विश्व गौरेया दिवस
(World Sparrow Day)
आज का दिन : 20 मार्च 2025
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World Sparrow Day 2025 Theme - I ♥ Sparrows |
- प्रतिवर्ष 20 मार्च को विश्व गौरेया दिवस मनाया जाता है।
- 20 मार्च, 2010 को पहला विश्व गौरेया दिवस (World Sparrow Day) पूरी दुनिया में मनाया गया।
- विश्व गौरेया दिवस मनाने की शुरुआत नेचर फॉरेवर सोसायटी ऑफ इंडिया, इको सिस एक्शन फाउंडेशन (फ्रांस) सहित अन्य संगठनों ने की।
- गौरेया चिड़िया के संरक्षण के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए ही विश्व गौरेया दिवस मनाया जाता है।
- गौरेया 'पासेराडेई' परिवार की सदस्य है, लेकिन कुछ लोग इसे 'वीवर फिंच' परिवार की सदस्य मानते हैं।
- गौरेया का वैज्ञानिक नाम - पासर डोमेस्टिकस (Passer domesticus) है।
- गौरेया की लम्बाई 14 से 16 सेंटीमीटर होती है तथा इनका वजन 25 से 32 ग्राम तक होता है।
- गौरेया के एक समय में कम से कम तीन बच्चे होते हैं।
- गौरेया का पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। यह घरों में पाए जाने वाले कई प्रकार के कीड़े-मकोड़ों और मच्छरों के लार्वा खाकर हमें मलेरिया, डेंगू आदि बीमारियों से बचाती है।
- ब्रिटेन की 'रॉयल सोसायटी ऑफ प्रोटेक्शन ऑफ बर्ड्स' ने गौरेया के लुप्त होने के कगार पर पहुंचने के कारण इसे 'रेड लिस्ट' में डाला है।
- इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) की सूची में भी इसे लुप्तप्राय प्रजातियों के साथ शामिल किया गया है।
- वैज्ञानिक अध्ययनों से यह साबित हुआ है कि गौरेया और मानव का साथ एक है। यानी जहां हम रहते हैं, वहीं गौरेया का जीवन है। जहां मानव नहीं है, वहां गौरेया भी नहीं रहती है। बेथलहम की एक गुफा से 4,00,000 वर्ष पुराने जीवाश्म से पता चलता है कि गौरेया ने मानव सभ्यता के प्रारंभ से उसके साथ स्थान साझा किया। रॉयल सोसायटी ऑफ लंदन की एक रिपोर्ट के अनुसार, मानव और गौरैया का बंधन 11,000 साल पुराना है।
- गौरेया में एक जीन AMY2A पाया जाता है, जो इसे जटिल कार्बोहाइड्रेट को पचाने में मदद करता है। शायद यही कारण है कि इसे गेहूं और चावल बहुत पसंद है।
- भारतीय डाक विभाग ने सन् 2010 में गौरेया पर डाक डिकट भी जारी किया।
- सन् 2012 में केंद्रशासित प्रदेश दिल्ली की सरकार ने गौरेया को राज्य-पक्षी घोषित किया।
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