गोवा मुक्ति दिवस
(Goa Liberation Day)
आज का दिन : 19 दिसंबर 2024
- प्रतिवर्ष 19 दिसंबर को गोवा मुक्ति दिवस मनाया जाता है।
- सन् 1961 में 19 दिसंबर को भारतीय सेना ने गोवा, दमन और दीव को पुर्तगाली शासन से मुक्त कराया था। उसी की स्मृति में प्रतिवर्ष 19 दिसंबर को गोवा मुक्ति दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- सन् 1947 में देश के आजाद होने के बाद भी जब पुर्तगालियों ने गोवा पर कब्जा नहीं छोड़ा तो सन् 1961 में भारतीय सेना 'ऑपरेशन विजय अभियान' शुरू कर उन्हें खदेड़ दिया।
- गोवा में राष्ट्रवाद का जनक डॉ. टी. बी. कुन्हा को माना जाता है। इसके साथ ही प्रखर समाजवादी डॉ. राम मनोहर लोहिया को भी गोवा में आजादी की अलख जगाने का श्रेय जाता है।
- पुर्तगाली गवर्नर मैन्यू वासलो डे सिल्वा ने भारत के साथ समर्पण समझौते पर हस्ताक्षर किए।
- 20 दिसम्बर, 1962 को दयानंद भंडारकर गोवा के पहले निर्वाचित मुख्यमंत्री बने।
- वर्तमान यानी सन् 2024 में गोवा के मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी के प्रमोद सावंत हैं और राज्यपाल पी.एस. श्रीधरन पिल्लई हैं।
- आजादी के साथ ही गोवा के महाराष्ट्र राज्य में विलय की बात ने जोर पकड़ा। इसके लिए सन् 1967 में जनमत संग्रह हुआ और गोवा के आमजन ने केंद्रशासित प्रदेश में रहना स्वीकार किया।
- 30 मई, 1987 को गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया और यह भारतीय गणराज्य का 25वां राज्य बना।
- पुर्तगाली भारत आने वाले पहले यूरोपीय शासक थे। वे सन् 1510 में यहां आए। भारत से उपनिवेश छोडऩे वाले आखिरी यूरोपीय शासक भी पुर्तगाली ही थे।
- गोवा में पुर्तगालियों का 451 साल तक शासन रहा जो अंग्रेजों से काफी अलग था। पुर्तगाल ने गोवा को 'वाइस किंगडम' का दर्जा दिया था और यहां के नागरिकों को ठीक वैसे ही अधिकार हासिल थे जैसे पुर्तगाल में वहां के निवासियों को मिलते हैं।
- पुर्तगाली शासन के अंतर्गत गोवा में उच्च वर्ग के हिंदू और ईसाइयों के साथ-साथ दूसरे धनी वर्ग के लोगों को कुछ विशेषाधिकार भी थे। जो लोग संपत्ति कर देते थे उन्हें 19वीं शताब्दी के मध्य में यह अधिकार भी मिल गया था कि वे पुर्तगाली संसद में गोवा का प्रतिनिधि चुनने के लिए मत डाल सकें।
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