नागरिक सुरक्षा एवं होम गार्ड्स स्थापना दिवस
(Civil Defence & Home Guards Foundation day)
आज का दिन : 6 दिसंबर 2024
- देश में प्रतिवर्ष 6 दिसंबर को नागरिक सुरक्षा एवं होम गार्ड्स स्थापना दिवस मनाया जाता है।
- भारत में होमगार्ड्स यानी गृह रक्षक की स्थापना 6 दिसंबर, 1946 को मुंबई में की गई थी। इस संगठन की स्थापना का उद्देश्य नागरिक सुरक्षा है।
- सन् 1962 में चीन के आक्रमण के समय विभिन्न संगठनों को एकजुट करके अखिल भारतीय स्तर पर इस स्वयंसेवी संगठन को खड़ा किया गया।
- देश के नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण में स्वयं को समर्पित करने वाले नागरिक सुरक्षा एवं होमगार्ड्स का मुख्य कार्य आपदा के समय राहत में सहयोग करना है।
- होमगाड्र्स की भूमिका आंतरिक सुरक्षा बनाए रखने में पुलिस के सहायक के रूप में कार्य करना है। इसके अलावा किसी भी आपातस्थिति जैसे- हवाई हमले, अग्निकांड, तूफान, भूकंप, महामारी आदि में नागरिकों की सुरक्षा करना, आवश्यक सेवाओं को बनाए रखने में मदद करना आदि।
- 26 फरवरी 2014 से भारत सरकार के गृह मंत्रालय के तहत महानिदेशालय अग्निशमन सेवाएं, नागरिक सुरक्षा और गृह रक्षक कार्यरत है। वर्तमान यानी 2024 में भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी विवेक श्रीवास्तव इसके महानिदेशक हैं।
- सीमावर्ती राज्यों में तो सीमा खंड होमगार्डों की बटालियन स्थापित की गई हैं।
- देश के नागरिक, जिनकी उम्र 18 से 50 वर्ष होती है, वे होम गार्ड के सदस्य बन सकते हैं। इनका सामान्य कार्यकाल 3 से 5 वर्ष का होता है।
- होम गार्ड के रूप में समाज के विभिन्न वर्गों, जैसे निजी क्षेत्र के संगठनों, कॉलेज व विश्वविद्यालय के छात्रों, कामगारों आदि को भर्ती किया जाता है।
- होमगार्ड के जवानों को वीरता, उत्कृष्ट और सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जाता है।
- होमगार्ड्स को सरकार द्वारा तय भत्ते आदि मिलते हैं।
- नागरिक सुरक्षा का ध्येय वाक्य यानी मोटो है- 'सर्व भूते हिते रत:'।
- होम गार्ड का ध्येय वाक्य यानी मोटो है- 'निष्काम सेवा'।
- सन् 1962 में चीनी हमले को ध्यान में रखकर केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी कि वे अपने वर्तमान स्वयंसेवी संगठनों को एक समान स्वयंसेवी बल, होमगार्ड के रूप में विलय कर लें।
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