अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस
(International Day of Persons with Disabilities)
आज का दिन : 3 दिसंबर 2024
- प्रतिवर्ष 3 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस मनाया जाता है।
- संयुक्त राष्ट्र की ओर से सन् 1992 से प्रतिवर्ष 3 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस मनाया रहा है।
- संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सन् 1991 में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन अथवा अंतरराष्ट्रीय विकलांग दिवस मनाने संबंधी प्रस्ताव पारित किया था।
- अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस मनाने का उद्देश्य शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को समाज की मुख्य धारा में लाने और उनके प्रति भेदभाव की सोच बदलने का प्रयास करना है।
- संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सन् 1981 को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन वर्ष के रूप में मनाया था। इसके पश्चात् महासभा ने सन् 1983 से 1992 तक के दशक को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दशक के रूप में मनाया था।
आंकड़ों में दिव्यांगजनों की स्थिति
- विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार दुनिया में 1.3 बिलियन लोग गंभीर विकलांगता का अनुभव करते हैं। यह विश्व की जनसंख्या का 16 प्रतिशत है यानी हममें से 6 में से एक व्यक्ति है।
- यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ विकलांग व्यक्ति सामान्य व्यक्तियों की तुलना में 20 वर्ष पहले ही अपना जीवन गंवा देते हैं।
- दिव्यांगजनों में अवसाद, अस्थमा, मधुमेह, स्ट्रोक, मोटापा आदि बीमारियों से पीडि़त होने का जोखिम सामान्य व्यक्तियों से दुगुना होता है।
- परिवहन सुविधाओं के मामले में भी दिव्यांगजनों को 15 गुना अधिक कठिनता का सामना करना पड़ता है।
- इसके अलावा भी दिव्यांगजनों को अनेक अनुचित परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है, जिनमें भेदभाव, गरीबी, अशिक्षा, रोजगार से बहिष्कार और स्वास्थ्य प्रणाली में आने वाली बाधाएं शामिल हैं।
भारत में दिव्यांगों के कल्याण संबंधी योजनाएं
- भारत में दिव्यांगों के कल्याण संबंधी योजनाओं का क्रियान्वयन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय करता है। वर्ष 2017 में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की ओर से सुगम्य भारत अभियान भी चलाया गया।
राष्ट्रपति प्रदान करेंगी राष्ट्रीय पुरस्कार
- अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय का दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग प्रत्येक वर्ष 3 दिसंबर को दिव्यांगजन सशक्तिकरण की दिशा में अर्जित की गई उत्कृष्ट उपलब्धियों एवं किए गए कार्यों के लिए व्यक्तियों, संस्थानों, संगठनों और राज्य / जिला आदि को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करता है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 3 दिसंबर, 2024 को नई दिल्ली में वर्ष 2024 के लिए विकलांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगी।
- पुरस्कार निम्नलिखित श्रेणियों में दिए जाएंगे-
- A. विकलांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार-2024- व्यक्तिगत उत्कृष्टता
- 1) सर्वश्रेष्ठ दिव्यांगजन
- इथा मल्लिकार्जुन, नई दिल्ली
- प्रतीक खंडेलवाल, बेगंलुरु, कर्नाटक
- अमर जैन, गौतम बुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश
- अर्पण शर्मा, बरेली, उत्तर प्रदेश
- छोंजिन अंगमों, किन्नूर, हिमाचल प्रदेश
- प्रियंका दीपक डाबाडे, पुणे, महाराष्ट्र
- अनन्या बिजेश, तिरुवनंतपुरम्, केरल
- 2) श्रेष्ठ दिव्यांगजन
- (क) लोकोमोटर चुनौती - (लोकोमोटर, मांसपेशीय चुनौतियाँ, बौनापन, एसिड अटैक विक्टिससुश्री, कुष्ठ रोग से उबरे हुए, सेरेब्रल पाल्सी)
