अंतरराष्ट्रीय वन दिवस
(International Day of Forests)
आज का दिन : 21 मार्च 2025
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अंतरराष्ट्रीय वन दिवस-2025 का विषय/थीम - Forests and Foods |
- प्रतिवर्ष 21 मार्च को अंतरराष्ट्रीय वन दिवस (International Day of Forests) मनाया जाता है।
- इसे विश्व वानिकी दिवस या विश्व वन दिवस (WorldForestDay) भी कहा जाता है।
- संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सन् 2012 में 21 मार्च को प्रतिवर्ष अंतरराष्ट्रीय वन दिवस या विश्व वन दिवस मनाने की घोषणा की। तब से प्रतिवर्ष यह दिवस मनाया जा रहा है।
- इतिहास में जाएं तो सन् 1971 यूरोपीय कृषि परिसंघ की 23वीं महासभा में सर्वप्रथम विश्व वानिकी दिवस मनाने का विचार आया। चूंकि दक्षिणी गोलार्द्ध में 21 मार्च को दिन-रात बराबर होते हैं, इसलिए अंतरराष्ट्रीय वन दिवस मनाने के लिए यह दिन चुना गया।
- अंतरराष्ट्रीय वन दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को वनों के प्रति जागरुक करना है। यह दिन वनों और वानिकी के महत्व और समाज में उनके योगदान के तौर पर मनाया जाता है।
- संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2011 को अंतरराष्ट्रीय विश्व वन वर्ष के रूप में मनाया था।
- भारत में प्रतिवर्ष जुलाई माह के प्रथम सप्ताह में वन महोत्सव का आयोजन किया जाता है। यह महोत्सव भारत सरकार द्वारा वृक्षारोपण को प्रोत्साहन देने के लिए आयोजित किया जाता है। सन् 1960 के दशक में इसका सूत्रपात तत्कालीन कृषिमंत्री कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी ने किया था।
- वर्ष 2017 में आयोजित संयुक्त राष्ट्र फोरम में 2017 से 2030 तक वन संबंधी योजना शुरू की गई। इसके तहत वर्ष 2030 तक विश्व के कुल वन क्षेत्र में 3 प्रतिशत वृद्धि का लक्ष्य रखा गया। यह 3 प्रतिशत लगभग 120 मिलियन हैक्टेयर यानी फ्रांस के दुगुने क्षेत्रफल के बराबर है
- संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन की वर्ष 2020 की 'ग्लोबल फॉरेस्ट रिर्सोसेज असेसमेंट' रिपोर्ट के अनुसार वन दुनिया की 80 प्रतिशत स्थलीय जैव विविधता का घर है। इसमें लगभग 60000 से अधिक पेड़ प्रजातियां हैं। लगभग 1.6 बिलियन लोग भोजन, आश्रय, ऊर्जा, दवाओं और आय के लिए जंगलों पर ही निर्भर हैं। दुनिया में हर साल 10 मिलियन हैक्टेयर जंगल खत्म हो रहे हैं। यानी हर वर्ष आइसलैंड के आकार के बराबर वन नष्ट हो रहे हैं।
- भारत सरकार ने वनों के संरक्षण, विकास और वनों से जुड़े लोगों के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की हुई हैं। इनमें राष्ट्रीय कृषि वानिकी नीति, हरित भारत मिशन, वन अग्नि रोकथाम व प्रबंधन योजना और वन धन योजना आदि प्रमुख हैं।
भारत वन स्थिति रिपोर्ट-2023 (India State of Forest Report, 2021)
- भारतीय वन सर्वेक्षण की ओर से हर दो वर्ष में भारत वन स्थिति रिपोर्ट प्रकाशित की जाती है। वर्ष 2023 की रिपोर्ट 21 दिसंबर 2024 को जारी की गई। भारत वन स्थिति रिपोर्ट 2023 इस शृंखला की 18वीं रिपोर्ट है।
रिपोर्ट के महत्वपूर्ण तथ्य इस प्रकार हैं-
- वर्तमान आकलन के अनुसार देश में कुल वन और वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग कि.मी. है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17 प्रतिशत है। इसमें लगभग 7,15,343 वर्ग कि.मी. (21.76 प्रतिशत) वन क्षेत्र है, जबकि वृक्ष आवरण का क्षेत्रफल 1,12,014 वर्ग कि.मी. (3.41 प्रतिशत) है। 2021 की तुलना में देश में कुल वन और वृक्ष आवरण में 1445 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है।
- वन क्षेत्र में सर्वाधिक वृद्धि करने वाले राज्यों में मिजोरम, गुजरात और ओडिशा शीर्ष तीन में शामिल हैं।
- वहीं देश में सर्वाधिक वन क्षेत्रफल मध्य प्रदेश में 77,073 वर्ग किमी, अरुणाचल प्रदेश में 65,882 वर्ग किमी और छत्तीसगढ़ में 55,812 वर्ग किमी है।
*अंतरराष्ट्रीय वन दिवस-2025 का विषय/थीम*
Forests and Foods
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