सोमवार, 1 दिसंबर 2025

1 दिसंबर 2025 : नागालैंड स्थापना दिवस

नागालैंड स्थापना दिवस

(Nagaland Foundation Day)

आज का दिन : 1 दिसंबर 2025

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  • प्रतिवर्ष 1 दिसंबर को नागालैंड स्थापना दिवस मनाया जाता है।
  • 1 दिसंबर, 1963 को नागालैंड देश का 16वां राज्य बना।
  • नागालैंड को स्वतंत्रता के पश्चात् केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा प्रदान किया गया था। तब इसे 'नगा हिल्स तुएनसांग' क्षेत्र कहा गया। सन् 1961 में इसका नाम बदलकर 'नागालैंड' रखा गया। बाद में 1 दिसंबर, 1963 को राज्य का दर्जा दिया गया।
  • भारत सरकार और नगा पीपुल्स कन्वेंशन के बीच हुए समझौते के अनुसार नागालैंड राज्य के लिए विशेष उपबंध करने के लिए अनुच्छेद 371क जोड़ा गया। यह उपबंध '13वां संविधान संशोधन अधिनियम, 1962' के तहत जोड़ा गया।
  • 1 दिसंबर, 2025 को नागालैंड अपना 63वां स्थापना दिवस मना रहा है। कोहिमा में नागालैंड सचिवालय में मुख्य समारोह का आयोजन किया गया।
  • नागालैंड राज्य दिवस समारोह-2025 के अवसर पर 26वां हॉर्नबिल फेस्टिवल नगा हैरिटेज गांव किसामा में 1 से 10 दिसंबर, 2025 तक हो रहा है।
  • वर्तमान यानी वर्ष 2025 में नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के नेफियू रियो नागालैंड के मुख्यमंत्री हैं। वहीं राज्यपाल अजय कुमार भल्ला हैं।
  • इस पहाड़ी राज्य के पूर्व में म्यांमार देश, उत्तर में अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम में असम और दक्षिण में मणिपुर राज्य स्थित हैं।
  • नागालैंड की राजधानी कोहिमा है और इसे 'पूरब का स्विट्जरलैंड' भी कहा जाता है।
  • नागालैंड ब्रह्मपुत्र घाटी और बर्मा के बीच, पहाड़ी इलाके की संकरी पट्टी में बसा हुआ है।
  • नागालैंड का क्षेत्रफल 16,579 वर्ग किमी है।
  • वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार नागालैंड की जनसंख्या 19,78,502,  लिंगानुपात- 931/1000 पुरुष पर, साक्षरता दर- 79.6 प्रतिशत है।
  • नागालैंड गुवाहाटी उच्च न्यायालय के क्षेत्राधिकार में है। कोहिमा में न्यायालय की खंडपीठ है।
  • नागालैंड की प्रमुख भाषाएं आओ, चांग, अंगामी, लोथा, कोन्याक, सेमा, संगताम आदि हैं।
  • नागालैंड का राज्य पशु गौर और राज्य पक्षी ब्लाइथ्स ट्रापागोन है।
  • नागालैंड में बरेल एवं जाप्फू पर्वत हैं।
  • राज्य में झांजी, मेलक, दोयांग, दिखू, तीजू, धनसिरी नदियां प्रमुख हैं। यहां लेचाम झील है।
  • विधानसभा सदस्यों की संख्या 60 है। लोकसभा एवं राज्यसभा के लिए एक-एक सदस्य चुने जाते हैं।
  • कोहिमा में इंटाग्फी वन्य जीव अभयारण्य स्थित है।

इनर लाइन परमिट

  • भारतीय नागरिकों को नागालैंड में कहीं भी आने-जाने के लिए राज्य सरकार एक परमिट जारी करती है। इसे इनर लाइन परमिट कहा जाता है। सीमाओं पर चेकगेट बने हुए हैं, जहां परमिट दिखाकर ही प्रवेश पाया जा सकता है। हालांकि नागालैंड के दिमापुर शहर में जाने के लिए परमिट की आवश्कता नहीं पड़ती है।
  • यह इनर लाइन परमिट नागालैंड के अलावा मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश में भी लागू है।

1 दिसंबर 2025 : सीमा सुरक्षा बल स्थापना दिवस

सीमा सुरक्षा बल स्थापना दिवस

(Border Security Force Foundation Day)

आज का दिन : 1 दिसंबर 2025

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  • 1 दिसंबर, 1965 को सीमा सुरक्षा बल की स्थापना की गई थी। 
  • केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आने वाले सीमा सुरक्षा बल की स्थापना पाकिस्तान-बांग्लादेश के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को सुरक्षित बनाने के लिए की गई थी। 
  • स्थापना के समय सीमा सुरक्षा बल में 25 बटालियन थीं, वहीं आज 192 बटालियन हैं। इनमें तीन एनडीआरएफी बटालियन भी शामिल हैं। वर्तमान में यह विश्व का सबसे बड़ा सीमा रक्षक बल है।
  • बीएसएफ का यह 61वां स्थापना दिवस समारोह है। नई परंपरा के तहत बीएसएफ स्थापना दिवस राजधानी दिल्ली से बाहर मनाया जाता है। इस बार बीएसएफ स्थापना दिवस की मुख्य परेड गुजरात के भुज में आयोजित किया गया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने परेड की सलामी ली।
  • सीमा सुरक्षा बल का ध्येय वाक्य है 'जीवन पर्यन्त कर्तव्य' (Duty Unto Death)। सीमा सुरक्षा बल ने अपनी स्थापना से लेकर आज तक उसे सौंपी गई समस्त जिम्मेदारियों को उत्कृष्ट ढंग से निभाया है। 
  • सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले नागरिकों को सुरक्षित महसूस कराने में बीएसएफ  की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके अलावा सीमा पर होने वाले अपराधों जैसे तस्करी/घुसपैठ और अन्य अवैध गतिविधियों को रोकने में भी बीएसएफ हमेशा सतर्क रही है।
  • सीमा सुरक्षा बल के प्रथम महानिदेशक के एफ रुस्तमजी थे। रुस्तमजी आज तक देश के ऐसे अकेले पुलिस अधिकारी हैं, जिन्हें देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण दिया गया।
  • वर्तमान में यानी सन् 2025 में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी दलजीत सिंह चौधरी बीएसएफ के महानिदेशक हैं।

जय हिन्द

1 दिसंबर 2025 : विश्व एड्स दिवस

विश्व एड्स दिवस

(World AIDS Day)

आज का दिन : 1 दिसंबर 2025

  • प्रतिवर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है।
  • सन् 1988 से दुनिया भर में प्रतिवर्ष विश्व एड्स दिवस मनाया जा रहा है।
  • विश्व एड्स दिवस मनाने का उद्देश्य इस खतरनाक बीमारी के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाना और एड्स से जुड़े मिथ दूर करना है।
  • विश्व एड्स दिवस मनाने की शुरुआत विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर ने अगस्त, 1987 में की थी। ये दोनों डब्ल्यूएचओ में एड्स पर ग्लोबल कार्यक्रम के लिए अधिकारियों के रूप में जिनेवा, स्विट्जरलैंड में नियुक्त थे। जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर ने डब्ल्यूएचओ के ग्लोबल प्रोग्राम ऑन एड्स के डायरेक्टर जोनाथन मान के सामने विश्व एड्स दिवस मनाने का सुझाव रखा। जोनाथन ने इस पर मुहर लगाते हुए 1 दिसंबर 1988 को विश्व एड्स डे मनाने के लिए चुना। तब से प्रतिवर्ष यह दिवस मनाया जा रहा है।
  • 1 दिसंबर, 2025 को एड्स दिवस का मुख्य कार्यक्रम नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित किया जाएगा। इसमें केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे।

