मंगलवार, 21 जनवरी 2025

21 जनवरी 2025 : मेघालय, मणिपुर और त्रिपुरा का स्थापना दिवस

मेघालय, मणिपुर और त्रिपुरा का स्थापना दिवस

(Meghalya, Manipur and Tripura Foundation Day)

आज का दिन : 21 जनवरी 2025

  • 21 जनवरी को देश के तीन राज्यों मेघालय, मणिपुर और त्रिपुरा का स्थापना दिवस मनाया जाता है।
  • पूर्वोत्तर क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम 1971 के तहत मेघालय, मणिपुर और त्रिपुरा को 21 जनवरी, 1972 को पूर्ण राज्य का दर्जा प्रदान किया गया।

वर्तमान यानी सन् 2025 में तीनों राज्यों के मुख्यमंत्री इस प्रकार हैं-

  • मेघालय - कोनराड संगमा (नेशनल पीपल्स पार्टी)
  • मणिपुर - एन. बीरेन सिंह (भारतीय जनता पार्टी)
  • त्रिपुरा - माणिक साहा (भारतीय जनता पार्टी)

वर्तमान यानी सन् 2024 में तीनों राज्यों के राज्यपाल इस प्रकार हैं-

  • मेघालय - सी.एच. विजयशंकर
  • मणिपुर - अजय कुमार भल्ला
  • त्रिपुरा - नल्लू इंद्रसेना रेड्डी

मेघालय के बारे में अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां

  • पूर्व का स्कॉटलैंड कहे जाने वाले मेघालय में सन् 1765 तक खासी जनजाति के 25 छोटे राज्य थे।
  • इस पहाड़ी राज्य में खासी, जयंतिया व गारो आदिवासी समुदाय के लोग रहते हैं।
  • सन् 1956 में राज्य पुनर्गठन योजना के तहत इसे अलग राज्य का दर्जा देने की मांग उठी। इसके बाद 1960 में ऑल पार्टी हिल लीडर्स कॉन्फ्रेंस का गठन करके शांतिपूर्ण आंदोलन चलाया गया।
  • वर्ष 1970 में असम के पहाड़ी जिलों को स्वायत्त राज्य का दर्जा दिया गया। इसके बाद 21 जनवरी, 1972 को इसे पूर्ण राज्य का दर्जा प्रदान किया गया।
  • मेघालय की उत्तरी और पूर्वी सीमाएं असम से और दक्षिणी तथा पश्चिमी सीमाएं बांग्लादेश से मिलती हैं।
  • मेघालय का शाब्दिक अर्थ है- 'मेघों का आलय' अर्थात 'बादलों का घर'।
  • मेघालय का क्षेत्रफल 22,429 वर्ग किलोमीटर है। इसकी राजधानी शिलांग है।
  • मेघालय में कुल 11 जिले हैं। सन् 2011 की जनगणना के अनुसार राज्य की कुल जनसंख्या 29,66,889, लिंगानुपात- 989/1000 पुरुष पर, साक्षरता दर-74.4 प्रतिशत और जनसंख्या घनत्व- 132 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी. है।
  • प्रदेश की मुख्य भाषाएं गारो, खासी एवं अंग्रेजी है। मेघालय का राज्य पशु भालू बिल्ली और राज्य पक्षी पहाड़ी मैना है।
  • विश्व में सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान मासिनराम इसी राज्य में है।
  • मेघालय विधानसभा में 60 सदस्य हैं, वहीं राज्यसभा के लिए एक, लोकसभा के लिए दो सदस्यों का निर्वाचन होता है।

