आज का दिन : 16 दिसंबर, 2018
विजय दिवस
Vijay Diwas
- 16 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तान के 93000 सैनिकों ने भारतीय सेना के समक्ष आत्मसर्पण किया था। उसी विजय के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है।
- पाकिस्तानी सेना ने जब पूर्वी पाकिस्तान में लोगों पर जुल्म ढाए तो तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने भारतीय सेना भेजी।
- भारत ने पश्चिमी सीमा पर मोर्चा खोलते हुए पूर्वी पाकिस्तान में बांग्लादेश मुक्ति बाहिनी का साथ दिया।
- युद्ध में पाकिस्तान की पराजय हुई और परिणामस्वरूप दुनिया में एक और देश बांग्लादेश का निर्माण हुआ।
- 16 दिसंबर, 1917 को पाकिस्तानी कमांडर जनरल आमिर अब्दुल्ला खान नियाजी ने पूर्वी सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के समक्ष आत्मसमर्पण किया। इसके बाद 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों को युद्धबंदी बनाया गया।
- युद्ध में भारत के भी 3900 जवान शहीद हुए, जबकि 9,851 घायल हुए।
- पाकिस्तान से 1971 के युद्ध के दौरान थल सेनाध्यक्ष जनरल मानेकशॉ थे। यह लड़ाई 13 दिन तक चली थी।
- करीब 1313 भारतीय सैनिकों जिसमें थल सेना, नौ सेना व वायुसेना के सैनिकों को वीरता एवं अदम्य साहस के प्रदर्शन के लिए वीरता सम्मान भी प्रदान किए गए-जिसमें परम वीर चक्र भी शामिल है। जिन सैनिकों को यह परमवीर चक्र प्रदान किया गया उनमें अल्बर्ट एक्का, 2/लेफ्टिनेंट अरूण खेत्रपाल, फ्लाइट ऑफिसर जीत सिंह शेखों और मेजर होशियार सिंह (बाद में ब्रिगेडियर) प्रमुख थे।
- जीत कर घर वापिस आए सैनिकों में 9,851 सैनिक घायल हो गए और उनमें से कई विकलांग भी हो गए। भारतीय सेना उन सैनिकों के सम्मान में वर्ष 2018 को 'ड्यटी के दौरान अंगहीन हुए सैनिकों के वर्ष' के रूप में मना रही है, जो देश की सेवा करते हुए अंगहीन हुए, लेकिन अपने सैनिक होने के जज्बे को कम नहीं होने दिया।
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