पहला मामला सन् 1981 में आया था सामने

  • एड्स का पूरा नाम 'एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशिएंसी सिंड्रोम' (Acquired Immune Deficiency Syndrome) है।
  • ह्यूमन इम्यूनो डेफिशियेंसी (एचआईवी) वायरस के संक्रमण से होने वाली इस बीमारी का पहला मामला सन् 1981 में सामने आया। इसे एड्स नाम 27 जुलाई, 1982 को दिया गया।
  • भारत में एड्स का पहला मामला सन् 1986 में सामने आया। इसके बाद भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने राष्ट्रीय एड्स समिति का गठन किया। 1992 में भारत का पहला राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (1992-1999) शुरू किया गया था। इस कार्यक्रम को लागू करने के लिए राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) का गठन किया गया। प्रथम एनएसीपी (1992-1999) का उद्देश्य एचआईवी संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करना था।
  • इसके बाद इस खतरनाक बीमारी से देश को मुक्ति दिलाने के लिए सरकार ने द्वितीय राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (1999-2006)और तृतीय राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (एनएसीपी) (2007-2012) चलाए हैं। इसके बाद चौथा राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम वर्ष 2012 से 2017 तक चलाया गया।
  • सरकार ने चौथे चरण का विस्तार कर इसे 2021 तक बढ़ा दिया। वर्ष 2017 में एचआईवी और एड्स (रोकथाम एवं नियंत्रण) अधिनियम,  2017 को पारित किया गया। यह अधिनियम सितंबर 2018 में प्रभावी हुआ। यह अधिनियम एचआईवी-पॉजिटिव लोगों को समान अधिकारों की गारंटी प्रदान करता है और उनके खिलाफ भेदभाव को रोकता है।
  • एनएसीपी का पांचवां चरण 2021-26 के लिए शुरू किया गया। इसका लक्ष्य 2025-26 तक वार्षिक मृत्यु दर में 80 प्रतिशत तक कमी लाना है।
  • भारत एचआईवी अनुमान 2023 रिपोर्ट के अनुसार देश में 25 लाख से ज्यादा लोग एड्स से पीडि़त हैं। वर्ष भर में एचआईवी संक्रणों की संख्या 66,400 है, जो वर्ष 2010 से 44 प्रतिशत कम है। वैश्विक स्तर पर कमी दर 39 प्रतिशत है।

रेड रिबन एक्सप्रेस

  • रेड रिबन एक्सप्रेस कार्यक्रम के अंतर्गत 80 लाख लोग आते हैं। इसके अंतर्गत 81,000 निचले स्तर के कार्यकर्ताओं को एचआईवी/एड्स के मुद्दों पर प्रशिक्षित किया गया ताकि वे गाँव-गाँव में जाकर लोगों को इस बारे में जागरूक कर सकें। इसके अलावा नेहरु युवा केंद्र संगठन एवं अन्य युवा संगठनों की मदद से स्कूल नहीं जा सकने वाले युवाओं को भी इस कार्यक्रम का उद्देश्य बताया गया एवं उन्हें एड्स संबंधित जानकारियाँ दी गई। विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं, प्राधिकृत सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायक नर्सों एवं पंचायती राज संस्था के सदस्यों को एचआईवी/एड्स संबंधित विषयों पर प्रशिक्षित किया गया।

एड्स के कारण

  • अनसेफ  सेक्स करने से।
  • संक्रमित खून चढ़ाने से।
  • एचआईवी पॉजिटिव महिला के बच्चे में।
  • एक बार इस्तेमाल की जानी वाली सुई को दूसरी बार उपयोग करने से।
  • इन्फेक्टेड ब्लेड उपयोग करने से।

एचआईवी के लक्षण?

  • एचआईवी/एड्स होने पर निम्न प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं- बुखार आना, पसीना आना, ठंड लगना, थकान, भूख कम लगना, वजन घटना, उल्टी आना, गले में खराश रहना, दस्त होना, खांसी होना, सांस लेने में समस्या, शरीर पर चकत्ते होना, स्किन प्रॉब्लम आदि।

*विश्व एड्स दिवस-2025 का विषय/थीम*

Overcoming disruption, transforming the AIDS response

बुधवार, 26 नवंबर 2025

26 नवंबर 2025 : राष्ट्रीय दुग्ध दिवस

आज का दिन : 26 नवंबर 2025

राष्ट्रीय दुग्ध दिवस

(National Milk Day)


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  • प्रतिवर्ष 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया जाता है।
  • मिल्कमैन और देश में श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन की जयंती 26 नवंबर को देश में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया जाता है।
  • 26 नवंबर, 2014 को देश में पहली बार भारतीय डेयरी संघ ने इस दिवस को मनाया था। भारतीय डेयरी संघ ने देश के 22 राज्य स्तरीय दुग्ध संघों के साथ मिलकर डॉ. वर्गीज की जयंती को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। डॉ. वर्गीज का जन्म 26 नवंबर, 1921 को हुआ था।
  • यह दिवस दूध एवं उससे निर्मित उत्पादों के महत्व को प्रदर्शित करने के लिए मनाया जाता है।
  • भारत सरकार के मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की ओर से 26 नवंबर, 2025 को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस पर मुख्य कार्यक्रम नई दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन में हुआ। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार-2025 भी प्रदान किए गए।

राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार-2025

  • 1. स्वदेशी मवेशी/भैंस की नस्लों को पालने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान
  • प्रथम - श्री अरविन्द यशवन्त पाटिल, कोल्हापुर, महाराष्ट्र 
  • द्वितीय - डॉ. कंकनाला कृष्ण रेड्डी, हैदराबाद, तेलंगाना
  • तृतीय - श्री हर्षित झूरिया, सीकर, राजस्थान एवं कुमारी श्रद्धा सत्यवान धवन, अहमदनगर, महाराष्ट्र
  • पूर्वोत्तर क्षेत्र श्रेणी के लिए विशेष पुरस्कार-
  • श्रीमती विजय लता, हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश
  • श्री प्रदीप पंगरिया, चंपावत, उत्तराखंड
  • 2. सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी)
  • प्रथम - श्री दिलीप कुमार प्रधान, अनुगुल, ओडिशा
  • द्वितीय - श्री विकास कुमार, हनुमानगढ़, राजस्थान
  • तृतीय - श्रीमती अनुराधा चकली, नंद्याल, आंध्र प्रदेश
  • पूर्वोत्तर क्षेत्र  श्रेणी के लिए विशेष पुरस्कार
  • श्री डेलुवर हसन, बारपेटा, असम
  • 3. सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी/ दुग्ध उत्पादक कंपनी/ डेयरी किसान उत्पादक संगठन
  • प्रथम - मीनन गाडी क्षीरोलपदका सहकारण संघम लिमिटेड, वायनाड, केरल
  • द्वितीय - कुन्नमकट्टुपति क्षीरोलपादक सहकारण संघम, पलक्कड़, केरल एवं घिनोई दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति, जयपुर, राजस्थान
  • तृतीय - टीवाईएसपीएल 37 सेंदुरई मिल्क प्रोड्यूसर्स कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, अरियालुर, तमिलनाडु
  • पूर्वोत्तर क्षेत्र श्रेणी के लिए विशेष पुरस्कार-
  • कुल्हा दूध उत्पादक सहकारी समिति, उधम सिंह नगर, उत्तराखंड

