आज का दिन : 10 अगस्त, 2019
विश्व जैव ईंधन दिवस
(World Biofuel Day)
- दुनिया में हरित ईंधन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिवर्ष 10 अगस्त को विश्व जैव ईंधन दिवस मनाया जाता है।
- इतिहास में जाएं तो डीजल इंजन के आविष्कारक सर रुडाल्फ डीजल ने 10 अगस्त 1893 को पहली बार पीनट ऑयल यानी मूंगफली तेल से मेकेनिकल इंजन को सफलतापूर्वक दौड़ाया था। इसी दिन की स्मृति में विश्व जैव ईंधन दिवस मनाया जाता है।
- विश्व जैव ईंधन दिवस मनाने का उद्देश्य पांरपरिक जीवाश्म ईंधनों के विकल्प के रूप में गैर-जीवाश्म ईंधनों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
- बायोफ्यूल यानी फसलों से निकला ईंधन या कूड़े-कचरे से निकला ईंधन। वर्ष 2014 में केंद्र सरकार ने पेट्रोल में इथेनॉल को मिलाने का प्रोग्राम शुरू किया। इथेनॉल को पेट्रोल के साथ मिक्स करने से पिछले वर्ष देश को लगभग 4 हजार करोड़ रुपये के बराबर की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है। अब सरकार का लक्ष्य अगले चार वर्ष में ये बचत करीब 12 हजार करोड़ रुपए तक पहुंचाना है। 'जैव ईंधन पर राष्ट्रीय नीति 2018' में वर्ष 2030 तक हाई स्पीड डीजल में 5 प्रतिशत जैव डीजल (बायोडीजल) को मिश्रित करने के लक्ष्य की परिकल्पना की गई है।
- 30 अप्रेल, 2019 को भारत सरकार की अधिसूचना के बाद राजस्थान देश में जैव ईंधन नीति लागू करने वाला पहला राज्य बना है। राज्य के उपमुख्यमंत्री ने विश्व जैव ईंधन से एक दिन पूर्व 'राज्य जैव ईंधन नियम-2019' जारी किए।
- जैव ईंधन कार्यक्रम भारत सरकार की 'मेक इन इंडिया', स्वच्छ भारत और किसानों की आमदनी बढ़ाने से जुड़ी पहलों के पूरक के तौर पर भी है। वर्ष 2014 से लेकर अब तक जैव ईंधनों का उत्पादन बढ़ाने एवं इन्हें मिश्रित करने के लिए अनेक पहल की गई हैं।
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