घटना दिनांक : 17 दिसंबर, 2018
- वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के शिवराज सिंह चौहान का स्थान लिया है।
- मध्य प्रदेश में कांग्रेस 15 साल बाद सत्ता में लौटी है।
- भोपाल के जंबूरी मैदान में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कमलनाथ को मुख्यमंत्री के पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
- विधानसभा चुनाव-2018 में 230 सीटों पर हुए चुनाव में कांग्रेस को 114 और भाजपा को 109 सीटें प्राप्त हुई हैं।
कमलनाथ का परिचय
- कमलनाथ का जन्म 18 नवम्बर 1946 को कानपुर, उत्तरप्रदेश में हुआ। कमलनाथ ने सेंट जेवियर्स कॉलेज, कोलकाता से बी.कॉम. तक शिक्षा प्राप्त की
- वर्ष 1980 में पहली बार मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए। इसके बाद वे वर्ष 1985 में दूसरी बार आठवीं लोकसभा के लिये, वर्ष 1989 में नवीं लोकसभा के लिये तीसरी बार और वर्ष 1991 में दसवीं लोकसभा के लिये छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से ही चौथी बार निर्वाचित हुए।
- कमलनाथ वर्ष 1991 से 1995 की अवधि में केन्द्रीय पर्यावरण और वन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), वर्ष 1995-96 में केन्द्रीय वस्त्र राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे।
- वर्ष 1998 में कमलनाथ पुन: छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से पांचवीं बार 12वीं लोकसभा के लिये निर्वाचित हुए।
- कमलनाथ वर्ष 1998 से 1999 के दौरान पेट्रोलियम और रसायन संबंधी स्थाई समिति, संसद सदस्य स्थानीय क्षेत्र विकास योजना संबंधी समिति और विद्युत मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति के सदस्य रहे।
- कमलनाथ वर्ष 1999 में छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से ही 13वीं लोकसभा के लिये छठवीं बार निर्वाचित हुए। वे वर्ष 1999 से वर्ष 2000 की अवधि में वित्त संबंधी स्थाई समिति के सदस्य और वर्ष 2002-2004 की अवधि में खान और खनिज मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति के सदस्य रहे।
- कमलनाथ वर्ष 2001 से 2004 की अवधि में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव रहे।
- कमलनाथ वर्ष 2004 में सातवीं बार 14वीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। उन्होंने 23 मई, 2004 से वर्ष 2009 की अवधि में केन्द्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री का दायित्व सम्भाला।
- कमलनाथ वर्ष 2009 में छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से ही आठवीं बार 15वीं लोकसभा के लिये पुन: निर्वाचित हुए और वर्ष 2009 से 18 जनवरी, 2011 की अवधि में केन्द्रीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्री रहे। इसके बाद वे 19 जनवरी, 2011 से 26 मई, 2014 की अवधि में केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री और 28 अक्टूबर, 2012 से 26 मई, 2014 की अवधि के लिये केन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्री भी रहे।
- नाथ मई, 2014 में छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से ही नवमीं बार 16वीं लोकसभा के लिये पुन: निर्वाचित हुए। नाथ को 4 से 6 जून, 2014 की अवधि में लोकसभा का अस्थाई अध्यक्ष बनाया गया।
- कमलनाथ ने कई पुस्तकें भी लिखी हैं। जिनमें 'इण्डियाज एनवायरनमेंटल कंसर्न्स', 'इण्डियाज सेंचुरी' और 'भारत की शताब्दी' प्रमुख हैं।
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