राष्ट्रीय पक्षी दिवस
National Bird Day
आज का दिन : 12 नवंबर 2024
- राष्ट्रीय पक्षी दिवस प्रतिवर्ष 12 नवंबर को मनाया जाता है।
- राष्ट्रीय पक्षी दिवस विश्व प्रसिद्ध पक्षी विशेषज्ञ डॉ. सालिम (सलीम) अली की जयंती 12 नवंबर को मनाया जाता है। देश में 'पक्षी मानव' के नाम से प्रसिद्ध डॉ. सलीम का जन्म 12 नवंबर, 1896 में हुआ था।
- हमारा राष्ट्रीय पक्षी मोर है।
- भारत सरकार ने 26 जनवरी, 1963 को मोर को देश का राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया था।
- राष्ट्रीय पक्षी मोर को भारतीय वन्य-जीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत पूर्ण संरक्षण प्राप्त है। हमारे पड़ोसी देशों म्यांमार और श्रीलंका का राष्ट्रीय पक्षी भी मोर ही है।
- वैश्विक स्तर पर पक्षियों संबंधी 'विश्व प्रवासी पक्षी दिवस' मनाया जाता है। यह दिवस वर्ष में दो बार मई और अक्टूबर के दूसरे शनिवार को मनाया जाता है।
सुंदर पक्षी है मोर
- मोर का वैज्ञानिक नाम Pavo Cristatus (पावो क्रिस्टेटस) है। मोर एक रंगीन, हंस के आकार का, पंखों की कलगी, आँख के नीचे सफेद धब्बा और लंबी पतली गर्दन वाला पक्षी है। इस प्रजाति का नर मादा से अधिक रंगीन होता है जिसका चमकीला नीला सीना और गर्दन होती है और अति मनमोहक कांस्य हरा लगभग 200 लम्बे पंखों का गुच्छा होता है। मादा भूरे रंग की होती है, नर से थोड़ा छोटा और इसमें पंखों का गुच्छा नहीं होता है। नर का दरबारी नाच पंखों को घुमाना और पंखों को संवारना सुंदर दृश्य होता है।
पक्षी मानव : डॉ. सालिम (सलीम) अली
- डॉ. सालिम (सलीम) अली की जयंती 12 नवंबर को ही प्रतिवर्ष राष्ट्रीय पक्षी दिवस मनाया जाता है।
- डॉ. सलीम अली का पूरा नाम डॉ. सलीम मोइजुद्दीन अब्दुल अली है। उनका जन्म 12 नवंबर, 1896 को और निधन 27 जुलाई, 1987 को हुआ।
- डॉ. अली ने पक्षियों से संबंधित अनेक पुस्तकें लिखीं, जिनमें 'बर्ड्स ऑफ इंडिया' मुख्य है।
- डॉ. सलीम अली को वर्ष 1958 में पद्मभूषण तथा 1976 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया।
- भारतीय डाक विभाग ने इनकी स्मृति में डाक टिकट भी जारी किया है।
- डॉ. सलीम अली को वर्ष 1985 में राज्यसभा सदस्य मनोनीत किया गया।
- डॉ. अली को सम्मान देने के लिए उनके नाम पर कोयम्बटूर के निकट 'अनाइकट्टी' में 'सलीम अली पक्षी विज्ञान एवं प्राकृतिक इतिहास केन्द्र' स्थापित किया गया है।
- 1985 में डॉ. सालिम अली ने अपनी आत्मकथा लिखी जिसका शीर्षक 'द फॉल ऑफ स्पैरो' है।
लोक सेवा प्रसारण दिवस
(Public Service Broadcasting Day)
- देश में प्रतिवर्ष 12 नवंबर को ही लोक सेवा प्रसारण दिवस मनाया जाता है। 12 नवंबर, 1947 को महात्मा गांधी के नई दिल्ली आकाशवाणी स्टूडियो में आने की स्मृति में मनाया जाता है। महात्मा गांधी का यह संबोधन हरियाणा के कुरुक्षेत्र में पाकिस्तान से आए शरणार्थियों के लिए था। एक प्रकार से महात्मा गांधी ने लिखने और बोलने के अलावा तीसरे माध्यम का उपयोग किया था, इसीलिए इस दिवस को मनाया जाता है।
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