा।
  • सरकारी कार्यालयों में इस दिवस के आस-पास हिंदी पखवाड़ा मनाया जाता है।
  • वहीं देश में प्रतिवर्ष 14 से 20 सितंबर तक 'राष्ट्रीय हिन्दी सप्ताह' मनाया जाता है।
  • 14 सितंबर, 2024 को केंद्रीय गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग की ओर से मुख्य हिंदी दिवस समारोह का आयोजन नई दिल्ली के भारत मंडपम् में किया गया था। साथ ही यहीं पर 14-15 सितंबर को चतुर्थ अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का आयोजन भी किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने किया। अमित शाह वर्तमान यानी 2025 में संसदीय राजभाषा समिति के अध्यक्ष भी हैं।
  • भारतीय संविधान के भाग 17 के अध्याय की धारा 343 (1) में हिन्दी को राजभाषा बनाए जाने के संदर्भ में लिखा है, "संघ की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी। संघ के राजकीय प्रयोजनों के लिए प्रयोग होने वाले अंकों का रूप अंतरराष्ट्रीय रूप होगा।"
  • हिन्दी दिवस के मौके पर कई कार्यक्रमों का आयोजन होता है। स्कूलों, कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों में निबंध प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगता, कविता पाठ, नाटक, और प्रदर्शनियों का आयोजन होता है।

राजभाषा कीर्ति पुरस्कार और राजभाषा गौरव पुरस्कार -2023-2024

केंद्र सरकार के राजभाषा विभाग की ओर से प्रतिवर्ष राजभाषा कीर्ति पुरस्कार और राजभाषा गौरव पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। वर्ष 2023-24 के राजभाषा पुरस्कार इस प्रकार हैें-
मंत्रालय/विभाग
300 से कम कार्मिक वाले मंत्रालय/विभाग

प्रथम - प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग
द्वितीय - नागर विमानन मंत्रालय
तृतीय - संस्कृति मंत्रालय

300 से अधिक कार्मिक वाले मंत्रालय/विभाग
प्रथम - परमाणु ऊर्जा विभाग
द्वितीय - अंतरिक्ष विभाग
तृतीय - रेल मंत्रालय

सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (केवल मुख्यालय को)
'क' क्षेत्र
प्रथम - टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड
द्वितीय - गेल (इंडिया) लिमिटेड
तृतीय - भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड
'ख' क्षेत्र
प्रथम - भारतीय निर्यात ऋण गारंटी निगम लिमिटेड
द्वितीय - भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड
तृतीय - हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड
'ग' क्षेत्र
प्रथम - हिन्दुस्तान एरोानॉटिक्स लिमिटेड, बेंगलूरू
द्वितीय - एनएमडीसी लिमिटेड
तृतीय - कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड

भारत सरकार के बोर्ड/स्वायत्त निकाय/ट्रस्ट/सोसाइटी आदि (केवल मुख्यालय को)
'क' क्षेत्र
प्रथम - केंद्रीय विद्यालय संगठन, नई दिल्ली
द्वितीय - राष्ट्रीय पादप जीनोम अनुसंधान संस्थान
तृतीय - तेल उद्योग विकास बोर्ड, नोएडा
'ख' क्षेत्र
प्रथम - राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड, आणंद
द्वितीय - केंद्रीय नमक व समुद्री रसायन अनुसंधान संस्थान
तृतीय - रा.रा.पो. आयुर्वेद कैंसर अनुसंधान संस्थान, मुंबई
'ग' क्षेत्र
प्रथम - भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण
द्वितीय - केन्द्रीय रेशम बोर्ड, बेंगलूरू
तृतीय - समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण, कोच्चि

राष्ट्रीयकृत बैंक/वित्तीय संस्थान (केवल मुख्यालय को)
800 से कम कार्मिक वाले
प्रथम - इंडियन ओवरसीज बैंक
द्वितीय - यूको बैंक
तृतीय - इंडियन बैंक
800 से अधिक कार्मिक वाले
प्रथम - बैंक ऑफ बड़ौदा
द्वितीय - पंजाब नेशनल बैंक
तृतीय - बैंक ऑफ इंडिया

