नागालैंड स्थापना दिवस
(Nagaland Foundation Day)
आज का दिन : 1 दिसंबर 2024
- 1 दिसंबर, 1963 को नागालैंड देश का 16वां राज्य बना।
- नागालैंड को स्वतंत्रता के पश्चात् केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा प्रदान किया गया था। तब इसे 'नगा हिल्स तुएनसांग' क्षेत्र कहा गया। सन् 1961 में इसका नाम बदलकर 'नागालैंड' रखा गया। बाद में 1 दिसंबर, 1963 को राज्य का दर्जा दिया गया।
- भारत सरकार और नगा पीपुल्स कन्वेंशन के बीच हुए समझौते के अनुसार नागालैंड राज्य के लिए विशेष उपबंध करने के लिए अनुच्छेद 371क जोड़ा गया। यह उपबंध '13वां संविधान संशोधन अधिनियम, 1962' के तहत जोड़ा गया।
- 1 दिसंबर, 2024 को नागालैंड अपना 62वां स्थापना दिवस मना रहा है। कोहिमा में नागालैंड सचिवालय में मुख्य समारोह का आयोजन किया गया।
- नागालैंड राज्य दिवस समारोह-2024 के अवसर पर हॉर्नबिल फेस्टिवल नगा हैरिटेज गांव किसामा में 1 से 10 दिसंबर, 2024 तक हो रहा है। इस वर्ष 25वें हॉर्नबिल महोत्सव में देश के रूप में संयुक्त राज्य अमरीका, यूनाइटेड किंगडम (वेल्स), जापान और पेरू तथा राज्य के रूप में भागीदार सिक्किम और तेलंगाना हैं।
- वर्तमान यानी वर्ष 2024 में नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के नेफियू रियो नागालैंड के मुख्यमंत्री हैं। वहीं राज्यपाल ला गणेशन हैं।
- इस पहाड़ी राज्य के पूर्व में म्यांमार देश, उत्तर में अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम में असम और दक्षिण में मणिपुर राज्य स्थित हैं।
- नागालैंड की राजधानी कोहिमा है और इसे 'पूरब का स्विट्जरलैंड' भी कहा जाता है।
- नागालैंड ब्रह्मपुत्र घाटी और बर्मा के बीच, पहाड़ी इलाके की संकरी पट्टी में बसा हुआ है।
- नागालैंड का क्षेत्रफल 16,579 वर्ग किमी है।
- वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार नागालैंड की जनसंख्या 19,78,502, लिंगानुपात- 931/1000 पुरुष पर, साक्षरता दर- 79.6 प्रतिशत है।
- नागालैंड गुवाहाटी उच्च न्यायालय के क्षेत्राधिकार में है। कोहिमा में न्यायालय की खंडपीठ है।
- नागालैंड की प्रमुख भाषाएं आओ, चांग, अंगामी, लोथा, कोन्याक, सेमा, संगताम आदि हैं।
- नागालैंड का राज्य पशु गौर और राज्य पक्षी ब्लाइथ्स ट्रापागोन है।
- नागालैंड में बरेल एवं जाप्फू पर्वत हैं।
- राज्य में झांजी, मेलक, दोयांग, दिखू, तीजू, धनसिरी नदियां प्रमुख हैं। यहां लेचाम झील है।
- विधानसभा सदस्यों की संख्या 60 है। लोकसभा एवं राज्यसभा के लिए एक-एक सदस्य चुने जाते हैं।
- कोहिमा में इंटाग्फी वन्य जीव अभयारण्य स्थित है।
इनर लाइन परमिट
- भारतीय नागरिकों को नागालैंड में कहीं भी आने-जाने के लिए राज्य सरकार एक परमिट जारी करती है। इसे इनर लाइन परमिट कहा जाता है। सीमाओं पर चेकगेट बने हुए हैं, जहां परमिट दिखाकर ही प्रवेश पाया जा सकता है। हालांकि नागालैंड के दिमापुर शहर में जाने के लिए परमिट की आवश्कता नहीं पड़ती है।
- यह इनर लाइन परमिट नागालैंड के अलावा मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश में भी लागू है।
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