अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
(International Day of Yoga)
आज का दिन : 21 जून 2025![]() |
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 की थीम Yoga for One Earth, One Health |
- प्रतिवर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।
- संयुक्त राष्ट्र की ओर से सम्पूर्ण विश्व में प्रतिवर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।
- योग दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को इस 5,000 साल पुरानी भारतीय शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक पद्धति के प्रति आकर्षित करना है। यह पद्धति मानव शरीर और मस्तिष्क में सकारात्मक परिवर्तन लाती है।
- भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितम्बर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र में दिए अपने पहले भाषण में योग दिवस मनाने का आह्वान किया था।
- 11 दिसम्बर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्यों द्वारा 21 जून को 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' के रूप में मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई तथा 21 जून, 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया।
- 21 जून, 2025 को 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने योग को 'शारीरिक गतिविधि के एक्शन प्लान 2018-2030 : एक स्वस्थ दुनिया के लिए और अधिक सक्रिय लोग' में भी शामिल किया हुआ है।
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में होगा राष्ट्रीय योग कार्यक्रम
- वर्ष 2015 का पहला राष्ट्रीय स्तर का योग कार्यक्रम राजधानी दिल्ली के राजपथ पर हुआ था। आयुष मंत्रालय की ओर से वर्ष 2025 के अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का राष्ट्र स्तरीय मुख्य समारोह आंध्र प्रदेश सरकार के सहयोग से विशाखापट्टनम में आयोजित किया जाएगा। 21 जून, 2025 को 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुख्य समारोह का नेतृत्व करेंगे।
योग पुरस्कार-2025
- भारत सरकार का आयुष मंत्रालय प्रतिवर्ष 'योग प्रोत्साहन और विकास में असाधारण योगदान के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार' प्रदान करता है। ये 4 पुरस्कार दो श्रेणियों राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय में प्रदान किए जाते हैं। विजेताओं के नामों की घोषणा 21 जून 2025 को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर की जाएगी।
21 जून को होता है वर्ष का सबसे लम्बा दिन
- 21 जून वर्ष का सबसे लम्बा दिन होता है। इस दिन सूर्य का तेज सबसे अधिक होता है। प्रकृति के इसी रूप को सम्मान देते हुए इस दिन को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का निश्चय किया गया।
- योग शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के शब्द 'युज्' से हुई है, जिसका अर्थ समाधि, जोड़ या सामंजस्य है। योग एक समग्र अवधारणा है, जो कि शरीर, मन, भावना और ऊर्जा के स्तर पर काम करता है।
- योग को चार श्रेणियों में विभाजित किया गया है : कर्म योग- जिसमें हम शरीर का उपयोग करते हैं; ज्ञान योग- जिसमें हम मन का उपयोग करते हैं; भक्ति योग- जिसमें हम भावनाओं का उपयोग करते हैं तथा क्रिया योग- जहां हम ऊर्जा का उपयोग करते हैं।
- प्राचीन काल में महर्षि पंतजलि ने उस समय के प्रचलित प्राचीन योग अभ्यासों को व्यवस्थित व वर्गीकृत करते हुए 'पातंजलयोगसूत्र' नामक ग्रन्थ की रचना की थी।
- योग भारतीय सनातन संस्कृति के छह दर्शनों- 1. न्याय, 2. वैशेषिक, 3. सांख्य, 4. योग, 5. मीमांसा और 6. वेदान्त में से एक है।
*अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-2025 का विषय/थीम*
Yoga for One Earth, One Health
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें