एनडीआरएफ स्थापना दिवस
(NDRF Raising Day)
आज का दिन : 19 जनवरी 2025
- प्रतिवर्ष 19 जनवरी को एनडीआरएफ स्थापना दिवस मनाया जाता है।
- राष्ट्रीय आपदा मोचन बल यानी National Disaster Response Force (NDRF) की स्थापना वर्ष 2006 में 'आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005' की धारा 46 के तहत की गई थी।
- आज देश में भूकंप, बाढ़, भूस्खलन, अतिवृष्टि जैसी प्राकृतिक आपदाओं के अलावा मानवीय गलती से होने वाली दुर्घटनाओं के समय अपने साहस से लोगों की जान बचाने में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की अहम भूमिका है।
- 19 जनवरी 2025 को 20वें एनडीआरएफ स्थापना दिवस का मुख्य कार्यक्रम आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में आयोजित किया जाएगा। इसमें केंद्रीय गृहमंत्री मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे। इस अवसर पर गृहमंत्री राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम) के दक्षिणी परिसर का लोकापण करेंगे। दक्षिण भारत के लिए आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में एनआईडीएम की स्थापना की गई है। गृहमंत्री इसके अलावा एनडीआरएफ की 10वीं वाहिनी व क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केंद्र सुपौल (9वीं वाहिनी) के परिसरों का भी लोकार्पण करेंगे।
- एनडीआरएफ ने देश ही नहीं विदेश में भी आपदा के समय लोगों की जान बचाई है। वर्ष 2023 में तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकम्प में 'ऑपरेशन दोस्त' के तहत एनडीआरएफ कर्मियों ने लाखों जिंदगियां बचाईं। इसी तरह 2011 में जापान और 2015 में नेपाल में भी लोगों की जान बचाई।
- वर्ष 2006 में स्थापना के समय एनडीआरएफ में मात्र 8 बटालियन थीं। वर्तमान यानी 2024 में 16 बटालियन हैं। एक बटालियन में 1149 कर्मी हैं। एनडीआरएफ की बटालियन में विभिन्न सैन्य बलों के जवानों को प्रशिक्षण देकर शामिल किया जाता है। हर बटालियन में 45 बचाव दल कर्मियों के साथ 18 विशेषज्ञों को अनिवार्य रूप से शामिल किया जाता है।
- एनडीआरएफ के देश में 28 क्षेत्रीय केंद्र काम कर रहे हैं। हाल ही केंद्र सरकार ने 8 नए रीजनल रेस्पॉन्स केंद्र बनाने की मंजूरी दी है। इसके अलावा अब एनडीआरएफ को रासायनिक, जैविक, रेडियोधर्मी और परमाणु हमलों से निपटने का प्रशिक्षण और तकनीक देने की तैयारी की जा रही है।
- एनडीआरएफ केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है और भारतीय पुलिस सेवा यानी आईपीएस को इसकी कमान दी जाती है। वर्तमान यानी 2024 में एनडीआरएफ महानिदेशक पीयूष आनंद हैं।
- एनडीआरएफ का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
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