विश्व के मूलनिवासी लोगों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस
(International Day of the World's Indigenous Peoples)
विश्व आदिवासी दिवस
(World Tribal Day)
आज का दिन : 9 अगस्त 2025
- संयुक्त राष्ट्र की ओर से वर्ष 1994 से प्रतिवर्ष 9 अगस्त को 'विश्व के मूलनिवासी लोगों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस' मनाया जा रहा है।
भारत में यह दिवस 'विश्व आदिवासी दिवस' के रूप में भी मनाया जाता है। - 9 अगस्त, 1982 को पहली बार मूल निवासियों संबंधी संयुक्त राष्ट्र के उप-आयोग की पहली बैठक हुई थी। इसी उपलक्ष्य में यह दिवस मनाया जाता है।
- संयुक्त राष्ट्र की ओर से 8 अगस्त, 2025 को विश्व के मूलनिवासी लोगों का अंतरराष्ट्रीय दिवस पर वर्चुअल आयोजन का आयोजन किया गया। जिसका विषय/थीम “Indigenous Peoples and AI: Defending Rights, Shaping Futures” रखी गई है।
- इस दिवस को मनाने का उद्देश्य मूल निवासी लोगों यानी आदिवासियों के अधिकारों की सुरक्षा और उनकी परंपराओं का सम्मान करते हुए उन्हें बढ़ावा देना है।
- संयुक्त राष्ट्र के अनुसार दुनिया में इस समय लगभग 476 मिलियन लोग मूल निवासी हैं, जो 90 देशों में निवास कर रहे हैं। यह दुनिया की जनसंख्या का लगभग 6.2 प्रतिशत है। इन लोगों ने अपनी संस्कृति, अनूठी सांस्कृतिक परंपराओं, भाषाओं और प्राचीन ज्ञान प्रणालियों को सहेजकर रखा है।
- संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 13 सितंबर, 2027 को स्वदेशी लोगों के अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र घोषणा पत्र को अपनाया था। उस समय इसके पक्ष में 143 देशों ने मतदान किया था। जबकि चार देशों ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड और संयुक्त राज्य अमेरिका ने इसके विपक्ष में वोट दिया। हालांकि बाद में ये चारों देश भी इस घोषणा पत्र को अपना चुके। यह दुनिया के स्वदेशी लोगों के अस्स्तिव, सम्मान और कल्याण के लिए न्यूनतम मानकों का एक सार्वभौमिक ढांचा स्थापित करता है।
- देश में 9 अगस्त का दिन विश्व आदिवासी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। राजस्थान, छत्तीसगढ़ सहित कुछ राज्यों ने प्रदेश में इस दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। देश की प्रथम आदिवासी महिला राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू ने 15वें राष्ट्रपति का पदभार संभाला है।
- संयुक्त राष्ट्र की ओर से 1994 से 2004 तक 'विश्व के मूल निवासी लोगों का दशक' (Decade of the World's Indigenous People) मनाया गया। इसके बाद वर्ष 2005 से 2014 तक दूसरा 'विश्व के मूल निवासी लोगों का दशक' मनाया गया। संयुक्त राष्ट्र की ओर से अब वर्ष 2022 से 2032 तक के दशक को स्वदेशी भाषाओं के दशक (Decade of Indigenous Languages 2022 – 2032) के रूप में मनाया जा रहा है।
- संयुक्त राष्ट्र की ओर वर्ष 2019 को International Year of Indigenous Languages के रूप में मनाया गया था।
*विश्व के मूलनिवासी लोगों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस-2025 का विषय/थीम*
Indigenous Peoples and AI: Defending Rights, Shaping Futures
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