शनिवार, 15 दिसंबर 2018

करेंट अफेयर्स 2018 : अंग्रेजी लेखक अमिताव घोष को मिलेगा 54वां ज्ञानपीठ पुरस्कार

घटना दिनांक : 14 दिसंबर, 2018

ज्ञानपीठ सम्मान पाने वाले अंग्रेजी के पहले लेखक

  • भारतीय ज्ञानपीठ ट्रस्ट की ओर से देश का सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार-2018 अंग्रेजी लेखक अमिताव घोष को देने की घोषणा की गई है। यह ज्ञानपीठ का 54वां पुरस्कार है।
  • अमिताव घोष ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित होने वाले अंग्रेजी के पहले लेखक हैं। घोष को पुरस्कार स्वरूप 11 लाख रुपए, प्रशस्ति पत्र, वाग्देवी (सरस्वती) की कांस्य प्रतिमा और शॉल प्रदान किया जाएगा।
  • 1956 में पश्चिम बंगाल के कोलकाता में जन्में अमिताव घोष को लीक से हटकर काम करने वाले साहित्यकार के तौर पर जाना जाता है।
  • अमिताव घोष साहित्य अकादमी और पद्मश्री सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं।
  • अमिताव घोष की प्रमुख रचनाओं में 'द सर्किल ऑफ रीजन', 'दे शेडो लाइन', 'द कलकत्ता क्रोमोसोम', 'द ग्लास पैलेस', 'द हंगरी टाइड', 'रिवर ऑफ स्मोक' और 'फ्लड ऑफ फायर' शामिल हैं।



ज्ञानपीठ पुरस्कार : साहित्य जगत का सर्वोच्च पुरस्कार

  • ज्ञानपीठ पुरस्कार भारतीय साहित्य जगत के सर्वोच्च साहित्य पुरस्कारों में शामिल है। टाइम्स ऑफ इंडिया समूह द्वारा संचालित भारतीय ज्ञानपीठ ट्रस्ट की ओर से प्रदान किए जाने वाले इस पुरस्कार की स्थापना 1961 में की गई।
  • प्रथम ज्ञानपीठ पुरस्कार वर्ष 1965 में प्रदान किया गया। ट्रस्ट के गठन के बाद साहित्य मनीषियों ने इस पुरस्कार के स्वरूप का निर्धारण करने के लिए कई गोष्ठियां की, तब जाकर वर्ष 1965 में पहले ज्ञानपीठ पुरस्कार का निर्णय लिया गया।
  • ज्ञानपीठ पुरस्कार के प्रथम विजेता मलयालम भाषा के लेखक जी. शंकर कुरुप (1965) थे। वहीं वर्ष 2018 (54वां ज्ञानपीठ पुरस्कार) के लिए यह पुरस्कार अंग्रेजी लेखक अमिताव घोष को प्रदान किया गया है।
  • अमिताव इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले अंग्रेजी लेखक हैं।
  • वर्तमान में ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता को 11 लाख रुपए, प्रशस्ति पत्र, वाग्देवी (सरस्वती) की कांस्य प्रतिमा और शॉल प्रदान किया जाता है। शुरुआत में इसकी धनराशि एक लाख रुपए थी। पूर्व में यह पुरस्कार लेखक-साहित्यकार की एकल कृति के लिए प्रदान किया जाता था। बाद में भारतीय साहित्य में संपूर्ण योगदान (लाइफ टाइम अचीवमेंट) के लिए भी प्रदान किया जाने लगा।
  • हिन्दी भाषा के लेखकों ने इस पुरस्कार को सर्वाधिक 10 बार जीता है। वहीं कन्नड़ भाषा के साहित्यकारों ने इसे 8 बार प्राप्त किया है।

