विश्व जनसंख्या दिवस
(World Population Day)
आज का दिन : 11 जुलाई 2020
- विश्व जनसंख्या दिवस प्रतिवर्ष 11 जुलाई को मनाया जाता है।
- 11 जुलाई, 1987 को दुनिया की जनसंख्या ने 5 अरब का आंकड़ा पार किया था, तब संयुक्त राष्ट्र ने विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का निर्णय लिया।
- विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का उद्देश्य बढ़ती जनसंख्या के प्रति लोगों में जागरुकता लाना है।
- आज दुनिया की जनसंख्या 7 अरब को पार कर गई है। जनसंख्या तो बढ़ रही है लेकिन प्राकृतिक संसाधन उतने ही हैं। इसलिए बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण पाना जरूरी हो गया है।
- संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या नियंत्रण कोष (यूएनएफपीए) के अनुसार कोरोना काल में विश्व जनसंख्या दिवस-2020 के तहत इस वर्ष 'महिलाओं और लड़कियों के स्वास्थ्य और अधिकारों की सुरक्षा कैसे करें और कोविड-19 पर ब्रेक लगाना' पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
जनसंख्या संबंधी महत्वपूर्ण तथ्य
- संयुक्त राष्ट्र के अनुसार वर्तमान यानी सन् 2020 में विश्व की जनसंख्या लगभग 7.7 बिलियन (अरब) है। वहीं अनुमान लगाया गया कि सन् 2030 तक यह 8.5 अरब और सन् 2050 तक यह संख्या 9.7 अरब पहुंच जाएगी। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि सन् 2100 में धरती पर लगभग 10.9 अरब लोग होंगे।
- सात महाद्वीपों में से जनसंख्या के मामले में प्रथम स्थान पर एशिया महाद्वीप है। वहीं दूसरे और तीसरे स्थान पर क्रमश: अफ्रीका और उत्तरी अमेरिका है।
- दक्षिण एशिया यानी भारत व भारत के पड़ोसी देशों में विश्व की लगभग 22 प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है।
- पूर्वी एशिया यानी चीन, जापान, उत्तरी व दक्षिण कोरिया आदि देशों में विश्व की लगभग 25 प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है।
- चीन जनसंख्या की दृष्टि से विश्व में प्रथम स्थान पर चीन है, वहीं भारत दूसरे स्थान पर है।
- भारत में विश्व की 17.5 प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है।
- वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की जनसंख्या 121 करोड़ है। जबकि चीन की जनसंख्या 133 करोड़ है।
- विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाला देश सिंगापुर है।
- यूरोप विश्व का सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाला महाद्वीप है।
- संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या नियंत्रण कोष (UNFPA) कार्यक्रम की स्थापना सन् 1967 में अमेरिका के न्यूयॉर्क में की गई।
- वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में सर्वाधिक जनसंख्या वाले राज्य उत्तर प्रदेश (19,95,81,477) और महाराष्ट्र (11,23,72,972) हैं।
- भारत में पहली बार जनगणना सन् 1872 में कराई गई थी।
- आजाद भारत में पहली बार 1951 में जनगणना हुई थी और वर्ष 2011 में हुई 15वीं राष्ट्रीय जनगणना स्वतंत्रता के बाद की सातवीं जनगणना थी।
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