गृह पत्रिकाओं के लिए राजभाषा कीर्ति पुरस्कार योजना वर्ष 2023-24
'क' क्षेत्र के लिए
प्रथम - पीएनबी प्रतिभा, पंजाब नेशनल बैंक, प्रधान कार्यालय, द्वारका दिल्ली
द्वितीय - रक्षा अनुसंधान भारती, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन, नई दिल्ली
'ख' क्षेत्र के लिए
प्रथम - अभिव्यक्ति, अंतरिक्ष उपयोग केंद्र, अहमदाबाद
द्वितीय - महाबैंक प्रगति, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, प्रधान कार्यालय, पुणे
'ग' क्षेत्र के लिए
प्रथम - केनरा ज्योति, केनरा बैंक, प्रधान कार्यालय बेंगलूरू
द्वितीय - कॉफी सम्वाद, कॉफी बोर्ड, मुख्य कार्यालय, बेंगलूरू

राजभाषा गौरव पुरस्कार वर्ष 2023
श्रेणी-1 : भारत के नागरिकों के लिए हिंदी में ज्ञान-विज्ञान मौलिक पुस्तक लेखन हेतु राजभाषा गौरव पुरस्कार योजना 2023

प्रथम- पुस्तक - विज्ञान और ब्रह्माण्ड (इतिहास तथा आधुनिक अवधारणा), गिरीश चन्द्र जोशी
द्वितीय- पुस्तक - स्वलीनता (ऑटिज्म), डॉ. वासंती रामचन्द्रन
तृतीय- पुस्तक - हथकरघा: स्वदेशी तकनीक और विकास की श्रेष्ठ परम्परा, अमीन हिरेनभाई नवीनभाई

श्रेणी-2 : पुलिस अनुसंधान, अपराध शास्त्र और पुलिस प्रशासन, न्यायालयी विज्ञान आदि में मौलिक पुस्तक लेखन हेतु राजभाषा गौरव पुरस्कार योजना 2023
प्रथम- पुस्तक - नक्सलवाद आकाश-कुसुम या यथार्थ?, राजेश प्रताप सिंह

श्रेणी-3 : संस्कृति, धर्म, कला, धरोहर आदि में मौलिक पुस्तक लेखन हेतु राजभाषा गौरव पुरस्कार योजना 2023
प्रथम- पुस्तक- आधुनिक कला आन्दोलन (विश्वकला की आधुनिक यात्रा: 1400-1965), ज्योतिष जोशी
द्वितीय- पुस्तक- भारत में कुंभ, धनंजय चोपड़ा

श्रेणी-4 : विधि के क्षेत्र में मौलिक पुस्तक लेखन हेतु राजबाषा गौरव पुरस्कार योजना 2023
प्रथम- सूचना का अधिकार एक सरल अध्ययन, डॉ. बसंती लाल बाबेल
द्वितीय- माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरणपोषण तथा कल्याण अधिनियम, 2007, ज्ञानवती धाकड़

नराकास राजभाषा सम्मान-2023-24
राष्ट्रीय स्तर पर राजभाषा हिंदी के कार्यान्लय में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समितियों को 'नराकास राजभाषा सम्मान' प्रदान किया जाए। वर्ष 2023-24 के लिए क, ख और ग क्षेत्रों में निम्नलिखित समितियों को सम्मानित किया जाएगा-
'क' क्षेत्र (समिति और नराकास कोड)
प्रथम - नराकास इंदौर (बैंक)
द्वितीय - नराकास दिल्ली-2 उपक्रम
तृतीय - नराकास मउ नाथ भंजन (का.)

'ख' क्षेत्र (समिति और नराकास कोड)
प्रथम - नराकास नवी मुंबई (का.)
द्वितीय - नराकास नागपुर (बैंक)
तृतीय - नराकास वडोदरा (बैंक)

'ग' क्षेत्र (समिति और नराकास कोड)
प्रथम - नराकास हैदराबाद (उपक्रम)
द्वितीय - नराकास गुवाहाटी (बैंक)
तृतीय - नराकास मदुरै (का.)

हिन्दी संबंधी अन्य महत्वपूर्ण तथ्यात्मक जानकारी

  • वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार देश में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में हिंदी प्रथम स्थान पर है।
  • वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार हिंदी को मातृभाषा बताने वाले लोगों की संख्या 43.63 प्रतिशत रही यानी 52,83,47,193 लोगों की मातृभाषा हिंदी है। दूसरे स्थान पर बांग्ला (8.3 प्रतिशत) और तीसरे स्थान पर मराठी (7.09 प्रतिशत) है।
  • वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार संस्कृत को अपनी मातृभाषा बताने वाले 24,821 लोग रहे। बोलने वालों की संख्या के लिहाज से यह सबसे कम बोली जाने वाली भाषा है।
  • वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार गैर सूचीबद्ध भाषाओं में अंग्रेजी को करीब 2.6 लाख लोगों ने मातृभाषा बताया।
  • प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में आयोजित हुआ था। इसीलिए 10 जनवरी को प्रतिवर्ष विश्व हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है। सन् 2006 से 'विश्व हिंदी दिवस' प्रतिवर्ष 10 जनवरी को मनाया जा रहा है।