वाग्देवी (सरस्वती) की कांस्य प्रतिमा

  • भारतीय ज्ञानपीठ ट्रस्ट की ओर से ज्ञानपीठ पुरस्कार में प्रतीक स्वरूप दी जाने वाली वाग्देवी का कांस्य प्रतिमा मूलत: धार, मालवा के सरस्वती मंदिर में स्थित प्रतिमा की अनुकृति है। इस मंदिर की स्थापना 1035 ईस्वी में राजा भोज ने की थी। वर्तमान में यह प्रतिमा ब्रिटिश म्यूजियम लंदन में है।  

ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित साहित्यकार


नामवर्षभाषा
1जी. शंकर कुरुप1965मलयालम
2ताराशंकर बंद्योपाध्याय1966बांग्ला
3डॉ. के.वी.पुतप्पा1967कन्नड़
 उमाशंकर जोशी1967गुजराती
4.सुमित्रानंदन पंत1968हिन्दी
5.फिराक गोरखपुरी1969उर्दू
6.विश्वनाथ सत्यनारायण1970तेलुगू
7.विष्णु डे1971बंगाली
8.रामधारीसिंह दिनकर1972हिन्दी
9.दत्तात्रेय रामचंद्र बेन्द्रे1973कन्नड़
 गोपीनाथ मोहंती1973उडिय़ा
10.विष्णु सखाराम खाण्डेकर1974मराठी
11.पी.वी.अकिलंदम1975तमिल
12.आशापूर्णा देवी1976बांग्ला
13.के.शिवराम कारंत1977कन्नड़
14.स.ही.वात्सायन 'अज्ञेय'1978हिन्दी
15.वीरेन्द्र कुमार भट्टाचार्य1979असमी
16.एस.के.पोटाकट1980मलयालम
17.अमृता प्रीतम1981पंजाबी
18.महादेवी वर्मा1982हिन्दी
19.मास्ती वेंकटेश आयंगर1983कन्नड़
20.थाकाझी शिवशंकर पिल्लई1984मलयालम
21.पन्नालाल पटेल1985गुजराती
22. सच्चिदानंद राउत राय1986उडिय़ा
23. विष्णुवामन शिरवाडकर1987मराठी
24. डॉ. सी. नारायण रेड्डी 1988तेलुगू
25.कर्तुल एन. हैदर1989उर्दू
26. वी.के. गोकाक1990कन्नड़
27. सुभाष मुखोपाध्याय1991बांग्ला
28. नरेश मेहता1992हिन्दी
29. सीताकांत महापात्र1993उडिय़ा
30. यू.आर.अनंतमूर्ति1994कन्नड़
31. एम.टी. वासुदेवन अय्यर1995मलयालम
32. महाश्वेता देवी1996बांग्ला
33. अली सरदार जाफरी1997उर्दू
34. गिरीश कर्नाड1998कन्नड़
35. निर्मल वर्मा1999हिन्दी
गुरुदयाल सिंह 1999पंजाबी
36. इंदिरा गोस्वामी2000असमी
37. राजेन्द्र केशवलाल शाह2001गुजराती
38. डी. जयकांतन2002तमिल
39. विन्दा करांदीकर2003मराठी
40. रहमान राही2004कश्मीरी
41.कवि कुंवर नारायण2005हिंदी
42.रवीन्द्र केलकर2006कोंकणी
 सत्यव्रत शास्त्री2006संस्कृत
43ओ. एन. वी. कुरुप2007मलयालम
44अखलाक मोहम्मद खान 'शहरयार'2008उर्दू
45अमरकांत व श्रीलाल शुक्ल2009हिंदी
46चन्द्रशेखर कंबर2010कन्नड़
47डॉ. प्रतिभा राय2011उडिय़ा
48.डॉ. रावुरी भारद्वाज2012तेलुगू
49केदारनाथ सिंह2013हिंदी
50.भालचन्द्र नेमाड़े2014मराठी
51.रघुवीर चौधरी2015गुजराती
52.शंख घोष2016बांग्ला
53.कृष्णा सोबती2017हिन्दी
54.अमिताव घोष2018अंग्रेजी
 

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