मणिपुर के बारे में अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां

  • भारत के पूर्वी राज्य मणिपुर में सन् 33 में पारवंगा ने एक राजवंश की स्थापना की। इस राजवंश का यहां 1891 तक शासन रहा। इसके बाद यह ब्रिटिश शासन के अधीन रहा।
  • मणिपुर को 15 अक्टूबर, 1949 को भारत संघ में भाग 'ग' के राज्य के रूप में शामिल किया गया। इसके बाद 1957 में एक प्रादेशिक परिषद गठित की गई।
  • केन्द्र शासित प्रदेश अधिनियम के तहत 1963 में तीस चयनित एवं तीन मनोनीत सदस्यों की विधानसभा स्थापित की गई। 21 जनवरी, 1972 को मणिपुर को पूर्ण राज्य का दर्जा प्रदान किया गया। इसमें कुल 9 जिले हैं।
  • मणिपुर राज्य के उत्तर और दक्षिण में मिजोरम, पश्चिम में असम और पूर्व में अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से म्यांमार लगा हुआ है।
  • मणिपुर का क्षेत्रफल 22,327 वर्ग किलोमीटर और राजधानी इम्फाल है।
  • सन् 2011 की जनगणना के अनुसार मणिपुर की जनसंख्या 25,70,390, लिंगानुपात- 992/1000 पुरुष पर, साक्षरता दर- 79.2 प्रतिशत और जनसंख्या घनत्व- 115 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी. है।
  • प्रदेश की मुख्य भाषा मणिपुरी और अंïग्रेजी है। मणिपुर का राज्य पशु थामिन मृग और राज्य पक्षी मिसिस हूमेस तीतर है।
  • मणिपुर विधानसभा 60 सदस्यीय है तथा राज्यसभा के लिए एक एवं लोकसभा के लिए दो सदस्य चुने जाते हैं।

त्रिपुरा के बारे में अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां

  • भारत के इस तीसरे सबसे छोटे राज्य का उल्लेख महाभारत और पुराणों में भी मिलता है। 19वीं शताब्दी में महाराजा वीरचंद्र किशोर माणिक्य बहादुर के शासन काल में आधुनिक त्रिपुरा का सूत्रपात हुआ। 
  • त्रिपुरा पर वीरचंद्र के उत्तराधिकारियों ने 15 अक्टूबर, 1949 तक राज्य किया। 
  • राज्य पुनर्गठन अधिनियम 1956 के तहत इसे संघ शासित क्षेत्र घोषित किया गया। बाद में 21 जनवरी, 1972 को इसे पूर्ण राज्य का दर्जा प्रदान किया गया।
  • त्रिपुरा की राजधानी अगरतला है। इसका क्षेत्रफल 10,486 वर्ग किलोमीटर है। 
  • सन् 2011 की जनगणना के अनुसार त्रिपुरा की जनसंख्या 36,73,917, जनसंख्या घनत्व- 350 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी., साक्षरता दर 87.2 प्रतिशत, लिंगानुपात- 960/1000 पुरुष पर हैं। 
  • त्रिपुरा की प्रमुख भाषाएं बांग्ला, मणिपुरी, काकबराक हैं।
  • त्रिपुरा में कुल 4 जिले हैं। त्रिपुरा का राज्य पशु फेरीज पर्णवानर और राज्य पक्षी हरा कबूतर है।

रविवार, 19 जनवरी 2025

19 जनवरी 2025 : एनडीआरएफ स्थापना दिवस

एनडीआरएफ स्थापना दिवस
(NDRF Raising Day)

