गुरुवार, 23 जनवरी 2025

23 जनवरी 2025 : पराक्रम दिवस

पराक्रम दिवस

(Parakram Divas)

आज का दिन : 23 जनवरी 2024

  • देश में प्रतिवर्ष 23 जनवरी को पराक्रम दिवस मनाया जाता है। नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर यह दिवस मनाया जाता है।
  • भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने 19 जनवरी, 2021 को महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की जयंती 23 जनवरी पर प्रतिवर्ष 'पराक्रम दिवस' मनाने संबंधी अधिसूचना राजपत्र में प्रकाशित की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 23 जनवरी, 2021 को कोलकाता में पराक्रम दिवस का शुभारंभ किया था। 23 जनवरी, 2021 से 23 जनवरी, 2022 तक की अवधि को देश में नेताजी की 125वीं जयंती वर्ष के रूप में मनाया गया था।
  • पराक्रम दिवस मनाने का उद्देश्य राष्ट्र के प्रति नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की अदम्य भावना और निस्वार्थ सेवा को सम्मान देना और उनका स्मरण करना है ताकि देश के लोगों को, विशेष रूप से युवाओं को प्रेरित किया जा सके, विपत्ति में धैर्य के साथ काम करने, जैसा नेताजी ने किया था, की प्रेरणा दी जा सके और देशभक्ति की भावना का संचार किया जा सके।
  • संस्कृति मंत्रालय की ओर से जारी राजपत्र अधिसूचना में लिखा गया, ''भारत के लोग नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती वर्ष में इस महान राष्ट्र के लिए उनके अतुल्य योगदान को याद करते हैं। भारत सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती 23 जनवरी 2021 से आरंभ करने का निर्णय लिया है ताकि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उनका सत्कार किया जा सके।''
  • सुभाषचन्द्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कटक में हुआ था। उन्होंने आजाद हिन्द फौज के सर्वोच्च कमांडर के रूप में देश की आजादी के लिए 'तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आजादी दूंगा' का नारा दिया था।

वर्ष 2025 में पराक्रम दिवस

  • भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की ओर से हर वर्ष पराक्रम दिवस का आयोजन नेताजी से जुड़े अलग-अलग स्थलों पर किया जाता रहा है। पराक्रम दिवस-2025 का आयोजन नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जन्मस्थली, ऐतिहासिक शहर कटक के बाराबती किले में 23 से 25 जनवरी, 2025 तक किया जाएगा। तीन दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी 23 जनवरी, 2025 को करेंगे। 
  • वर्ष 2021 में पहले पराक्रम दिवस का आयोजन विक्टोरिया मेमोरियल, कोलकाता (पश्चिम बंगाल), वर्ष 2022 में इंडिया गेट, नई दिल्ली, वर्ष 2023 में अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह और वर्ष 2024 में दिल्ली के लाल किले में किया गया था।

सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार

  • आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में देश में व्यक्तिगत स्तर पर तथा संगठनों के अमूल्य योगदान और निस्वार्थ सेवा को पहचान देने और उन्हें सम्मानित करने के लिए, भारत सरकार द्वारा सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार के नाम से वार्षिक पुरस्कार स्थापित किया गया है। इस पुरस्कार की घोषणा हर साल 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर की जाती है। पुरस्कार के रूप में संस्थान को 51 लाख रुपये नकद तथा एक प्रमाण पत्र एवं व्यक्तिगत स्तर पर 5 लाख रुपये नकद तथा एक प्रमाण पत्र प्रदान किये जाते हैं। 
  • सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार-2025 के विजेताओं की घोषणा 23 जनवरी, 2025 को की जाएगी।

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