रविवार, 1 दिसंबर 2019

1 दिसंबर, 2019 : विश्व एड्स दिवस

आज का दिन : 1 दिसंबर, 2019

विश्व एड्स दिवस

(World AIDS Day)

  • सन् 1988 से दुनिया भर में विश्व एड्स दिवस प्रतिवर्ष 1 दिसंबर को मनाया जा रहा है।
  • विश्व एड्स दिवस मनाने का उद्देश्य इस खतरनाक बीमारी के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाना और एड्स से जुड़े मिथ दूर करना है।
  • विश्व एड्स दिवस मनाने की शुरुआत विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर ने अगस्त, 1987 में की थी। ये दोनों डब्ल्यूएचओ में एड्स पर ग्लोबल कार्यक्रम के लिए अधिकारियों के रूप में जिनेवा, स्विट्जरलैंड में नियुक्त थे। जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर ने डब्ल्यूएचओ के ग्लोबल प्रोग्राम ऑन एड्स के डायरेक्टर जोनाथन मान के सामने विश्व एड्स दिवस मनाने का सुझाव रखा। जोनाथन ने इस पर मुहर लगाते हुए 1 दिसंबर 1988 को विश्व एड्स डे मनाने के लिए चुना। तब से प्रतिवर्ष यह दिवस मनाया जा रहा है।
  • एड्स का पूरा नाम 'एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशिएंसी सिंड्रोम' (Acquired Immune Deficiency Syndrome) है।
  • ह्यूमन इम्यूनो डेफिशियेंसी (एचआईवी) वायरस के संक्रमण से होने वाली इस बीमारी का पहला मामला सन् 1981 में सामने आया। इसे एड्स नाम 27 जुलाई, 1982 को दिया गया।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार वर्ष 2018 के अंत तक 37.9 मिलियन लोग एड्स से पीडि़त थे।
  • भारत में एड्स का पहला मामला सन् 1986 में सामने आया। इसके बाद भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने राष्ट्रीय एड्स समिति का गठन किया। 1992 में भारत का पहला राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (1992-1999) शुरू किया गया था। इस कार्यक्रम को लागू करने के लिए राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) का गठन किया गया। प्रथम एनएसीपी (1992-1999) का उद्देश्य एचआईवी संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करना था।
  • इसके बाद इस खतरनाक बीमारी से देश को मुक्ति दिलाने के लिए सरकार ने द्वितीय राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (1999-2006)और तृतीय राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (एनएसीपी) (2007-2012) चलाए हैं। इसके बाद चौथा राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम वर्ष 2012 से 2017 तक चलाया गया।
  • वर्तमान में देश में एड्स को पूरी तरह समाप्त करने के लिए वर्ष 2017 में National Strategic Plan, 2017-24 शुरू किया गया है। इसकी थीम Paving the Way for an AIDS  Free India है।
  • भारत सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार देश में लगभग 2.1 मिलियन लोग एड्स से पीडि़त हैं।



एड्स के कारण

  • अनसेफ सेक्स करने से।
  • संक्रमित खून चढ़ाने से।
  • एचआईवी पॉजिटिव महिला के बच्चे में।
  • एक बार इस्तेमाल की जानी वाली सुई को दूसरी बार उपयोग करने से।
  • इन्फेक्टेड ब्लेड उपयोग करने से।

एचआईवी के लक्षण?

  • एचआईवी/एड्स होने पर निम्न प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं...
  • बुखार आना, पसीना आना, ठंड लगना, थकान, भूख कम लगना, वजन घटना, उल्टी आना, गले में खराश रहना, दस्त होना, खांसी होना, सांस लेने में समस्या, शरीर पर चकत्ते होना, स्किन प्रॉब्लम आदि।

*विश्व एड्स दिवस-2019 का विषय/थीम*

Communities make the difference

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