शनिवार, 28 सितंबर 2024

28 सितंबर 2024 : विश्व रेबीज दिवस

विश्व रेबीज दिवस

(World Rabies Day)

आज का दिन : 28 सितंबर 2024

विश्व रेबीज दिवस 2024 की थीम

  • प्रथम विश्व रेबीज दिवस 28 सितंबर, 2007 को मनाया गया था। 28 सितंबर, 2024 को 18वां विश्व रेबीज दिवस मनाया जा रहा है।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और ग्लोबल अलायंस फॉर रेबीज कंट्रोल की ओर यह दिवस मनाया जाता है। रेबीज के प्रथम टीके की खोज करने वाले फ्रांसीसी माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. लुई पाश्चर की पुण्य तिथि 28 सिंतबर को यह दिवस मनाया जाता है। डॉ. पाश्चर ने 1885 में रेबीज के टीके का सफल परीक्षण किया था। उन्होंने टीबी, डिप्थीरिया, टिटनेस, हैजा, प्लेग, टाइफाइड आदि बीमारियों के लिए भी टीके विकसित किए।
  • विश्व रेबीज दिवस मनाने का उद्देश्य इस घातक बीमारी के बारे में जागरुकता फैलाने एवं इसकी रोकथाम के प्रयासों को बढ़ावा देना है।
  • रेबीज जानवरों से फैलने वाली एक जूनोटिक बीमारी है। रेबीज वायरस के कारण दुनिया भर में हर साल हजारों मौतें होती हैं। डब्ल्यूएचओ ने वर्ष 2030 तक इस बीमारी को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है।
  • वर्ष 2007 में ही ग्लोबल अलायंस फॉर रेबीज कंट्रोल की स्थापना की गई थी। इसका मुख्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका के कंसास में है।

रेबीज : एक वायरल संक्रमण

  • रेबीज एक वायरल संक्रमण है और इसके सामान्य वाहक कुत्ते, बिल्ली, बंदर जैसे जानवर हैं। इन जानवरों के काटने या खरोंचने के कारण रेबीज हो सकती है। भारत में 90 प्रतिशत मामलों में कुत्तों के काटने से रेबीज होती है। भारत में इसका इलाज राष्ट्रीय एकीकृत स्वास्थ्य पशु जन्य रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत किया जाता है। इसके तहत रोगियों को रेबीज-रोधी टीका और रेबीज-रोधी सीरम उपलब्ध करवाई जाती है। इस बीमारी से बचाव के लिए पालतू जानवरों का टीकाकरण किया जाना आवश्यक है।


*विश्व रेबीज दिवस-2024 का विषय/थीम*

Breaking the boundaries of rabies

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