सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस
(Armed Forces Veterans Day)
आज का दिन : 14 जनवरी 2025
- देश में प्रतिवर्ष 14 जनवरी को 'सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस' मनाया जाता है। इस दिवस को भूतपूर्व सैनिक दिवस भी कहा जाता है।
- पहला सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस 14 जनवरी, 2016 को मनाया गया था और यह निर्णय लिया गया था कि हर साल हमारे सशस्त्र बलों के पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के सम्मान में इस तरह के इंटरैक्टिव कार्यक्रमों की मेजबानी करके इस दिन को मनाया जाए।
- 'सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस' के माध्यम से सेना अपने पूर्व सैनिकों की राष्ट्रसेवा एवं नि:स्वार्थ समर्पण भावना का सम्मान करती है।
- भारतीय सेना के प्रथम कमांडन-इन-चीफ फील्ड मार्शल के.एम. करियप्पा 14 जनवरी, 1953 को सेवानिवृत्त हुए थे। उन्हीं के सम्मान में प्रतिवर्ष 14 जनवरी को सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस मनाया जाता है।
टांडा आर्टिलरी ब्रिगेड में मनाया गया 9वां सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस
- 14 जनवरी, 2025 को 9वां सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस समारोह जम्मू-कश्मीर के अखनूर जिले में टांडा आर्टिलरी ब्रिगेड में मनाया गया।
- इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस जनरल अनिल चौहान, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला आदि शामिल हुए।
- उत्तरी कमान के तत्वावधान में हुए कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों और वीर नारियों को सम्मानित किया गया।
- कार्यक्रम में 108 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया।
- इस अवसर पर अखनूर हेरिटेज म्यूजियम का उद्घाटन भी किया गया। इस संग्रहालय में जम्मू-कश्मीर में हुए युद्धों में उपयोग किए गए हथियार और युद्ध के नायकों की मूर्तियां प्रदर्शित की गई हैं।
फील्ड मार्शल के.एम. करियप्पा
- भारतीय सेना के प्रथम कमांडर-इन-चीफ के.एम करियप्पा का पूरा नाम कोडंडेरा मडप्पा करियप्पा था। वे भारतीय सेना के पहले फील्ड मार्शल थे। भारतीय सेना के दूसरे फील्ड मार्शल सैम मानकेशां थे।
- फील्ड मार्शल के.एम. करियप्पा का जन्म कर्नाटक के कोडागु (कुर्ग) में शनिवर्साथि नामक स्थान पर हुआ था। राजपूत रेजीमेंट से जुड़े फील्ड मार्शल के.एम. करियप्पा ने 1947 के भारत-पाक युद्ध में पश्चिमी सीमा पर सेना का नेतृत्व किया था।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें