मंगलवार, 26 नवंबर 2024

26 नवंबर 2024 : राष्ट्रीय दुग्ध दिवस

आज का दिन : 26 नवंबर 2024

राष्ट्रीय दुग्ध दिवस

(National Milk Day)


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  • प्रतिवर्ष 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया जाता है।
  • मिल्कमैन और देश में श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन की जयंती 26 नवंबर को देश में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया जाता है।
  • 26 नवंबर, 2014 को देश में पहली बार भारतीय डेयरी संघ ने इस दिवस को मनाया था। भारतीय डेयरी संघ ने देश के 22 राज्य स्तरीय दुग्ध संघों के साथ मिलकर डॉ. वर्गीज की जयंती को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। डॉ. वर्गीज का जन्म 26 नवंबर, 1921 को हुआ था।
  • यह दिवस दूध एवं उससे निर्मित उत्पादों के महत्व को प्रदर्शित करने के लिए मनाया जाता है।
  • भारत सरकार के मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की ओर से 26 नवंबर, 2024 को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस पर मुख्य कार्यक्रम नई दिल्ली के मानेकशॉ सेंटर में आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार-2024 भी प्रदान किए जाएंगे।

राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार-2024

  • 1. स्वदेशी मवेशी/भैंस की नस्लों को पालने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान
  • प्रथम - रेनू, झज्जर (हरियाणा)
  • द्वितीय - देवेंद्र सिंह परमार, शाजापुर (मध्य प्रदेश)
  • तृतीय - सुरभि सिंह, बिजनौर (उत्तर प्रदेश)
  • पूर्वोत्तर क्षेत्र श्रेणी के लिए विशेष पुरस्कार-
  • जुना तमुली बर्मन, बजाली (असम)
  • जुनुमा माली, मोरिगांव (असम)
  • 2. सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी)
  • प्रथम - भास्कर प्रधान, सुबरनापुर (ओडिशा) और राजेंद्र कुमार, हनुमानगढ़ (राजस्थान)
  • द्वितीय - वीरेंद्र कुमार सैनी, हनुमानगढ़ (राजस्थान)
  • तृतीय - वी. अनिल कुमार, अन्नामैया (आंध्र प्रदेश)
  • पूर्वोत्तर क्षेत्र  श्रेणी के लिए विशेष पुरस्कार
  • अब्दुर रहीम, कामरूप (असम)
  • 3. सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी/ दुग्ध उत्पादक कंपनी/ डेयरी किसान उत्पादक संगठन
  • प्रथम - गैबट मिल्क प्रोड्यूसर्स कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, अरावली (गुजरात)
  • द्वितीय - प्रतापपुरा दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति लिमिटेड, प्रतापपुरा, भीलवाड़ा (राजस्थान)
  • तृतीय - टीएनडी 208 वडापाथी एमपीसीएस लिमिटेड, कडलोर, तमिलनाडु
  • पूर्वोत्तर क्षेत्र श्रेणी के लिए विशेष पुरस्कार-
  • कामधेनु दूध उत्पादक सहकारी समिति लिमिटेड नित्यानंद, बजाली (असम)

दूध सम्पूर्ण आहार

  • दूध को 'सम्पूर्ण आहार' का दर्जा दिया गया है। दूध हमें गाय, भैंस, भेड़, बकरी आदि से प्राप्त होता है। आजकल तो ऊंटनी का भी दूध प्रचलन में है, जिसमें प्रोटीन, विटामिन्स आदि की भरपूर मात्रा होती है। दूध हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। दूध में कैल्शियम, प्रोटीन, पोटेशियम, फॉस्फोरस, विटामिन डी, विटामिन बी 12, विटामिन ए, विटामिन बी2, नियासिन आदि पाए जाते हैं।

दुग्ध उत्पादन में भारत प्रथम स्थान पर

  • दूध उत्पादन में भारत विश्व में पहले स्थान पर है। देश में 230.58 मिलियन टन प्रतिवर्ष दूध का उत्पादन हो रहा है, यह विश्व दूध उत्पादन का 25 प्रतिशत है। दूध उत्पादन में दूसरा स्थान संयुक्त राज्य अमेरिका का है।
  • केंद्र सरकार ने देश में दूसरी दुग्ध क्रांति के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन चलाया हुआ है। इसके तहत राष्ट्रीय पशु उत्पादकता मिशन कार्यरत है।
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 23 दिसंबर, 2021 को डेयरी मार्क लॉन्च किया था। इस लोगो में 'उत्पाद-खाद्य सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली-प्रक्रिया' प्रमाणन के लिए पहले संबंधित लोगो बीआईएस-आईएसआई मार्क एवं एनडीडीबी- गुणवत्ता मार्क और कामधेनु गाय की आकृति बनी हुई है। इस डेयरी मार्क से उपभोक्ता दूध और दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता के प्रति आश्वस्त हो सकते हैं।

डॉ. वर्गीज कुरियन ने रखी आधारशिला

  • देश में सहकारी दुग्ध मॉडल की आधारशिला रखने वाले डॉ. वर्गीज कुरियन का जन्म केरल के कोझिकोड में 26 नवंबर, 1921 को हुआ था।
  • उन्होंने 1940 में भौतिकी में स्नातक और मद्रास विश्वविद्यालय से बी.ई. (मैकेनिकल) कोर्स किया। इसके बाद उन्होंने अमेरिका से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल की। उनका प्रशिक्षण बैंगलोर स्थित राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान और टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी जमशेदपुर में हुआ। वे गुजरात के आनंद में सरकारी डेयरी इंजीनियर बने। जब सहकारी डेयरी, कैरा जिला सहकारी दूध उत्पादक संघ लिमिटेड संकट में थी, तो डॉ. कुरियन इसका हाथ थामा और आज डेयरी के क्षेत्र में 'अमूल' अपने आप में ब्रांड बन चुका है। भैंस के दूध से पहली बार पाउडर बनाने का श्रेय भी डॉ. कुरियन को जाता है।
  • सन् 1965 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने डॉ. कुरियन के नेतृत्व में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की स्थापना की। एनडीडीबी ने देश में वर्ष 1970 में ऑपरेशन फ्लड या श्वेत क्रांति की शुरुआत की जिससे भारत दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक बना। डॉ. कुरियन 1965 से 1998 तक 33 साल एनडीडीबी के अध्यक्ष रहे।
  • भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित किया। इसके अलावा उन्हें रैमन मैग्सेसे पुरस्कार, कार्नेगी वटलर विश्व शांति पुरस्कार, अमेरिका के इंटरनेशनल पर्सन ऑफ द ईयर सम्मान, वर्ल्ड फूड प्राइज, कृषि रत्न सम्मान, फ्रांस के ऑर्डर ऑफ एग्रीकल्चर मेरिट आदि से सम्मानित किया गया।

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