दूध सम्पूर्ण आहार

  • दूध को 'सम्पूर्ण आहार' का दर्जा दिया गया है। दूध हमें गाय, भैंस, भेड़, बकरी आदि से प्राप्त होता है। आजकल तो ऊंटनी का भी दूध प्रचलन में है, जिसमें प्रोटीन, विटामिन्स आदि की भरपूर मात्रा होती है। दूध हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। दूध में कैल्शियम, प्रोटीन, पोटेशियम, फॉस्फोरस, विटामिन डी, विटामिन बी 12, विटामिन ए, विटामिन बी2, नियासिन आदि पाए जाते हैं।

दुग्ध उत्पादन में भारत प्रथम स्थान पर

  • दूध उत्पादन में भारत विश्व में पहले स्थान पर है। देश में 230.58 मिलियन टन प्रतिवर्ष दूध का उत्पादन हो रहा है, यह विश्व दूध उत्पादन का 25 प्रतिशत है। दूध उत्पादन में दूसरा स्थान संयुक्त राज्य अमेरिका का है।
  • केंद्र सरकार ने देश में दूसरी दुग्ध क्रांति के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन चलाया हुआ है। इसके तहत राष्ट्रीय पशु उत्पादकता मिशन कार्यरत है।
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 23 दिसंबर, 2021 को डेयरी मार्क लॉन्च किया था। इस लोगो में 'उत्पाद-खाद्य सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली-प्रक्रिया' प्रमाणन के लिए पहले संबंधित लोगो बीआईएस-आईएसआई मार्क एवं एनडीडीबी- गुणवत्ता मार्क और कामधेनु गाय की आकृति बनी हुई है। इस डेयरी मार्क से उपभोक्ता दूध और दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता के प्रति आश्वस्त हो सकते हैं।

डॉ. वर्गीज कुरियन ने रखी आधारशिला

  • देश में सहकारी दुग्ध मॉडल की आधारशिला रखने वाले डॉ. वर्गीज कुरियन का जन्म केरल के कोझिकोड में 26 नवंबर, 1921 को हुआ था।
  • उन्होंने 1940 में भौतिकी में स्नातक और मद्रास विश्वविद्यालय से बी.ई. (मैकेनिकल) कोर्स किया। इसके बाद उन्होंने अमेरिका से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल की। उनका प्रशिक्षण बैंगलोर स्थित राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान और टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी जमशेदपुर में हुआ। वे गुजरात के आनंद में सरकारी डेयरी इंजीनियर बने। जब सहकारी डेयरी, कैरा जिला सहकारी दूध उत्पादक संघ लिमिटेड संकट में थी, तो डॉ. कुरियन इसका हाथ थामा और आज डेयरी के क्षेत्र में 'अमूल' अपने आप में ब्रांड बन चुका है। भैंस के दूध से पहली बार पाउडर बनाने का श्रेय भी डॉ. कुरियन को जाता है।
  • सन् 1965 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने डॉ. कुरियन के नेतृत्व में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की स्थापना की। एनडीडीबी ने देश में वर्ष 1970 में ऑपरेशन फ्लड या श्वेत क्रांति की शुरुआत की जिससे भारत दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक बना। डॉ. कुरियन 1965 से 1998 तक 33 साल एनडीडीबी के अध्यक्ष रहे।
  • भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित किया। इसके अलावा उन्हें रैमन मैग्सेसे पुरस्कार, कार्नेगी वटलर विश्व शांति पुरस्कार, अमेरिका के इंटरनेशनल पर्सन ऑफ द ईयर सम्मान, वर्ल्ड फूड प्राइज, कृषि रत्न सम्मान, फ्रांस के ऑर्डर ऑफ एग्रीकल्चर मेरिट आदि से सम्मानित किया गया।

26 नवंबर 2025 : संविधान दिवस

संविधान दिवस

(Constitution Day)

आज का दिन : 26 नवंबर 2025

  • प्रतिवर्ष 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है।
  • 26 नवंबर, 1949 को संविधान सभा द्वारा देश के संविधान को स्वीकृत किया गया था, इसलिए प्रतिवर्ष संविधान दिवस मनाया जाता है।
  • संविधान के जनक डॉ. भीमराव अंबेडकर को सम्मान देने के लिए संविधान दिवस मनाया जाता है।
  • भारत सरकार ने सन् 2015 में संविधान दिवस मनाने की घोषणा की थी, तब से यह दिवस प्रतिवर्ष मनाया जा रहा है।
  • भारत सरकार 26 नवंबर, 2025 को संविधान अपनाने के 76 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आगामी वर्ष भर कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। यह समारोह 'हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान' अभियान के तहत आयोजित होगा। इसका उद्देश्य संविधान में निहित मूल मूल्यों को दोहराते हुए संविधान के निर्माताओं के योगदान का सम्मान करना है।
  • 26 नवंबर, 2025 को संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति के नेतृत्व में उद्घाटन कार्यक्रम होगा।  
  • इस ऐतिहासिक समारोह वर्ष के लिए एक वेबसाइट constitution75.com  भी बनाई गई है। देशभर में संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन होगा। आम नागरिक वाचन के पश्चात् इस वेबसाइट पर अपने वीडियो अपलोड कर सकेंगे और प्रमाणपत्र भी डाउनलोड कर सकेंगे।
  • 26 नवंबर को ही राष्ट्रीय विधि दिवस भी मनाया जाता है। विधि दिवस प्रथम बार सन् 1979 में मनाया गया। हाल ही 1 सितंबर, 2024 से 31 अगस्त, 2027 तक तीन वर्षों की अवधि के लिए भारत के 23वें विधि आयोग का गठन किया गया है। वर्तमान यानी वर्ष 2025 में भारत के विधि आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) दिनेश माहेश्वरी हैं।

हमारे संविधान की प्रस्तावना

"हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्वसम्पन्न, समाजवादी, पंथ निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को: सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्ïवास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ़संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज दिनांक 26.11.1949 ई. (मिति मार्गशीर्ष शुक्ल सप्तमी, संवत दो हजार छह विक्रमी) को एतद्द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं।"

