अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस
(International Day of Parliamentarism)
आज का दिन : 30 जून 2025
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अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस-2025 की थीम Achieving gender equality, action by action |
- अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस प्रतिवर्ष 30 जून को मनाया जाता है।
- संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस या अंतरराष्ट्रीय संसदवाद दिवस मनाने का संकल्प वर्ष 2018 में पारित किया गया।
- इस दिवस को मनाने का उद्देश्य संसदों और आधुनिक समाजों को आकार देने में सरकार की संसदीय प्रणाली के महत्व को बताना है।
- 30 जून 1889 को 'अंतर-संसदीय संघ' का गठन किया गया था। इसी उपलक्ष्य में यह दिवस मनाया जाता है।
- अंतर-संसदीय संघ का मुख्यालय वर्तमान में स्विट्जरलैंड के जिनेवा में है। इससे पहले बर्न, ब्रुसेल्स और ओस्लो में इसका मुख्यालय रह चुका है।
- वर्तमान में अंतर-संसदीय संघ के 181 सदस्य हैं। आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में विश्व में 27.2 प्रतिशत ही महिला सांसद हैं। वहीं युवा यानी 40 वर्ष से कम आयु के सांसदों का प्रतिशत मात्र 18.92 प्रतिशत है।
- वर्तमान यानी 2025 में अंतर-संसदीय संघ की अध्यक्ष तंजानिया की डॉ. तूलिया एक्सन हैं। वे तंजानिया की नेशनल असेंबली की भी अध्यक्ष हैं। भारत की ओर से डॉ. गुरदयाल सिंह ढिल्लो 1973 से 1976 तक अंतर-संसदीय संघ के अध्यक्ष रहे। भारत की डॉ. नजमा हेपतुल्ला को अंतर संसदीय संघ की पहली महिला अध्यक्ष होने का गौरव प्राप्त है। वे 1999 से 2002 तक इस प्रतिष्ठित संस्था की अध्यक्ष रहीं।
- वर्तमान यानी 2025 में भारत की संसद के निम्न सदन 'लोकसभा' के अध्यक्ष ओम बिरला और उच्च सदन 'राज्यसभा' के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ (उपराष्ट्रपति) हैं। बिरला दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुने गए।
*अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस-2025 का विषय/थीम*
Achieving gender equality, action by action
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