शुक्रवार, 12 सितंबर 2025

12 सितंबर 2025 : दक्षिण-दक्षिण सहयोग के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस

दक्षिण-दक्षिण सहयोग के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस

(International Day for South-South Cooperation)

आज का दिन : 12 सितंबर 2025
 
  • सयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रतिवर्ष 12 सितंबर को दक्षिण-दक्षिण सहयोग के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है। इसे दक्षिण-दक्षिण सहयोग दिवस भी कहा जाता है।
  • दक्षिण-दक्षिण सहयोग एक अंतरराष्ट्रीय विकास कार्यक्रम है, जिसमें उन विकासशील देशों के बीच सहयोग की बात की जाती है जो आपसी उन्नति और विकास की दिशा में काम कर रहे हैं।
  • इसका मुख्य उद्देश्य दक्षिणी हेमिस्फियर (आफ्रिका, एशिया, और लैटिन अमेरिका) के देशों के बीच तकनीकी और वित्तीय सहायता के माध्यम से उनके विकास को बढ़ावा देना है।
  • 80वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा से पहले दक्षिण-दक्षिण सहयोग के लिए संयुक्त राष्ट्र दिवस की 22वीं उच्च स्तरीय समिति सत्र के निर्णयों के आधार पर दक्षिण-दक्षिण और त्रिकोणीय सहयोग में प्रगति के लिए संयुक्त राष्ष्ट्र मुख्यालय में 12 सितंबर, 2025 को मुख्य आयोजन किया जाएगा।

*दक्षिण-दक्षिण सहयोग के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस-2025 का विषय/थीम*
New Opportunities and Innovation through South-South and Triangular Cooperation

शुक्रवार, 5 सितंबर 2025

5 सितम्बर, 2025 : शिक्षक दिवस

शिक्षक दिवस
Teacher's Day

आज का दिन : 5 सितम्बर, 2025

 


  • देश में प्रतिवर्ष 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
  • भारत में सन् 1962 से प्रतिवर्ष 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है। शिक्षक दिवस देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती और उनकी स्मृति के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
  • गुरु के महत्व को उजागर करने वाला यह दिवस सम्पूर्ण देश में एक पर्व की तरह मनाया जाता है, जो शिक्षकों का मान-सम्मान बढ़ाता है।
  • ज्ञान देने वाला, जिन्दगी जीना सिखाने वाला, जीवन जीने का मार्ग दिखाने वाला ही गुरु, शिक्षक, आचार्य, अध्यापक या टीचर होता है। 

देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन

  • आदर्श शिक्षक के रूप में याद किए जाने वाले भारत के द्वितीय राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर, 1888 को तमिलनाडु के तिरुतनी ग्राम में हुआ था। उनके पिता सर्वपल्ली वीरास्वामी राजस्व विभाग में काम करते थे। इनकी माता का नाम सीतम्मा था।
  • 13 मई, 1962 को डॉ. राधाकृष्णन देश के दूसरे राष्ट्रपति बने।
  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से 'विश्व शिक्षक दिवस'  5 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिवस सन् 1994 से ही सम्पूर्ण विश्व में मनाया जा रहा है।
  • सनातन परंपरा में गुरु के प्रति आदर-सम्मान और अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को 'गुरु पूर्णिमा' का पर्व मनाया जाता है। कहा भी गया है-
  • गुरु ब्रह्मा, गुरु विष्णु गुरु देवो महेश्वर
  • गुरु साक्षात् परमं ब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नम:
  • अर्थात- गुरु ही ब्रह्मा है, गुरु ही विष्णु है और गुरु ही भगवान शंकर है। गुरु ही साक्षात परब्रह्म है। ऐसे गुरु को मैं प्रणाम करता हूं।

