जनजातीय गौरव दिवस
Janjatiya Gaurav Diwas
आज का दिन : 15 नवंबर 2024
- देश में प्रतिवर्ष 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाता है।
- 15 नवंबर, 2021 को पहली बार 'जनजातीय गौरव दिवस' मनाया गया।
- भारत सरकार ने 10 नवंबर, 2021 को अमर शहीद भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर को 'जनजातीय गौरव दिवस' के रूप में मनाने की घोषणा की थी।
- 15 नवंबर, 1875 में झारखंड के रांची में आदिवासी नेता और लोकनायक बिरसा मुंडा का जन्म हुआ था। बिरसा मुंडा 19वीं सदी में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ डटकर खड़े हुए थे।
- बिरसा मुंडा को रांची और सिंहभूमि के आदिवासी 'बिरसा भगवान' का दर्जा देते हैं।
- 15 नवंबर, 2024 को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती है। इस अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस का मुख्य समारोह बिहार के जमुई स्थित बल्लोपुर गांव में मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीे इस अवसर पर धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट का अनावरण करेंगे। इसके साथ ही पूरे वर्ष मनाए जाने वाले 150वें जयंती वर्ष समारोह की शुरुआत हो जाएगी।
भगवान बिरसा मुंडा संग्रहालय
- प्रधानमंत्री ने 15 नवंबर, 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से झारखंड की राजधानी रांची में 'भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय' का उद्घाटन किया था। यह संग्रहालय रांची के पुराने केंद्रीय कारावास में बनाया गया है, जहां भगवान बिरसा मुंडा ने अपने प्राणों की आहुति दी थी। संग्रहालय जनजातीय संस्कृति एवं इतिहास को संरक्षित और बढ़ावा देगा। इस संग्रहालय में भगवान बिरसा मुंडा के साथ अन्य जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में भी जानकारी प्रदर्शित की गई है। 25 एकड़ में फैले इस संग्रहालय में भगवान बिरसा मुंडा की 25 फीट की प्रतिमा स्थापित की गई है।
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