रविवार, 2 फ़रवरी 2025

2 फरवरी 2025 : विश्व आर्द्रभूमि दिवस

विश्व आर्द्रभूमि दिवस

(World Wetlands Day)

आज का दिन : 2 फरवरी 2025

  • प्रतिवर्ष 2 फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाया जाता है। 
  • एक ऐसा भू-भाग जो जल से संतृप्त यानी पानी में डूबा हुआ हो, आर्द्रभूमि (Wetland) कहलाता है। धरती की इसी अमूल्य धरोहर वेटलैंड को संरक्षित करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष यह दिवस मनाया जाता है।
  • 2 फरवरी, 1971 को ईरान के रामसर शहर में आर्द्रभूमियों के संरक्षण पर सम्मेलन हुआ। जिसे रामसर अभिसमय यानी कन्वेन्शन के नाम से जाता है। यह 1975 में लागू हुआ था।
  • 30 अगस्त, 2021 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रतिवर्ष 2 फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस के रूप में मनाने का संकल्प अपनाया। हालांकि रामसर सम्मेलन के 16 वर्ष पूरे होने पर 2 फरवरी, 1997 से यह दिवस विश्व में सर्वमान्य तौर पर मनाया जा रहा है।
  • भारत का पहला 'आर्द्रभूमि संरक्षण एवं प्रबंधन केन्द्र' 2 फरवरी 2021 को चेन्नई में स्थापित किया गया। यह राष्ट्रीय सतत तटीय प्रबंधन केन्द्र (एनसीएससीएम), चेन्नई के भाग के रूप में स्थापित किया गया है।
  • स्विटजरलैंड के ग्लैंड में रामसर सचिवालय में 20 से 24 जनवरी, 2025 तक हुई 64वीं स्टेडिंग कमेटी में 31 शहरों को वेटलैंड सिटी यानी आर्द्रभूमि शहर का दर्जा दिया गया। इनमें भारत के इंदौर (मध्य प्रदेश) और उदयपुर (राजस्थान) भी शामिल हैं।

तथ्यात्मक जानकारी

  • संयुक्त राष्ट्र के अनुसार पृथ्वी पर मात्र 6 प्रतिशत ही आर्द्रभूमि है, लेकिन सभी पेड़-पौधों और प्राणियों की प्रजातियों में से 40 प्रतिशत का संरक्षण यहीं है।
  • यूएन के अनुसार वनों की तुलना में आर्द्रभूमि तीन गुना तेजी से लुप्त हो रही है, इसीलिए इसे संरक्षण की बहुत अधिक आवश्यकता है।
  • कार्बन को अलग करने में आर्द्रभूमि बहुत अधिक उपयोगी है। तटीय आर्द्रभूमि उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों की तुलना में 55 गुना तेजी से कार्बन को अलग करती है और संग्रहीत करती है।
  • आर्द्रभूमि में उगाया जाने वाला चावल दुनिया की 3.5 अरब आबादी का मुख्य आहार है।
  • आर्द्रभूमियों को सदैव एक बेकार व दलदली क्षेत्र माना जाता रहा है, लेकिन ये वेटलैंड्स जलवायु परिवर्तन से निपटने में बेहद महत्वपूर्ण होती हैं। आर्द्रभूमियां प्राकृतिक स्पंज की तरह होती हैं और ये अतिरिक्त पानी सोखती हैं। साथ ही, शुष्क महीनों के दौरान अनेक महत्वपूर्ण नदियों के प्रवाह को नियंत्रित करती हैं। 