राष्ट्रीय पुरस्कार

  • शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार देने की योजना 1958 में शुरू की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य शिक्षकों की प्रतिष्ठा को बढ़ाना और प्राथमिक, मध्यम और माध्यमिक विद्यालयों में काम कर रहे मेधावी शिक्षकों को सार्वजनिक मान्यता देना है। शिक्षकों को पुरस्कार के लिए तीन अलग-अलग स्तरों पर चुना जाता है। पहले जिला चयन समिति द्वारा उम्मीदवारों की जांच की जाती है. जिला समिति द्वारा चुने गए प्रत्याशियों के नाम एक राज्य चयन समिति को भेजे जाते हैं, जो स्वतंत्र राष्ट्रीय ज्यूरी को अपनी सिफारिशें भेजती है।  इसके लिए हर साल 5 सितंबर यानी शिक्षक दिवस के दिन भारत के राष्ट्रपति द्वारा शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार दिया जाता है।

राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2024 सूची (National Awards to Teachers 2021)

  • राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2024 से सम्मानित वाले स्कूली शिक्षा के 50 शिक्षकों की राज्यवार सूची इस प्रकार हैं- 
क्रम संख्याआवेदक का नामपदनामस्कूल का नाम और पताराज्य/संघ राज्य क्षेत्र
1.अविनाश शर्माव्याख्याताजीएमएसएसएसएस एनआईटी 3 फरीदाबादहरियाणा
2.सुनील कुमारव्याख्याताजीएसएसएस खडग़टहिमाचल प्रदेश
3.पंकज कुमार गोयलशिक्षकजीएसएसएस गल्र्स बरनालापंजाब
4.राजिंदर सिंहशिक्षकराजकीय प्राथमिक विद्यालय, कोठे इंदर सिंह वालेपंजाब
5.बलजिंदर सिंह बराड़उप प्रधानाचार्यराजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय 4 जेजेराजस्थान
6.हुकम चंद चौधरीशिक्षकराजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बीएसएफ बीकानेरराजस्थान
7.कुसुम लता गरियाकार्यवाहक मुख्य अध्यापकराजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय वीणाउत्तराखंड
8.चंद्रलेखा दामोदर मिस्त्रीशिक्षकसत्यवती सोइरू एंगल हायर सेकेंडरी स्कूल, माशेम लोलिएमगोवा
9.चंद्रेश कुमार भोलाशंकर बोरीसागरकार्यवाहक मुख्य अध्यापकनवी बधाड़ा (बढ़ापारा) प्राथमिक विद्यालय, बधड़ागुजरात
10.विनय शशिकांत पटेलप्रधानाचार्यआर.एफ. पटेल हाई स्कूल, वडाडलागुजरात
11.माधव प्रसाद पटेलशिक्षकराजकीय मध्य विद्यालय लिधौरामध्य प्रदेश
12.सुनीता गोधाशिक्षकसरकारी. हाई स्कूल, खजुरिया सारंगमध्य प्रदेश
13.के.शारदाशिक्षकराजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय खेड़ामाराछत्तीसगढ़
14.नरसिम्हा मूर्ति एच केशिक्षकडैफोडिल्स इंग्लिश स्कूल, संजयनगर-19कर्नाटक
15.द्विती चंद्र साहूशिक्षकराजकीय उच्च विद्यालय बिल्लेसूओडिशा
16.संतोष कुमार करशिक्षकजया दुर्गा हाई स्कूल, नारला रोडओडिशा
17.आशीष कुमार रॉयशिक्षकश्री नारा सिंह विद्यापीठ, अथराखाईपश्चिम बंगाल
18.प्रशांत कुमार मारिकमुख्य अध्यापकशालबागान जी एस एफ पी स्कूल, 1 नं. गुरदहापश्चिम बंगाल
