विश्व पर्यावरण दिवस
(World Environment Day)
आज का दिन : 5 जून 2025
*विश्व पर्यावरण दिवस-2025 का विषय/थीम*
Beat plastic pollution
- प्रतिवर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है।
- सन् 1973 से संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से प्रतिवर्ष 5 जून को 'विश्व पर्यावरण दिवस' मनाया जा रहा है।
- दुनिया के 119 देशों ने 5 से 16 जून, 1972 तक स्वीडन के स्टाकहोम में पहले पर्यावरण सम्मेलन में भाग लिया और यह दिवस मनाने का निर्णय किया। इसी सम्मेलन से संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) का जन्म हुआ।
- विश्व पर्यावरण दिवस दुनिया में पर्यावरणीय मुद्दों पर जागरुकता फैलाने और इसके प्रति राजनीतिक चेतना जगाने के लिए मनाया जाता है। इन मुद्दों में विषैला रासायनिक प्रदूषण, वन उन्मूलन और वैश्विक तापमान वृद्धि शामिल हैं। 1972 में शुरू हुआ यह आंदोलन आज एक विराट रूप ले चुका है। आमजन जागरुक है। लेकिन इस जागरुकता को और बढ़ाना होगा।
- वर्ष 2025 के पर्यावरण दिवस की थीम प्लास्टिक से लड़ाई पर आधारित है। यूएनईपी के तथ्यों के अनुसार दुनिया में प्लास्टिक का उत्पादन हर वर्ष 400 मिलियन टन से ज्यादा है। इसमें से आधा सिंगल यूज प्लास्टिक है। हर वर्ष 11 मिलियन टन प्लास्टिक कचरा जलीय निकायों यानी झीलों, नदियों और समुद्र में जा रहा है। खतरनाक स्थिति तो यह है कि 5 मिमी व्यास के छोटे प्लास्टिक कण आदमी के शरीर में जा रहे हैं। एक अध्ययन के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति प्रतिवर्ष 50,000 से अधिक प्लास्टिक कणों का सेवन करता है।
- संयुक्त राष्ट्र की ओर से वर्ष 2021-2030 तक 'पारिस्थितिकी तंत्र बहाली पर संयुक्त राष्ट्र दशक' (Decade on Ecosystem Restoration) मनाया जा रहा है। पारिस्थितिकी तंत्र में खेत, जंगल, घास के मैदान, पहाड़, ताजे पानी के स्रोत और महासागर आदि शामिल हैं।
- स्टाकहोम में हुए पहले पर्यावरण सम्मेलन को भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने भी संबोधित किया था। उन्होंने 'पर्यावरण की बिगड़ती स्थिति एवं उसका विश्व के भविष्य पर प्रभाव' विषय पर व्याख्यान दिया था।
- विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को पर्यावरण का महत्व समझाना और इसके क्षरण को रोकने के प्रति प्रेरित करना है।
- पहले विश्व पर्यावरण दिवस की थीम 'केवल एक पृथ्वी' थी।
वर्ष 2025 का मेजबान देश दक्षिण कोरिया
- संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2025 के पर्यावरण दिवस के लिए 'प्लास्टिक प्रदूषण को हराएं' (Beat plastic pollution) को मुख्य विषय बनाया है और मुख्य आयोजन की मेजबानी दक्षिण कोरिया यानी रिपब्लिक ऑफ कोरिया को सौंपी है। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम की साझेदारी में दक्षिण कोरिया इस वैश्विक आयोजन में दुनिया से प्लास्टिक को खत्म करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
विश्व पर्यावरण दिवस-2025 पर भारत में कार्यक्रम
- वर्ष 2025 के विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली के भगवान महावीर वनस्थली पार्क में 'एक पेड़ मां के नाम' पहल के अंतर्गत वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत करेंगे। यह पहल 'अरावली ग्रीन वॉल परियोजना' का हिस्सा होगी, जिसका उद्देश्य 700 किलोमीटर लंबी अरावली शृंखला को वनों से परिपूर्ण करना है। यह परियोजना चार दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और गुजरात के 29 जिलों में चलाई जाएगी।
भारत और पर्यावरण
- भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से ही पर्यावरण को जनजीवन से जोड़ा गया है। पीपल, बरगद, तुलसी आदि जीवनदायी पेड़-पौधों को हमारी संस्कृति में उच्च स्थान मिला हुआ है।
- भारत में पर्यावरण की सुरक्षा एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए 19 नवंबर 1986 को पर्यावरण संरक्षण अधिनियम लागू हुआ।
- पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की स्मृति में वर्ष 1987 से प्रतिवर्ष 'इंदिरा गांधी पर्यावरण पुरस्कार' प्रदान करता आ रहा है। ये पुरस्कार इंदिरा गांधी की जयंती 19 नवंबर को प्रदान किए जाते हैं। इंदिरा गांधी पर्यावरण पुरस्कार के तहत 'संगठन श्रेणी' में दो और व्यक्तिगत श्रेणी में 3 पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
- यह भी ध्यान रखने योग्य है कि संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2018 के पर्यावरण दिवस के आयोजन की जिम्मेदारी भारत को सौंपी थी। देश में यह पांच दिवसीय आयोजन प्लास्टिक के प्रयोग से मुक्ति की थीम पर आधारित था। इस दौरान सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को धीरे-धीरे कम करने के प्रति लोगों को जागरूक किया गया था।
*विश्व पर्यावरण दिवस-2025 का विषय/थीम*
Beat plastic pollution
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