**संविधान के 42वें संशोधन (1976) द्वारा प्रस्तावना में समाजवादी, पंथ निरपेक्ष व अखण्डता शब्द जोड़े गए हैं।

भारतीय संविधान की विशेषताएं

  • भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। 
  • विश्व के सभी ज्ञात संविधानों के सर्वोत्तम लक्षणों को एकत्र करके भारतीय संविधान का निर्माण किया गया है।
  • भारतीय संविधान में मूल अधिकारों की अवधारणा अमेरिकी संविधान से ली गई है। जबकि संसदीय शासन की प्रणाली यूनाइटेड किंगडम से ग्रहण की गई है।
  • भारतीय संविधान में राज्य के नीति निदेशक तत्वों को आयरलैंड के संविधान से और आपात उपबंध को जर्मनी के संविधान से लिया गया है। 
  • भारतीय संविधान में प्रशासनिक उपबंधों को भारत शासन अधिनियम 1935 से लिया गया है। सर्वप्रथम इस अधिनियम से ही भारत में संघात्मक सरकार की स्थापना की गई। 
  • भारत के संविधान में सरकार की संघात्मक प्रणाली को अपनाया गया है। संघात्मक संविधान के तहत मुख्य रूप से दो प्रकार की प्रणालियों की स्थापना की जा सकती है- अध्यक्षात्मक प्रणाली तथा संसदीय प्रणाली। 
  • अध्यक्षात्मक प्रणाली में राष्ट्रपति कार्यपालिका का वास्तविक प्रधान होता है। इस प्रणाली में कार्यपालिका की सभी शक्तियां राष्ट्रपति में निहित होती है। राष्ट्रपति का निर्वाचन जनता द्वारा प्रत्यक्ष रूप से किया जाता है। लेकिन मंत्रिमंडल के सदस्यों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। अमेरिका में इसी प्रकार की अध्यक्षात्मक प्रणाली को अपनाया गया है। 
  • संसदीय प्रणाली में प्रधानमंत्री कार्यपालिका का प्रमुख होता है व वास्तविक कार्यपालिका शक्ति मंत्रिपरिषद में निहित होती है। मंत्रिपरिषद के सदस्य जनता द्वारा प्रत्यक्ष निर्वाचित सदस्य होते हैं। मंत्रिपरिषद सामूहिक रूप से लोकसभा के प्रति उत्तरदायी होती है। भारत में संसदीय शासन प्रणाली को अपनाया गया है। इस प्रणाली में राष्ट्रपति कार्यपालिका का नाम मात्र का प्रधान होता है।
  • भारत में आयरलैंड के संविधान की तरह निर्वाचित राष्ट्रपति का प्रावधान किया गया है। हालांकि राष्ट्रपति संघ की कार्यपालिका के शीर्ष पर है। लेकिन उसे मंत्रियों की सलाह पर कार्य करना होता है। राष्ट्रपति मंत्रियों की सलाह पर काम कर रहा है या नहीं, इसे न्यायालय में प्रश्नगत नहीं किया जा सकता है। यदि राष्ट्रपति संविधान के अनुसार काम नहीं कर रहा है तो उसको महाभियोग के सिवाय किसी अन्य तरीके से हटाया नहीं जा सकता। 
  • भारतीय संविधान संघीय व एकात्मक प्रणालीयों का सम्मिश्रण है। संविधान निर्माताओं का उद्देश्य एक दृढ़ और शक्तिशाली केंद्र सरकार की स्थापना था जो विपरीत परिस्थितियों में बाहरी आक्रमण के साथ-साथ आंतरिक विघटनकारी तत्वों से निपटने में सक्षम हो। 
  • संविधान के भाग 3 में नागरिकों के मूल अधिकारों की घोषणा की गई है। जनता के अधिकारों का संरक्षण लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था का आधार होता है। 
  • भारतीय संविधान में मूल अधिकारों पर आवश्यकता पडऩे पर सार्वजनिक हित में निर्वचन लगाए गए हैं। इसका उद्देश्य व्यक्तिगत और सामाजिक हित में सामंजस्य स्थापित करना है।

मंगलवार, 25 नवंबर 2025

25 नवंबर 2025 : महिलाओं के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय हिंसा उन्मूलन दिवस

महिलाओं के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय हिंसा उन्मूलन दिवस

International Day for the Elimination of Violence against Women

आज का दिन : 25 नवंबर 2025

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महिलाओं के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय हिंसा उन्मूलन दिवस-2025 की थीम
Digital violence is real violence. There is #NoExcuse for online abuse

  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रतिवर्ष 25 नवंबर को 'महिलाओं के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय हिंसा उन्मूलन दिवस' मनाया जाता है।  
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 7 फरवरी, 2000 को इस दिवस को मनाने संबंधी संकल्प स्वीकार किया। इस तरह पहला महिलाओं के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय हिंसा उन्मूलन दिवस सन् 2000 में मनाया गया। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य महिलाओं के प्रति होने वाली हिंसा को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करना है।
  • डोमिनिकन गणराज्य की मिराबल बहनों और तीन राजनीतिक कार्यकर्ताओं की 1960 में सरकार द्वारा हत्या कराई गई थी। इन्हीं की स्मृति में इस दिवस को मनाने के लिए 25 नवंबर की तिथि को चुना गया।
  • इतिहास में जाएं तो सन् 1979 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने महिलाओं के खिलाफ सभी के प्रकार के भेदभाव एवं हिंसा के खिलाफ कन्वेंशन को अपनाया गया। हालांकि इससे महिलाओं के प्रति हिंसा या भेदभाव में किसी प्रकार का कोई बहुत ज्यादा परिवर्तन नहीं हुआ। इसके बाद यूएन महासभा ने 23 फरवरी, 1994 को महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन पर घोषणा के प्रस्ताव स्वीकार किया।
  • सन् 1981 से महिला अधिकारों से जुड़े कार्यकर्ता 25 नवंबर को लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ दिवस के रूप में मना रहे थे। इसके बाद 20 दिसंबर, 1993 को यूएन असेम्बली ने महिला हिंसा के खिलाफ एक बार फिर प्रस्ताव पारित किया। अंतत: 7 फरवरी, 2000 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रस्ताव पारित कर 25 नवंबर का दिन 'महिलाओं के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय हिंसा उन्मूलन दिवस' के रूप में नामित किया।
  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से 'महिलाओं के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के लिए एकजुट हों' नामक 16 दिवसीय कैंपेन चलाया जा रहा है। यह 25 नवंबर से 10 दिसंबर, 2025 (अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस) तक चलेगा। यह अभियान महिलाओं और लड़कियों के विरुद्ध हिंसा की रोकथाम पर केन्द्रित है। 

*महिलाओं के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय हिंसा उन्मूलन दिवस 2025 का विषय/थीम*

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शनिवार, 15 नवंबर 2025

15 नवंबर 2025 : झारखंड स्थापना दिवस

झारखंड स्थापना दिवस

Jharkhand Foundation Day

आज का दिन : 15 नवंबर 2025

jharkhand-rajya-sthapna-diwas
  • 15 नवंबर को झारखंड राज्य का स्थापना दिवस मनाया जाता है।
  • झारखंड 15 नवंबर, 2000 को राज्य बनाया गया। इस राज्य का गठन दक्षिण बिहार के 18 जिलों को मिलाकर किया गया। इसके साथ ही झारखंड देश का 28वां राज्य बना था।
  • 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती होने कारण ही झारखंड की स्थापना के लिए यह दिन चुना गया।
  • लोकसभा ने झारखंड को राज्य बनाने संबंधी विधेयक को 2 अगस्त, 2000 को तथा राज्यसभा ने 11 अगस्त, 2000 को मंजूरी दी।
  • बाबूलाल मरांडी झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री थे।
  • 15 नवंबर, 1875 में झारखंड के रांची में आदिवासी नेता और लोकनायक बिरसा मुंडा का जन्म हुआ था। बिरसा मुंडा 19वीं सदी में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ डटकर खड़े हुए थे।
  • बिरसा मुंडा को रांची और सिंहभूमि के आदिवासी 'बिरसा भगवान' का दर्जा देते हैं।
  • वर्तमान यानी 2025 में झारखंड के मुख्यमंत्री झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन और राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार हैं।
  • 25वें स्थापना दिवस पर 15 नवंबर, 2025 को राज्य सरकार की ओर से मुख्य समारोह का आयोजन मोरहाबादी मैदान, रांची में होगा।

