रविवार, 20 जुलाई 2025

20 जुलाई 2025 : अंतरराष्ट्रीय चन्द्रमा दिवस

अंतरराष्ट्रीय चन्द्रमा दिवस

(International Moon Day)

आज का दिन : 20 जुलाई 2025

  • 20 जुलाई, 2022 को पहला अंतरराष्ट्रीय चन्द्रमा दिवस मनाया गया।
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 15 दिसंबर, 2021 को 'बाहरी अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग में अंतरराष्ट्रीय सहयोग' पर अपने संकल्प 76/76 में 20 जुलाई को प्रतिवर्ष अंतरराष्ट्रीय चंद्रमा दिवस मनाने की घोषणा की थी।
  • संयुक्त राष्ट्र ने इस दिवस का चयन इसलिए किया है क्योंकि आज ही के दिन 20 जुलाई, 1969 (भारतीय समयानुसार 21 जुलाई, रात 1:47) को पहली बार मनुष्य ने चन्द्रमा पर पहला कदम रखा था।
  • 20 जुलाई, 1969 को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के यान अपोलो-11 में चार दिन की उड़ान पूरी करने के बाद अंतरिक्षयात्री नील आर्मस्ट्रांग और बज एल्डिन ने पहली बार चांद पर कदम रखा था। दोनों अंतरिक्षयात्री चांद पर लगभग 21 घंटे से ज्यादा समय तक रहे थे। अब तक चन्द्रमा पर 12 धरती वासी कदम रख चुके हैं।
  • इस दिवस को मनाने का उद्देश्य चंद्रमा संबंधी खोज और उपयोग के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना है।

चन्द्रमा से सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य

  • चन्द्रमा, पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है।
  • यह सौर मंडल का पाँचवां सबसे बड़ा प्राकृतिक उपग्रह है। 
  • पृथ्वी से चन्द्रमा की दूरी लगभग 384,403 किलोमीटर है। यह दूरी पृथ्वी के व्यास का 30 गुना है। 
  • चन्द्रमा पर गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी से 1/6 है। 
  • यह पृथ्वी कि परिक्रमा 27.3 दिन में पूरा करता है।

भारत का मिशन चंद्रयान

  • चन्द्रमा के लिए भारत का प्रथम अभियान चन्द्रयान-प्रथम 22 अक्टूबर, 2008 को लॉन्च किया गया। इस मिशन का उद्देश्य चांद पर पानी की खोज करना था। 29 अगस्त, 2009 को इससे सम्पर्क टूट गया था। 
  • भारत ने चन्द्रमा के लिए अपने मिशन को आगे बढ़ाते हुए चन्द्रयान-2 को 22 जुलाई, 2019 को लॉन्च किया था। इसरो ने इस अभियान में स्वदेशी ऑर्बिटर, लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान भेजा था। यह मिशन चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव के लिए था। हालांकि जब लैंडर विक्रम दक्षिणी धु्रव पर उतर रहा था तब उसका संपर्क टूट गया। बाद में नासा और इसरो दोनों ने इसका मलबा दक्षिणी ध्रुव पर खोज निकाला था। यह अभियान 80 प्रतिशत तक सफल रहा था।
  • इसरो ने 14 जुलाई, 2023 को देश का तीसरा चन्द्रमा मिशन चन्द्रयान-3 आंध्र-प्रदेश के श्रीहरिकोटा से सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। चन्द्रयान-3 निर्धारित 41 दिनों की यात्रा के बाद 23 अगस्त को चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा। इसी के साथ भारत चंद्रमा पर उतरने वाला चौथा देश बना। इस उपलब्धि के साथ भारत चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में उतरने वाला दुनिया का पहला देश बना। भारत सरकार ने इस उपलब्धि के लिए प्रतिवर्ष 23 अगस्त को 'राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस' मनाने की घोषणा की।
  • हाल ही इसरो प्रमुख डॉ. वी. नारायणन ने चंद्रयान-4 और चंद्रयान-5 की घोषणा की। चंद्रयान-4 का उद्देश्य चंद्रमा से नमूने एकत्र कर पृथ्वी पर लाना है। वहीं चंद्रयान-5 जापान की अंतरिक्ष एजेंसी जेएएक्सए के साथ सहयोगात्मक मिशन है।

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