- टिंकेश, दक्षिण गोवा, गोवा
- कविता, चेन्नई, तमिलनाडु
- (ख) दृश्य हानि - (अंधापन, कम दृष्टि)
- दानिश महाजन, पठानकोट, पंजाब
- हिमानी बुंदेला, आगरा, उत्तर प्रदेश
- (ग) श्रवण हानि (बहरा, सुनने में कठिनाई, बोलने और भाषा की चुनौती)
- आशुतोष, गुरुग्राम, हरियाणा
- कनिका मुकेश अग्रवाल, कल्याण पश्चिम, महाराष्ट्र
- (घ) बौद्धिक विकलांगता (मानसिक मंदता, मानसिक व्यवहार, विशिष्ट सीखने की चुनौती, ऑटिज्म स्पेक्ट्रम विकार)
- रणवीर सिंह सैनी, गुरुग्राम, हरियाणा
- नीति राकेश राठौड़, राजकोट, गुजरात
- (च) उपरोक्त क्रमांक (क) से (घ) तक उल्लिखित विकलांगताओं को छोड़कर कोई भी निर्दिष्ट विकलांगता।
- सुरेश हनागावाड़ी, दावणगेरे, कर्नाटक
- मंजुदर्शिनी जी, बेंगलुरु, कर्नाटक
- 3) श्रेष्ठ दिव्यांग बाल/बालिका (18 वर्ष तक)
- प्रथमेश सिन्हा, पुणे, महाराष्ट्र
- कुमारी जानवी, हिसार, हरियाणा
- 4) सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति - दिव्यांगजनो के सशक्तिकरण के लिए कार्यरत
- संजय कुमार शर्मा, छतरपुर, मध्य प्रदेश
- 5) सर्वश्रेष्ठ पुर्नवास पेशेवर (पुनर्वास पेशेवर/कार्यकर्ता) - दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्यरत
- सरोज आर्या, हैदराबाद, तेलंगाना
- 6) दिव्यांगता के सशक्तीकरण के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान/नवप्रवर्तन/उत्पाद विकास
- दीप्ति प्रसाद, एमआईटी मुजफ्फरपुर, बिहार
- B. दिव्यांग व्यक्तियों को सशक्त बनाने में लगे संस्थानों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार-2024
- 1. दिव्यांग सशक्तिकरण हेतु सर्वश्रेष्ठ संस्थान (निजी संगठन, एनजीओ)
- मिट्टी सोशल इनिशिएटिव्स फाउंडेशन, हैदराबाद, तेलंगाना
- बॉम्बे सेंट जेवियर्स कॉलेज सोसायटी विभाग, मुंबई, महाराष्ट्र
- 2. दिव्यांगों के लिए सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता - (सरकारी संगठन/पीएसई/स्वायत्त निकाय/निजी क्षेत्र)
- जोमैटो, हरियाणा
- मिंडा कॉर्पोरेशन लिमिटेड, नोएडा, उत्तर प्रदेश
- 3. दिव्यांगजनों के लिए सर्वश्रेष्ठ प्लेसमेंट अधिकारी/एजेंसी-सरकारी/राज्य सरकार/स्थानीय निकाय को छोड़कर
- एपिकल प्लेटफॉर्म प्राइवेट लिमिटेड, पूर्वी सिंहभूम, झारखंड
- 4. सुगम्य भारत अभियान के कार्यान्वयन/बाधामुक्त परिवेश के सृजन में सर्वश्रेष्ठ राज्य/यूटी/जिला
- सलूम्बर, राजस्थान
- 5. सर्वश्रेष्ठ सुगम्य यातायात के साधन/सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (सरकारी/निजी संगठन)
- डिज्नी स्टार स्पोर्ट्स, मुंबई, महाराष्ट्र
- 6. दिव्यांगजनो के अधिकार अधिनियम/यूडीआईडी एवं दिव्यांग सशक्तिकरण की अन्य योजनाओं के कार्यान्वयन में सर्वश्रेष्ठ राज्य/यूटी/जिला
- राज्य: समग्र शिक्षा आंध्र प्रदेश
- जिला: डूंगरपुर, राजस्थान
- 7. दिव्यांगजनो के अधिकार अधिनियम, 2016 के अपने राज्य में कार्यान्वयन में सर्वश्रेष्ठ राज्य के दिव्यांगजन आयुक्त
- राज्य आयुक्त, गुजरात
- 8. पुनर्वास पेशेवरों के विकास में संलग्न सर्वश्रेष्ठ संगठन
- ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ स्पीच एंड हियरिंग मैसूर, कर्नाटक
- 2017 तक यह पुरस्कार योजना राष्ट्रीय पुरस्कार नियम, 2013 के तहत शासित थी, जो दिव्यांग व्यक्ति अधिनियम, 1995 के अनुसार दिव्यांगों की 7 श्रेणियां प्रदान करती थी। हालांकि, 19 अप्रैल 2017 को दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 के प्रभावी होने के साथ ही नए कानून के तहत निर्दिष्ट दिव्यांगताओं की संख्या 7 से बढ़कर 21 हो गई। इन्हें 2 अगस्त, 2018 को भारत सरकार के राजपत्र में अधिसूचित किया गया।
*अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस-2024 का विषय/थीम*
Amplifying the leadership of persons with disabilities for an inclusive and sustainable future
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