झारखंड राज्य से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी

  • झारखंड की राजधानी रांची है।
  • झारखंड का क्षेत्रफल- 79,714 वर्ग किलोमीटर है।
  • वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार झारखंड राज्य की जनसंख्या- 3,29,88,134 है।
  • वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार झारखंड राज्य लिंगानुपात- 949/1000 है।
  • वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार झारखंड राज्य की साक्षरता दर- 66.4 प्रतिशत है। इसमें पुरुष साक्षरता 76.8 और महिला साक्षरता का 55.4 प्रतिशत है।
  • झारखंड राज्य की मुख्य भाषाएं- हिन्दी, उर्दू, मैथिली, भोजपुरी है।
  • झारखंड राज्य 210 51'10'' से 250 19'15'' उत्तरी अक्षांश एवं 830 20'50'' से 880 4'40'' पूर्वी देशान्तर के बीच स्थित है।
  • झारखंड राज्य पूर्व में पश्चिम बंगाल, पश्चिम में उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़, उत्तर में बिहार एवं दक्षिण में ओडिशा से घिरा हुआ है। 
  • उत्तरी कोयल, दक्षिणी कोयल, फल्गु, सकरी, पंचाने, दामोदर, स्वर्ण रेखा, बराकर झारखंड राज्य की प्रमुख नदियां हैं। 
  • हजारीबाग नेशनल पार्क (हजारीबाग), तोपचांपी अभ्यारण्य (धनबाद), डोल्मा वन्य जीव अभयारण्य (सिंहभूमि) और मदुआडार वन्य जीव अभयारण्य (पलामू) झारखंड के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान एवं अभयारण्य हैं।
  • झारखंड के लोग बसंत ऋतु में सरहूल त्योहार मनाते है। जिसमें वे अपने देवता की पूजा करते हैं।  अन्य प्रमुख त्योहारों में करमा, सोहराइ, बडना, टूसू आदि प्रमुख है। यहां क्रिसमस, होली, बसंत पंचमी, दिवाली, दशहरा आदि त्योहार भी मनाए जाते हैं।
  • छत्रा मेला झारखंड का प्रमुख पशु मेला है, जिसमें बड़ी संख्या में पशुओं की खरीद और बिक्री होती है।

15 नवंबर 2025 : जनजातीय गौरव दिवस

जनजातीय गौरव दिवस

Janjatiya Gaurav Diwas

आज का दिन : 15 नवंबर 2025

  • देश में प्रतिवर्ष 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाता है।
  • 15 नवंबर, 2021 को पहली बार 'जनजातीय गौरव दिवस' मनाया गया। यह पांचवा 'जनजातीय गौरव दिवस' है।
  • भारत सरकार ने 10 नवंबर, 2021 को अमर शहीद भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर को 'जनजातीय गौरव दिवस' के रूप में मनाने की घोषणा की थी।
  • 15 नवंबर, 1875 में झारखंड के रांची में आदिवासी नेता और लोकनायक बिरसा मुंडा का जन्म हुआ था। बिरसा मुंडा 19वीं सदी में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ डटकर खड़े हुए थे।
  • बिरसा मुंडा को रांची और सिंहभूमि के आदिवासी 'बिरसा भगवान' का दर्जा देते हैं।
  • 15 नवंबर, 2025 को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती है। इस अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस का मुख्य समारोह गुजरात के नर्मदा जिले में स्थित डेडियापाड़ा में मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीे इस अवसर पर धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष समारोह की शुरुआत करेंगे।

भगवान बिरसा मुंडा संग्रहालय

  • प्रधानमंत्री ने 15 नवंबर, 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से झारखंड की राजधानी रांची में 'भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय' का उद्घाटन किया था। यह संग्रहालय रांची के पुराने केंद्रीय कारावास में बनाया गया है, जहां भगवान बिरसा मुंडा ने अपने प्राणों की आहुति दी थी। संग्रहालय जनजातीय संस्कृति एवं इतिहास को संरक्षित और बढ़ावा देगा। इस संग्रहालय में भगवान बिरसा मुंडा के साथ अन्य जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में भी जानकारी प्रदर्शित की गई है। 25 एकड़ में फैले इस संग्रहालय में भगवान बिरसा मुंडा की 25 फीट की प्रतिमा स्थापित की गई है।

शुक्रवार, 14 नवंबर 2025

14 नवंबर 2025 : विश्व मधुमेह दिवस

विश्व मधुमेह दिवस

World Diabetes Day

आज का दिन : 14 नवंबर 2025

  • वर्ष 1991 से प्रतिवर्ष विश्व मधुमेह दिवस मनाया जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और अंतरराष्ट्रीय मधुमेह संघ ने संयुक्त रूप से इस दिवस को मनाने का निर्णय किया था।
  • इंसुलिन की खोज करने वाले फ्रेडरिक बैटिंग की जयंती 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस मनाया जाता है। इंसुलिन की खोज फ्रेडरिक बैटिंग एवं चार्ल्स बेस्ट ने की थी। इस कार्य हेतु इन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • विश्व मधुमेह दिवस को मनाने का उद्देश्य खतरनाक ढंग से फैलती जा रही डायबिटीज जैसी बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करना है।
  • 20 दिसंबर 2006 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने संकल्प पारित करके मधुमेह को स्वास्थ्य कार्यक्रमों की सूची में शामिल किया। संयुक्त राष्ट्र द्वारा इसका प्रतीक चिह्न नीला छल्ला चुना गया है और इस प्रतीक चिह्न का सूत्र वाक्य है- मधुमेह के लिए एकजुटता।
  • संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार जहां 1980 में मधुमेह से पीडि़त लोगों की संख्या 108 मिलियन थी, वहीं 2014 में यह आंकड़ा 422 मिलियन पर पहुंच गया।
  • अंतरराष्ट्रीय मधुमेह संघ के अनुसार वर्तमान में डायबिटीज से लगभग 425 मिलियन लोग पीडि़त हैं।  हर 2 डायबिटीज ग्रस्त मरीजों में से एक को इस बीमारी का पता ही नहीं है। इसके अलावा हर 10 में से 1 व्यक्ति को डायबिटीज है।
  • नेशनल हैल्थ पोर्टल के अनुसार वर्ष 2015 में भारत में मधुमेह के 69.1 मिलियन मामले थे। यानी वयस्क जनसंख्या का 8.7 प्रतिशत डायबिटिक था। वर्तमान में 2040 तक कुल जनसंख्या का 313 मिलियन मधुमेह से पीडि़त होने की आशंका है।

*विश्व मधुमेह दिवस 2025 का विषय/थीम*

Diabetes across life stages

14 नवंबर 2025 : बाल दिवस

बाल दिवस

(Children's Day)

