आज का दिन : 17 अक्टूबर, 2019
विश्व आघात दिवस
World Trauma Day
- विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से यह दिवस सन् 2000 से मनाया जा रहा है। यह दिवस जीवन को सबसे नाज़ुक क्षणों के दौरान बचाने और सुरक्षा के महत्व पर ध्यान केंद्रित करने तथा आघात से होने वाली मृत्यु से बचने की तैयारी एवं महत्वपूर्ण उपायों को अपनाने के लिए मनाया जाता है।
- किसी भी तरह की शारीरिक एवं मानसिक चोट 'आघात' है। इनमें प्राकृतिक दुर्घटनाएं, सड़क हादसे, आग, प्राकृतिक या मानव निर्मित आपदाएं और हिंसक कृत्य तथा कमजोर आबादी 'महिलाओं, बच्चों एवं बुजुर्गों' के खिलाफ होने वाले अपराध आदि हो सकते हैं।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार ट्रोमा यानी आघात के अधिकांश मामले सड़क दुर्घटनाओं के कारण होते हैं। विश्वभर में मृत्यु एवं विकलांगता का प्रमुख कारण आघात है।
- एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में भी हर साल 10 लाख लोग मस्तिष्क आघात (हैड इंजरी) के शिकार होते हैं।
बचाव के लिए क्या करें?
- सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें।
- वाहन चलाते समय चेतावनी संकेतों एवं यातायात संकेतों पर विशेष ध्यान दें।
- दुपहिया वाहन की सवारी करते हुए हमेशा हेलमेट पहनें।
- जब आप सड़क पर हों, तब आप ध्यान भटकाने वाली गतिविधियों जैसे कि मोबाइल फोन एवं ऊंची आवाज में संगीत सुनने से बचें।
- निरंतर लंबी यात्रा करने पर ड्राइविंग से छोटा-सा अवकाश अवश्य लें।
- अपने बच्चों को बिजली के स्विच व तार, धारदार वस्तुओं एवं दवाओं से दूर रखें।
- अपने घर एवं वाहन में प्राथमिक चिकित्सा किट अवश्य रखें।
- यह सुनिश्चित करें, कि आपकी सीढिय़ां, खिड़कियां, बालकनियां एवं छतें गिरने से सुरक्षित हों।
- जीवन को सहयोग करने वाली आधारभूत तकनीक और घायलों की सहायता करना सीखें।
- दुर्घटना होने पर आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर पर तुरंत कॉल करें तथा जल्द से जल्द पर्याप्त सहायता प्राप्त करें। यह याद रखें, कि घायल व्यक्ति के लिए हर क्षण महत्वपूर्ण होता है। यह बेहद महत्वपूर्ण है कि घायल व्यक्ति को एक घंटे के भीतर चिकित्सा देखभाल प्राप्त हो।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें