आज का दिन : 23 अक्टूबर 2024
अंतरराष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस
(International Snow Leopard Day)
- प्रतिवर्ष 23 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस मनाया जाता है।
- किर्गिस्तान के बिश्केक में वर्ष 2013 में आयोजित हिम तेंदुआ सम्मेलन में प्रतिवर्ष 23 अक्टूबर को 'अंतरराष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस' मनाने का प्रस्ताव पारित हुआ।
- बिश्केक घोषणा पर स्नो लेपर्ड रेंज वाले 12 देशों ने हस्ताक्षर किए थे। इन देशों में भारत, अफगानिस्तान, भूटान, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, मंगोलिया, नेपाल, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं।
- इसी सम्मेलन में 'वैश्विक हिम तेंदुआ और पारिस्थितिकी तंत्र संरक्षण' (Global Snow Leopard and Ecosystem Protection-GSLEP) कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी।
- वर्तमान में भारत में हिम तेंदुए लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में पाए जाते हैं। वर्तमान में देश में 718 हिम तेंदुए हैं।
- दुनिया के 12 देशों में लगभग 7,500 हिम तेंदुए पाए जाते हैं।
- हिम तेंदुए का वैज्ञानिक नाम पैंथेरा अनकिया (Panthera uncia) है।
- स्नो लेपर्ड को पहाड़ों का भूत या हिमालय का भूत भी कहा जाता है।
- हिमाचल प्रदेश का राज्य पशु हिम तेंदुआ है।
भारत में हिम तेंदुआ यानी स्नो लैपर्ड से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
- केंद्र सरकार ने वर्ष 2009 में प्रोजेक्ट स्नो लेपर्ड शुरू किया था और यह प्रोजेक्ट 2021 में समाप्त हो गया।
- भारत सरकार ने देश में हिम तेंदुओं की सुरक्षा और संरक्षण को बढ़ावा देने और उनकी गणना के लिए 23 अक्टूबर, 2019 को प्रथम राष्ट्रीय प्रोटोकाल का शुभारंभ किया था।
- वर्ष 2019 से 2023 तक चली हिम तेंदुओं की गणना के बाद 30 जनवरी, 2024 को इसकी रिपोर्ट केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने जारी की।
- इसके अनुसार वर्तमान में चार राज्यों हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश व दो केंद्रशासित प्रदेशों लद्दाख व जम्मू-कश्मीर में 718 तेंदुए हैं। स्नो लेपर्ड की गणना इन राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के अलावा ट्रांस-हिमालयी इलाके में लगभग 1,20,000 किलोमीटर क्षेत्र में दो चरणों में की गई।
- गणना के अनुसार अनुमानत: लद्दाख में सर्वाधिक 477, उत्तराखंड में 124, हिमाचल प्रदेश में 51, अरुणाचल प्रदेश में 36, सिक्किम में 21 और जम्मू तथा कश्मीर में सबसे कम 9 हिम तेंदुए हैं।
- सिक्योर हिमालय परियोजना के तहत उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित गंगोत्री नेशनल पार्क से लगे भैरोंघाटी लंका में देश का पहला हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र बनाया जाना प्रस्तावित है। हालांकि इस परियोजना को वर्ष 2017 में शुरू किया गया था, लेकिन अभी काफी काम होना बाकी है।
- इसी तरह हिमाचल के स्पीति स्थित किब्बर में हिमालयन स्नो लैपर्ड रिसर्च सेंटर की स्थापना किया जाना प्रस्तावित है।
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