आज का दिन : 14 नवंबर 2025

baal-diwas-kaise-manaya-jata-hai
  • भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू की जयंती 14 नवंबर पर देश में प्रतिवर्ष बाल दिवस मनाया जाता है।
  • पं. नेहरू को 'चाचा नेहरू' भी कहा जाता है। इसका मुख्य कारण उनका बच्चों के प्रति असीम प्रेम था। वैसे भी बच्चों के लिए चाचा सबसे प्यारा होता है।
  • देश के बाल-गोपालों के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रतिवर्ष 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है।
  • देश में बाल दिवस पर स्कूलों में प्रश्नोतरी, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता और बच्चों की कला प्रदर्शनियां जैसे कई विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
  • पं. जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को प्रयागराज (इलाहाबाद) में हुआ।  अंग्रेजों से स्वतंत्रता के पश्चात् वे देश के पहले प्रधानमंत्री बने। वे इस पद पर मृत्यु पर्यन्त रहे। उनका निधन 27 मई, 1964 को हुआ।
  • भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय (पूर्व में मानव संसाधन मंत्रालय) द्वारा राष्ट्रीय बाल भवन का संचालन किया जाता है, यह एक स्वायत्तशासी संस्था है। इसकी प्रथम अध्यक्ष इंदिरा गांधी थीं। वर्तमान यानी वर्ष 2025 में राष्ट्रीय बाल भवन के अध्यक्ष विपिन कुमार हैं। दिल्ली के तुर्कमान गेट से शुरु हुआ बाल भवन का सफर आज 100 से अधिक जिलों में फैल गया है।

विश्व बाल दिवस

  • संयुक्त राष्ट्र संघ ने विश्व बाल दिवस मनाने के लिए 20 नवंबर का दिन तय किया है। 
  • विश्व बाल दिवस की पृष्ठभूमि सन् 1925 में बाल कल्याण पर हुई विश्व कांफ्रेंस में तैयार हुई, जिसमें बाल दिवस मनाने की घोषणा की गई थी। सन् 1954 से प्रतिवर्ष यह दिवस 20 नवंबर को मनाया जा रहा है। वैसे अलग-अलग देशों में बाल दिवस अलग-अलग दिन मनाया जाता है।
  • भारत में भी सन् 1964 से पूर्व 20 नवंबर को ही बाल दिवस मनाया जाता था। 27 मई, 1964 को पं. जवाहर लाल नेहरू के निधन के बाद सर्वसम्मति से 14 नवंबर को देश में बाल दिवस मनाने का निर्णय लिया गया।

मंगलवार, 11 नवंबर 2025

11 नवम्बर 2025 : राष्ट्रीय शिक्षा दिवस

राष्ट्रीय शिक्षा दिवस

(National Education Day)

आज का दिन : 11 नवम्बर 2025

  • प्रतिवर्ष 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जाता है।
  • देश में पहली बार राष्ट्रीय शिक्षा दिवस सन् 2008 में मनाया गया।
  • राष्ट्रीय शिक्षा दिवस स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती 11 नवंबर को मनाया जाता है।
  • 11 नवम्बर, 1888 ई. में अबुल कलाम का जन्म सऊदी अरब के मक्का में हुआ था। स्वतंत्र भारत में शिक्षा की नींव को सुदृढ़ बनाने में उनके योगदान को देखते हुए देश भर में 11 नवम्बर को उनकी जयंती को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
  • वैश्विक स्तर पर संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रतिवर्ष 24 जनवरी को 'अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस' मनाया जाता है।
  • अबुल कलाम आजाद महान स्वतंत्रता सेनानी और प्रसिद्ध शिक्षाविद् थे। भारत सरकार ने उन्हें सन् 1992 में मरणोपरान्त भारत रत्न से सम्मानित किया। वे 11 वर्षों तक राष्ट्र की शिक्षा नीति के अगुवा रहे।
  • अबुल कलाम आजाद ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.टी.आई.) और 'विश्वविद्यालय अनुदान आयोग' की स्थापना की।
  • स्वतंत्रता के बाद शिक्षा और संस्कृति को विकसित करने के लिए संगीत नाटक अकादमी (1953), साहित्य अकादमी (1954) और ललितकला अकादमी (1954) की स्थापना में भी अबुल कलाम आजाद का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
  • 1 अप्रेल, 2010 को देश में 'अनिवार्य व नि:शुल्क प्राथमिक शिक्षा अधिकार का कानून-2009' लागू किया गया। इसके तहत  6 से 14 वर्ष की उम्र वाले बच्चों के लिए कक्षा 1 से 8वीं की शिक्षा नि:शुल्क व अनिवार्य की गई।
  • हाल ही में भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की घोषणा की गई है। इसमें भारत सरकार के मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया है। इसके पहले सन् 1986 में आखिरी बार शिक्षा नीति लागू की गई थी।

भारत सरकार की ओर से देश में शिक्षा के क्षेत्र में चल रही विभिन्न योजनाएं और पहल

  • पीएम श्री : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 7 सितंबर 2022 को पीएम श्री स्कूल (पीएम स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) योजना को मंजूरी दी। इस पहल का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के घटकों को प्रदर्शित करते हुए पूरे भारत में 14,500 से अधिक स्कूलों को मजबूत करना है।
  • समग्र शिक्षा : 1 अप्रैल 2021 को शुरू की गई यह योजना 31 मार्च, 2026 को समाप्त होगी। यह विभिन्न छात्र समूहों में सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देने और शैक्षणिक क्षमताओं को बढ़ाने पर केंद्रित है।
  • उल्लास : इसे नव भारत साक्षरता कार्यक्रम (न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम-एनआईएलपी) के रूप में भी जाना जाता है। उल्लास को वित्त वर्ष 2022-2027 की अवधि के लिए शुरू किया गया था।
  • निपुण भारत : 5 जुलाई 2021 को समझ के साथ पढ़ने और अंकगणित में दक्षता के लिए राष्ट्रीय पहल 'निपुण भारत' शुरू की गई थी।
  • विद्या प्रवेश : ग्रेड-I के बच्चों के लिए तीन महीने के खेल-आधारित स्कूल तैयारी मॉड्यूल के लिए विद्या प्रवेश दिशानिर्देश 29 जुलाई 2021 को जारी किए गए थे।
  • विद्यांजलि: 7 सितंबर 2021 को शुरू किए गए स्कूल स्वयंसेवक प्रबंधन कार्यक्रम 'विद्यांजलि' का उद्देश्य सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देना है।
  • दीक्षा: 5 सितंबर 2017 को तत्कालीन उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू द्वारा 5 सितंबर 2017 को दीक्षा का शुभारंभ किया गया था। इस मंच का उद्देश्य शिक्षा में नवीन समाधानों और प्रयोगों में तेजी लाकर शिक्षक प्रशिक्षण और व्यावसायिक विकास को बढ़ाना है।
  • स्वयं प्लस: 27 फरवरी 2024 को शुरू 'स्वयं प्लस' पहल उच्च शिक्षा में क्रांति लाने और उद्योग-प्रासंगिक पाठ्यक्रमों के लिए एक अभिनव क्रेडिट मान्यता प्रणाली को लागू करके कौशल विकास, रोजगार क्षमता और मजबूत उद्योग साझेदारी बनाने पर जोर देकर रोजगार क्षमता में सुधार करना चाहती है।
  • निष्ठा: 21 अगस्त 2019 को शुरू की गई निष्ठा (स्कूल प्रमुखों और शिक्षकों की समग्र उन्नति के लिए राष्ट्रीय पहल) का उद्देश्य प्राथमिक शिक्षकों और स्कूल प्रमुखों के व्यावसायिक विकास को बढ़ाना है।
  • एनआईआरएफ रैंकिंग: 29 सितंबर 2015 को शुरू की गई राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) के तहत विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और अन्य संस्थानों का मूल्यांकन और रैंकिंग की जाती है।
  • पीएम-विद्यालक्ष्मी योजना: पीएम-विद्यालक्ष्मी योजना भारत भर के शीर्ष 860 संस्थानों में प्रवेश पाने वाले छात्रों के लिए शिक्षा ऋण प्रदान करती है, जिससे हर साल 22 लाख से अधिक छात्र लाभान्वित होते हैं।