19.डॉ. उरफाना अमीनमास्टरबीएचएसएस सौराजम्मू और कश्मीर
20.रविकांत द्विवेदीमुख्य अध्यापकप्राथमिक विद्यालय भगेसरउत्तर प्रदेश
21.श्याम प्रकाश मौर्यशिक्षकउच्च प्राथमिक विद्यालय मल्हूपुरउत्तर प्रदेश
22.डॉ. मीनाक्षी कुमारीशिक्षकशिव गंगा गल्र्स प्लस 2 उच्च विद्यालय,मधुबनीबिहार
23.सिकंदर कुमार सुमनकार्यवाहक मुख्य अध्यापकन्यू प्राथमिक विद्यालय तरहानीबिहार
24.के सुमाशिक्षकजीएमएस दुगनाबादअंडमान एंड निकोबार द्वीपसमूह
25.सुनीता गुप्ताव्याख्याताजवाहर नवोदय विद्यालय, धमनगांवमध्य प्रदेश
26.चारु शर्माप्रधानाचार्यडॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय विद्यालय, नई दिल्लीदिल्ली
27.अशोक सेनगुप्ताशिक्षकपीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय नंबर 1 जलाहल्ली पश्चिम, कम्मागोंडाना हल्लीकर्नाटक
28.एच एन गिरीशव्याख्यातागवर्नमेंट पीयू कॉलेज फॉर गर्ल्स एनएन 0045 हुनसूर मैसूर कर्नाटक
29.नारायणस्वामी आरमुख्य अध्यापकगवर्नमेंट हाई स्कूल बशेट्टीहल्लीकर्नाटक
30.ज्योति पंकाशिक्षकपीएम श्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, लोंगडिंगअरुणाचल प्रदेश
31.लेफिजो एपोनशिक्षकजीएचएसएस दीमापुर, यूनाइटेड कॉलोनी वार्ड-20नागालैंड
32नंदिता चोंगथमशिक्षकसगोलबंद ऋषिकुल उच्च प्राथमिक विद्यालय, सगोलबंदमणिपुर
33.यांकिला लामाशिक्षकमॉडर्न सीनियर सेकेंडरी स्कूल, अरिथांगसिक्किम
34.जोसेफ वनलालह्रुइया सेलोव्याख्यातासिनॉड हायर सेकेंडरी स्कूल, तुइथियांग वेंग आइजोलमिजोरम
35.एवरलास्टिंग पाइनग्रोपप्रधानाचार्यमाइनकेन क्रिश्चियन हायर सेकेंडरी स्कूल, भोइरीमबोंगमेघालय
36.डॉ. नानी गोपाल देबनाथशिक्षकनेता जी सुभाष विद्यानिकेतन, नेता जी चौमुहानीत्रिपुरा
37.दीपेन खनिकरशिक्षकची चिया बोकुलोनी गल्र्स हाई स्कूल, नंबर 3असम
38.डॉ. आशा रानीपोस्ट ग्रैजुएट टीचरप्लस 2 उच्च विद्यालय चंदनकियारी बोकारोझारखंड
39.जिनु जॉर्जशिक्षकएसडीवीबीएचएसएस, आलप्पुझाकेरल
40.के शिवप्रसादशिक्षकवीपीएयूपीएस कुन्दुरकुन्नु, तचनट्टुकाराकेरल
41.मिड्डे श्रीनिवास रावशिक्षकएस.पी.एस.म्युनिसिपल हाई स्कूल प्लस, गुडिवाडाआंध्र प्रदेश
42.सुरेश कुनातीशिक्षकजेडपी उच्च विद्यालय उरंदूरआंध्र प्रदेश
43.प्रभाकर रेड्डी पेसाराशिक्षकजेडपीएसएस तिरुमलयपालेमतेलंगाना
44.थादुरी संपत कुमारशिक्षकजेडपीएचएस दमन्नापेटतेलंगाना
45.पल्लवी शर्माप्रधानाचार्यममता मॉडर्न सीनियर सेकेंडरी स्कूल विकासपुरीदिल्ली
46.चारु मैनीप्रधानाचार्यडीएवी पब्लिक स्कूल सेक्टर 48-49, गुरुग्रामहरियाणा
47.गोपीनाथ आरशिक्षकपंचायत यूनियन मिडिल स्कूल - राजकुप्पमतमिलनाडु
48.मुरलीधरन रमिया सेथुरमनवोकेशनल टीचरटीवीएस हायर सेकेंडरी स्कूल, मदुरैतमिलनाडु
49.मंतैया चिन्नी बेडकेशिक्षकजेड पी अपर प्राइमरी डिजिटल स्कूल जाजवंडीमहाराष्ट्र
50.सागर चितरंजन बागड़ेशिक्षकएसओयू एस.एम. लोहिया हाईस्कूल और जूनियर कॉलेज कोल्हापुरमहाराष्ट्र