भारत की 80 रामसर साइट्स

  • विश्व की महत्वपूर्ण आर्द्रभूमियों की सूची को रामसर सूची कहा जाता है। वर्तमान में इस सूची में भारत के कुल 80 स्थल शामिल हैं। देश में वर्ष 2022 में सर्वाधिक 19 रामसर साइट्स घोषित की गईं।
  • भारत में वेटलैंड्स के संरक्षण की जिम्मेदारी वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की है। यह मंत्रालय भारत में रामसर साइट्स की सूची तैयार करता है। वर्ष 2024 में रामसर साइट्स में देश की 5 नई साइट्स शामिल हुई है -
  • 1981 से 2024 के बीच भारत की रामसर साइट्स
    क्रमरामसर साइटराज्य/केंद्र शासित प्रदेशघोषित वर्ष
    1.चिल्का झीलओडिशा1981
    2. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यानराजस्थान1981
    3.लोकटक झीलमणिपुर1990
    4.वुलर झीलजम्मू-कश्मीर1990
    5.हरिके झीलपंजाब1990
    6.सांभर झीलराजस्थान1990
    7.कंजली झीलपंजाब2002
    8.रोपड़ आर्द्रभूमिपंजाब2002
    9.कोलेरु झीलआंध्र प्रदेश2002
    10दीपोर बीलअसम2002
    11.पोंग बांध झीलहिमाचल प्रदेश2002
    12.त्सो मोरीरी झीललद्दाख2002
    13.अष्टमुडी झीलकेरल2002
    14.सस्थमकोट्टा झीलकेरल2002
    15.वेम्बनाड-कोल आर्द्रभूमि क्षेत्रकेरल2002
    16.भोज आर्द्रभूमिमध्य प्रदेश2002
    17.भितरकनिका मैंग्रोवओडिशा2002
    18.प्वाइंट कैलिमेरे वन्यजीव और पक्षी अभयारण्यतमिलनाडु2002
    19.पूर्व कोलकाता आर्द्रभूमिपश्चिम बंगाल2002
    20.चंदेरटल आर्द्रभूमिहिमाचल प्रदेश2005
    21.रेणुका आर्द्रभूमिहिमाचल प्रदेश2005
    22.होकेरा आर्द्रभूमिजम्मू और कश्मीर2005
    23.सुरिंसर और मानसर झीलजम्मू और कश्मीर2005
    24.रुद्रसागर झीलत्रिपुरा2005
    25.ऊपरी गंगा नदीउत्तर प्रदेश2005
    26.नलसरोवर पक्षी अभयारण्यगुजरात2012
    27.सुंदरवन डेल्टा क्षेत्रपश्चिम बंगाल2019
    28.नंदुर मध्यमेश्वरमहाराष्ट्र2019
    29.केशोपुर मिआनी कम्युनिटी रिजर्वपंजाब2019
    30.नांगल वन्यजीव अभयारण्यपंजाब2019
    31.व्यास संरक्षण रिजर्वपंजाब2019
    32.शहीद चंद्रशेखर आजाद पक्षी अभयारण्यउत्तर प्रदेश2019
    33.साण्डी पक्षी अभयारण्यउत्तर प्रदेश2019
    34.समसपुर पक्षी अभयारण्यउत्तर प्रदेश2019
    35.समन पक्षी अभयारण्यउत्तर प्रदेश2019
    36.पार्वती अरगा पक्षी अभयारण्यउत्तर प्रदेश2019
    37.सरसई नावर झीलउत्तर प्रदेश2019
    38.आसन कंजर्वेशन रिजर्वउत्तराखंड2020
    39.काबर/कंवर ताल झीलबिहार2020
    40.लोनार झीलमहाराष्ट्र2020
    41.सुर सरोवर झील उत्तर प्रदेश2020
    42.त्सो कर आर्द्रभूमि क्षेत्रलद्दाख2020
    43.सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान हरियाणा2021
    44.भिंड़ावास वन्यजीव अभ्यारण्यहरियाणा2021
    45.वाधवाना आर्द्रभूमि क्षेत्रगुजरात2021
    46.थोल झील वन्यजीव अभ्यारण्यगुजरात2021
    47.हैदरपुर वेटलैंडउत्तर प्रदेश2021
    48.खिजडिय़ा पक्षी अभयारण्यगुजरात2022
    49.बखिरा पक्षी अभयारण्यउत्तर प्रदेश2022
    50.करीकिली पक्षी अभयारण्यतमिलनाडु2022
    51.पल्लिकरनई मार्श रिजर्व फॉॅरेस्टतमिलनाडु2022
    52.पिचवरम मैंग्रोवतमिलनाडु2022
    53.पाला आर्द्रभूमिमिजोरम2022
    54.साख्य सागरमध्य प्रदेश2022
    55.कूनथनकुलम पक्षी अभ्यारण्यतमिलनाडु2022
    56.सतकोसिया गॉर्जओडिशा2022
    57.नंदा झीलगोवा2022
    58.मन्नार की खाड़ी समुद्री बायोस्फीयर रिजर्वतमिलनाडु2022
    59.रंगनाथितु पक्षी अभयारण्यकर्नाटक2022
    60.वेम्बन्नूर वेटलैंड कॉम्प्लेक्सतमिलनाडु2022
    61.वेलोड पक्षी अभयारण्यतमिलनाडु2022
    62.सिरपुर वेटलैंडमध्य प्रदेश2022
    63.वेदान्थंगल पक्षी अभयारण्यतमिलनाडु2022
    64.उदयमार्थंदपुरम पक्षी अभयारण्यतमिलनाडु2022
    65.तंपारा झीलओडिशा2022
    66.हीराकुंड जलाशयओडिशा2022
    67.अंशुपा झीलओडिशा2022
    68.यशवंत सागरमध्य प्रदेश2022
    69.चित्रांगुडी पक्षी अभयारण्यतमिलनाडु2022
    70.सुचिन्द्रम थेरूर वेटलैंड कॉम्प्लेक्सतमिलनाडु2022
    71.वडुवूर पक्षी अभयारण्यतमिलनाडु2022
    72.कांजीरकुलम पक्षी अभयारण्यतमिलनाडु2022
    73.ठाणे क्रीकमहाराष्ट्र2022
    74.हाइगम वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्वजम्मू और कश्मीर2022
    75.शालबुग वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्वजम्मू और कश्मीर2022
    76.अंकसमुद्र पक्षी संरक्षण रिजर्वकर्नाटक2024
    77.अघानाशिनी एस्चुएरीकर्नाटक2024
    78.मगदी केरे संरक्षण रिजर्वकर्नाटक2024
    79.कराईवेट्टी पक्षी अभयारण्यतमिलनाडु2024
    80.लॉन्गवुड शोला रिजर्व वनतमिलनाडु2024


*विश्व आर्द्रभूमि दिवस-2025 का विषय/थीम*

 "Protecting wetlands for our common future"

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