एआईएसएचई रिपोर्ट 2021-22

  • भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने जनवरी 2024 में उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण (एआईएसएचई) 2021-2022 जारी किया। इसके तहत उच्च शिक्षा संस्थानों में नामांकन में वृद्धि दर्ज की गई है। महिला नामांकन 2014-15 में 1.57 करोड़ से बढ़कर 2021-22 में 2.07 करोड़ हो गए। 2021-22 में लिंग समानता सूचकांक (जीपीआई) 1.01 तक पहुंच गया, जो पुरुषों की तुलना में उच्च शिक्षा में अधिक महिला छात्रों के नामांकन की निरंतर प्रवृत्ति को उजागर करता है।



रविवार, 9 नवंबर 2025

10 नवंबर 2025 : शांति एवं विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस

शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस

(World Science Day for Peace and Development)

आज का दिन : 10 नवंबर 2025

  • प्रतिवर्ष 10 नवंबर को यूनेस्को की ओर से 'शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस' मनाया जाता है। बोलचाल में इसे विश्व विज्ञान दिवस भी कहा जाता है।
  • पहली बार 10 नवंबर, 2002 को 'शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस' मनाया गया।
  • संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) और इंटरनेशनल काउंसिल फॉर साइंस की ओर से 1999 में बुडापेस्ट में आयोजित विश्व विज्ञान सम्मेलन में इस दिवस को मनाने का विचार सामने आया और यूनेस्को ने 2001 में इसे मनाने का निर्णय लिया।
  • विश्व विज्ञान दिवस को मनाने का उद्देश्य हमारे समाज और जीवन में विज्ञान के महत्व को प्रदर्शित करना है। 
  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से वर्ष 2024-2033 के दशक को International Decade of Sciences for Sustainable Development (सतत विकास के लिए विज्ञान का अंतरराष्ट्रीय दशक) के रूप में मनाया जा रहा है। विश्व विज्ञान दिवस-2024 भी इसी दशक के तहत मनाया जा रहा है। यह युवाओं को प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों से विज्ञान के बारे में और अधिक जानने का अवसर प्रदान करेगा।
  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से वर्ष 2022 को International Year of Basic Sciences for Sustainable Development के रूप में मनाया गया था। इसे मनाने का संकल्प संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2 दिसंबर, 2021 को पारित किया था।
  • यूनेस्को की ओर से विज्ञान का महत्व बताने वाली त्रैमासिक पत्रिका 'अ वर्ल्ड ऑफ साइंसट का प्रकाशन भी किया जाता है।
  • हमारे देश में रमन प्रभाव और प्रो. सी.वी. रमन की उपलब्धियों की स्मृति को चिरस्थायी बनाए रखने के लिए सन् 1986 से प्रतिवर्ष 28 फरवरी को 'राष्ट्रीय विज्ञान दिवस' मनाया जा रहा है।

*शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस-2025 का विषय/थीम*

Trust, Transformation, and Tomorrow: The Science We Need for 2050

शुक्रवार, 31 अक्टूबर 2025

31 अक्टूबर 2025 : राष्ट्रीय एकता दिवस

राष्ट्रीय एकता दिवस

National Unity Day

आज का दिन : 31 अक्टूबर, 2025

  • देश में प्रतिवर्ष 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है। 
  • सरदार वल्लभ भाई पटेल की 140वीं जयंती यानी 31 अक्टूबर 2014 से देश में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जा रहा है। 
  • देश के नागरिकों खासकर युवाओं को एकता और अखंडता का महत्व बताने और देश को एक सूत्र में पिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले 'लौह पुरुष' के सम्मान में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है।
  • पटेल की जंयती पर राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में संपूर्ण देश में रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया जाता है। 31 अक्टूबर, 2025 को देश के सभी जिलों में 75 हजार स्थानों पर सुबह रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया। वहीं मुख्य समारोह गुजरात के केवडिय़ा में स्टेच्यू ऑफ यूनिटी पर हुआ। यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित कर राष्ट्रीय एकता दिवस परेड का शुभारम्भ किया। इस दौरान यहां बीएसएफ और राज्य पुलिस द्वारा परेड शो, बीएसएफ का डॉग शो, सीआईएसएफ की महिला टीम द्वारा कलारिपट्टू डेमो, गुजरात महिला पुलिस द्वारा शस्त्र परेड और एयरफोर्स द्वारा विशेष एयर शो का आयोजन किया गया। 30 अक्टूबर, 2025 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर एक स्मारक सिक्का और स्टाम्प जारी किया।
  • गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली स्थित मेजर ध्यानचंद स्टेडियम से Run for Unity को फ्लैग ऑफ किया। साथ ही गृह मंत्री ने उपस्थित लोगों को राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलाई।

स्वतंत्र भारत के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल

  • सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को हुआ था। स्वतंत्र भारत के पहले गृहमंत्री के रूप में उन्होंने देश में बिखरी हुई 500 से अधिक स्वतंत्र रियासतों को भारत का भाग बनाने में अतिमहत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
  • पटेल स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही स्वतंत्र भारत के पहले गृहमंत्री रहे।
  • वल्लभ भाई पटेल को लौह पुरुष और सरदार पटेल भी कहा जाता है।
  • सरदार पटेल को देश में केन्द्रीय सेवाओं का जनक कहा जाता है। उन्होंने ही आईएएस, आईपीएस जैसी केंद्रीय सेवाओं की शुरुआत करवाई थी।

सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार

  • हाल ही गृह मंत्रालय ने देश की एकता और अखंडता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम पर सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार शुरू किया है।
  • पुरस्कार स्वरूप एक पदक और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। इसके साथ किसी भी प्रकार की मौद्रिक राशि या नकद पुरस्कार संबद्ध नहीं होगा।
  • यह सम्मान विशेष स्थिति और अत्यधिक सुयोग्य मामलों को छोड़कर मरणोपरांत प्रदान नहीं किया जाएगा।
  • एक साल में तीन से अधिक पुरस्कार नहीं दिए जाएंगे।
  • सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार राष्ट्रपति प्रदान करेंगे।