शनिवार, 30 अगस्त 2025

30 अगस्त 2025 : राष्ट्रीय लघु उद्योग दिवस

आज का दिन : 30 अगस्त 2025

राष्ट्रीय लघु उद्योग दिवस

(National Small Industry Day)

rashtriya-laghu-udyog-diwas
  • प्रतिवर्ष 30 अगस्त को राष्ट्रीय लघु उद्योग दिवस मनाया जाता है।
  • अगस्त, 2000 में केन्द्र सरकार द्वारा लघु उद्योगों के लिए एक व्यापक नीति तैयार की गई थी। इसके बाद लघु उद्योग मंत्रालय द्वारा प्रतिवर्ष 30 अगस्त को लघु उद्योग दिवस मनाने का निर्णय लिया गया।
  • इस दिवस को मनाने का उद्देश्य देश के छोटे व्यवसायों के महत्व और योगदान को पहचानना और उनको बढ़ावा देना है।
  • एक विकासशील देश के आर्थिक विकास में लघु उद्योग बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लघु उद्योग को वर्तमान में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) कहा जाता है। एमएसएमई देश के अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। यह देश में सबसे बड़ा रोजगार पैदा करने वाला माध्यम है। भारत सरकार के अनुसार देश में लगभग 6.3 करोड़ से अधिक एमएसएमई हैं।
  • वर्तमान में देश में लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम मंत्रालय (Ministry of Micro, Small & Medium Enterprises) कार्यरत है। वर्तमान यानी 2025 में जीतन राम मांझी केंद्रीय एमएसएमई मंत्री हैं।



शनिवार, 23 अगस्त 2025

23 अगस्त 2025 : राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस

 आज का दिन : 23 अगस्त 2025

राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस

(National Space Day)

आर्यभट्ट से गगनयान: प्राचीन ज्ञान से अनंत संभावनाएँ
(Aryabhatta to Gaganyaan: Ancient Wisdom to Infinite Possibilities)

  • दूसरा राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस (National Space Day) 23 अगस्त, 2024 को मनाया जा रहा है।
  • 23 अगस्त, 2023 को भारत चंद्रमा पर उतरने वाला चौथा और चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर उतरने वाला पहला देश बना था, इस ऐतिहासिक उपलब्धि को महत्व प्रदान करने के लिए भारत सरकार ने इस दिन को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में घोषित किया था।
  • प्रतिवर्ष 23 अगस्त को 'राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस' मनाने की अधिसूचना भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग की ओर से 13 अक्टूबर, 2023 को जारी की गई।
  • राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस-2025 के अवसर पर राष्ट्रीय भेंट 2.0 की विषय/थीम विकसित भारत 2047 के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोगों का लाभ उठाना। (Leveraging Space Technology and Applications for Viksit Bharat 2047.) रखी है।

भारत का मिशन चंद्रयान

  • चन्द्रयान-1: चन्द्रमा के लिए भारत का प्रथम अभियान चन्द्रयान-1 वर्ष 2008 में 22 अक्टूबर को लॉन्च किया गया। इस मिशन का उद्देश्य चांद पर पानी की खोज करना था। 29 अगस्त, 2009 को इससे सम्पर्क टूट गया था।
  • चन्द्रयान-2: भारत ने चन्द्रमा के लिए अपने मिशन को आगे बढ़ाते हुए चन्द्रयान-2 को 22 जुलाई, 2019 को लॉन्च किया था। इसरो ने इस अभियान में स्वदेशी ऑर्बिटर, लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान भेजा था। यह मिशन चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव के लिए था। हालांकि जब लैंडर विक्रम दक्षिणी ध्रुव पर उतर रहा था तब उसका संपर्क टूट गया। बाद में नासा और इसरो दोनों ने इसका मलबा दक्षिणी ध्रुव पर खोज निकाला था। यह अभियान 80 प्रतिशत तक सफल रहा था।
  • चन्द्रयान-3: इसरो ने 14 जुलाई, 2023 को देश का तीसरा चन्द्रमा मिशन चन्द्रयान-3 आंध्र-प्रदेश के श्रीहरिकोटा से सफलतापूर्वक लॉन्च किया। चन्द्रयान-3 निर्धारित 41 दिनों की यात्रा के बाद 23 अगस्त को चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा। इसी के साथ भारत चंद्रमा पर उतरने वाला चौथा देश बना। इस उपलब्धि के साथ भारत चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में उतरने वाला दुनिया का पहला देश बना। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चन्द्रयान-3 के विक्रम लैंडर की सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग हुई और प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा की सतह पर भ्रमण किया। विक्रम लैंडर ने जिस स्थान पर लैंड किया था, उसे शिव शक्ति पॉइंट नाम दिया गया।


*राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस-2025 का विषय/थीम*

आर्यभट्ट से गगनयान: प्राचीन ज्ञान से अनंत संभावनाएँ
(Aryabhatta to Gaganyaan: Ancient Wisdom to Infinite Possibilities)