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी

  • राष्ट्र ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि देने के लिए उनकी विशालकाय प्रतिमा का निर्माण करवाया है, जिसे 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' नाम दिया गया है।
  • 31 अक्टूबर, 2018 को गुजरात के नर्मदा जिले में सरदार सरोवर बांध के निकट नर्मदा नदी के साधू बेट नामक टापू पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का अनावरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। सरदार पटेल की यह प्रतिमा 182 मीटर यानी 597 फीट ऊंची है। 
  • स्टैच्यू ऑफ यूनिटी विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है।  चीन में स्प्रिंग टेंपल बुद्धा की प्रतिमा इससे छोटी (153 मीटर) है।
  • स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का शिलान्यास 31 अक्टूबर, 2013 को किया गया और अनावरण 31 अक्टूबर, 2018 को किया गया।
  • स्टैच्यू ऑफ यूनिटी प्रतिमा के निकट ही प्रधानमंत्री ने 'वॉल ऑफ यूनिटी' का भी अनावरण किया।

मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025

30 अक्टूबर 2025 : विश्व बचत दिवस

विश्व बचत दिवस

(World Savings Day)

आज का दिन : 30 अक्टूबर 2025

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  • प्रतिवर्ष सम्पूर्ण विश्व में 31 अक्टूबर को विश्व मितव्ययता दिवस यानी विश्व बचत दिवस मनाया जाता है।
  • भारत में विश्व बचत दिवस 30 अक्टूबर को मनाया जाता है। सन् 1984 में 31 अक्टूबर को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के निधन के बाद से ही हमारे देश में यह दिवस एक दिन पूर्व यानी 30 अक्टूबर को मनाया जाता है।
  • पहली बार विश्व बचत दिवस सन् 1924 में मनाया गया।
  • सन् 1924 में इटली के मिलान शहर में वर्ल्ड सोसायटी ऑफ सेविंग्स बैंक की ओर से प्रथम अंतरराष्ट्रीय मितव्ययिता सम्मेलन आयोजित किया गया। इसी सम्मेलन के आखिरी दिन 'विश्व बचत दिवस' मनाने की घोषणा की गई।
  • विश्व बचत दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को बचत (मितव्ययता) के लिए प्रोत्साहित करना है। यह दिन सुरक्षित तथा सुनिश्चित भविष्य के लिए निरंतर बचत के महत्व को रेखांकित करता है।

स्वास्थ्य जीवन शैली से धन की बचत

  • स्वास्थ्य में सुधार, स्वास्थ्य खर्चों को कम कर सकता है।
  • बचत में बढ़ोत्तरी से ऋण से बचाव एवं तनाव को दूर किया जा सकता है।
  • बचत आपको स्वास्थ्य संबंधी आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार करती है।
  • बचत मानसिक सुरक्षा के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा भी प्रदान करती है।
  • बचत लंबा जीवनयापन करने के लिए सकारात्मक रवैये का नेतृत्व भी करती है।
  • स्वस्थ जीवन शैली, कई जानलेवा रोगों जैसे कि दिल का दौरा, स्ट्रोक, कैंसर तथा अन्य रोगों के जोखिम को कम करती है।
  • चिकित्सा बीमा के लिए हमेशा जाएं।

हम पैसे की बचत कैसे कर सकते हैं?

  • अपने खर्चों पर नियंत्रण करके बचत शुरू कर सकते हैं।
  • बजट बनाकर भी पैसे बचाए जा सकते हैं।
  • एक-एक रुपए को बुद्धिमानी से खर्च करें।
  • केवल आवश्यक एवं जरूरत की चीजें ही खरीदें। 'जरूरत' व 'लालच' के बीच भेद करें।
  • आत्मनिर्भर बनें।
  • अपने बिजली, पानी तथा अन्य बिलों के बजट में कटौती करें।
  • बचत के लिए अपना लक्ष्य निर्धारित करें।
  • विभिन्न बचत माध्यमों में निवेश करें।

स्मरण योग्य महत्वपूर्ण बिंदु

  • बचत बीमारी, बेरोजगारी एवं अन्य आर्थिक परेशानियों के जोखिम के खिलाफ सुरक्षा गार्ड है।
  • आपकी छोटी-सी बचत राष्ट्र के विकास में योगदान दे सकती हैं।
  • व्यवस्थित बचत एवं निवेश अच्छा रिटर्न प्रदान करता है।
  • व्यर्थ व्यय की रोकथाम से बचत पर्यावरण के संरक्षण में मदद करती है।
  • अपना बचत खाता पोस्ट ऑफिस या भारत के किसी भी बैंक की शाखा में खोलें।


मंगलवार, 21 अक्टूबर 2025

21 अक्टूबर 2025 : विश्व आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस

आज का दिन : 21 अक्टूबर 2025

विश्व आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस

(World Iodine Deficiency Day)

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  • विश्व आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस (आयोडीन अल्पता विकार) या विश्व आयोडीन अल्पता दिवस प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को मनाया जाता है।
  • विश्व आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस को मनाने का उद्देश्य आयोडीन के उपयोग के प्रति लोगों में जागरुकता उत्पन्न करना है। इसके साथ ही आयोडीन की कमी के परिणामों के प्रति जागरुकता फैलाना है।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार वैश्विक स्तर पर अनुमानित 1.88 अरब लोगों को अपर्याप्त आयोडीन सेवन का खतरा है, इनमें भी 30 प्रतिशत स्कूली बच्चे शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ वर्ष 1993 से ही आयोडीनयुक्त नमक का समर्थन कर रहे हैं। इस पहल के कारण ही वर्तमान में 120 से अधिक देशों ने आयोडीनीकरण कार्यक्रम को अपना रखा है।
  • आयोडीन सूक्ष्म पोषक तत्व है, जो कि मानव वृद्धि एवं विकास के लिए आवश्यक है।
  • आयोडीन नमक आयोडीन यौगिक से युक्त सामान्य नमक होता है।
  • शरीर में आयोडीन की कमी से गलगण्ड/घेंघा के साथ अनेक रोग होने की आशंका रहती है।
  • भारत सरकार ने सन् 1962 में राष्ट्रीय गलगण्ड नियंत्रण कार्यक्रम का आरभ किया। सन् 1992 में इसका नाम बदलकर राष्ट्रीय आयोडीन अल्पता विकार नियंत्रण कार्यक्रम रखा गया।
  • केन्द्र सरकार ने खाद्य सुरक्षा और मानक (बिक्री पर प्रतिबंध और प्रतिबंध) विनियमन, 2011 के अधिनियम 2.3.2012 के अंतर्गत बिना आयोडीन युक्त नमक की बिक्री पर प्रतिबंध लगा रखा है।

आयोडीन की कमी से होने वाले विकार

  • थायरॉयड ग्रंथि का बढऩा।
  • मंदबुद्धि, मानसिक मंदता, बच्चों में संज्ञानात्मक विकास की गड़बड़ी एवं मस्तिष्क की क्षति।
  • तंत्रिका-पेशी एवं स्तैमित्य (मांसपेशियों की जकडऩ)।
  • एन्डेमिक क्रेटिनिजम (शारीरिक एवं मानसिक विकास का अवरुद्ध होना)।
  • मृत जन्म एवं गर्भवती महिलाओं में स्वत: गर्भपात।
  • जन्मजात असामान्यता जैसे कि बहरा-गूंगापन (बात करने में असमर्थता) और बौनापन।
  • देखने, सुनने एवं बोलने में विकार।

आयोडीन के स्रोत

  • नमक (सबसे सामान्य स्रोत), दूध, अंडा, दाल व अनाज, समुद्री शैवाल आदि।