आज का दिन : 19 जनवरी 2025


  • प्रतिवर्ष 19 जनवरी को एनडीआरएफ स्थापना दिवस मनाया जाता है।
  • राष्ट्रीय आपदा मोचन बल यानी National Disaster Response Force (NDRF) की स्थापना वर्ष 2006 में 'आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005' की धारा 46 के तहत की गई थी।
  • आज देश में भूकंप, बाढ़, भूस्खलन, अतिवृष्टि जैसी प्राकृतिक आपदाओं के अलावा मानवीय गलती से होने वाली दुर्घटनाओं के समय अपने साहस से लोगों की जान बचाने में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की अहम भूमिका है।
  • 19 जनवरी 2025 को 20वें एनडीआरएफ स्थापना दिवस का मुख्य कार्यक्रम आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में आयोजित किया जाएगा। इसमें केंद्रीय गृहमंत्री मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे। इस अवसर पर गृहमंत्री राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम) के दक्षिणी परिसर का लोकापण करेंगे। दक्षिण भारत के लिए आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में एनआईडीएम की स्थापना की गई है। गृहमंत्री इसके अलावा एनडीआरएफ की 10वीं वाहिनी व क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केंद्र सुपौल (9वीं वाहिनी) के परिसरों का भी लोकार्पण करेंगे।
  • एनडीआरएफ ने देश ही नहीं विदेश में भी आपदा के समय लोगों की जान बचाई है। वर्ष 2023 में तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकम्प में 'ऑपरेशन दोस्त' के तहत एनडीआरएफ कर्मियों ने लाखों जिंदगियां बचाईं। इसी तरह 2011 में जापान और 2015 में नेपाल में भी लोगों की जान बचाई।
  • वर्ष 2006 में स्थापना के समय एनडीआरएफ में मात्र 8 बटालियन थीं। वर्तमान यानी 2024 में 16 बटालियन हैं। एक बटालियन में 1149 कर्मी हैं। एनडीआरएफ की बटालियन में विभिन्न सैन्य बलों के जवानों को प्रशिक्षण देकर शामिल किया जाता है। हर बटालियन में 45 बचाव दल कर्मियों के साथ 18 विशेषज्ञों को अनिवार्य रूप से शामिल किया जाता है।
  • एनडीआरएफ के देश में 28 क्षेत्रीय केंद्र काम कर रहे हैं। हाल ही केंद्र सरकार ने 8 नए रीजनल रेस्पॉन्स केंद्र बनाने की मंजूरी दी है। इसके अलावा अब एनडीआरएफ को रासायनिक, जैविक, रेडियोधर्मी और परमाणु हमलों से निपटने का प्रशिक्षण और तकनीक देने की तैयारी की जा रही है।
  • एनडीआरएफ केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है और भारतीय पुलिस सेवा यानी आईपीएस को इसकी कमान दी जाती है। वर्तमान यानी 2024 में एनडीआरएफ महानिदेशक पीयूष आनंद हैं।
  • एनडीआरएफ का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।

गुरुवार, 16 जनवरी 2025

16 जनवरी 2025 : लोकपाल दिवस

लोकपाल दिवस
(Lokpal Day)

आज का दिन : 16 जनवरी 2025


  • 16 जनवरी 2025 को प्रथम लोकपाल दिवस मनाया जा रहा है।
  • भारत के लोकपाल ने 14 मार्च, 2024 को इस दिवस को मनाने का निर्णय लिया।
  • धारा 1(4) के अंतर्गत 16 जनवरी, 2014 को जारी अधिसूचना द्वारा लोकपाल की स्थापना की गई।
  • इसी को मद्देनजर भारत सरकार की ओर से 16 जनवरी, 2025 को लोकपाल दिवस का पहला कार्यक्रम जोरावर ऑडिटोरियम, मानेकशॉ सेन्टर, दिल्ली कैंट, नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है।
  • इस कार्यक्रम में भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और न्यायाधीश और अन्य मुख्य अतिथि उपस्थित रहेंगे।
  • वर्तमान यानी वर्ष 2025 में भारत के लोकपाल जस्टिस ए एम खानविलकर हैं। ये दूसरे लोकपाल हैं।
  • देश के प्रथम लोकपाल जस्टिस पिनाकी चन्द्र घोष थे।

16 जनवरी 2025 : राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस

राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस

(National Start-up Day)

आज का दिन : 16 जनवरी 2025

  • प्रतिवर्ष 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस मनाया जाता है।
  • देश में पहला राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस 16 जनवरी, 2022 को मनाया गया।
  • नेशनल स्टार्टअप दिवस को मनाने की घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 जनवरी, 2022 को स्टार्टअप उद्यमियों के सम्मेलन में की थी।
  • राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस मनाने का उद्देश्य कारोबार में उतर रहे नए स्टार्टअप का उत्साहवर्धन करना है।
  • स्टार्टअप एक ऐसी कम्पनी होती है, जिसने अभी-अभी कामकाज शुरू किया है। जब एक व्यक्ति या कुछ लोग मिलकर एक नए कारोबारी आइडिया पर कार्य शुरू करते हैं, तो उसे स्टार्टअप कहा जाता है।
  • स्टार्टअप की दुनिया में वर्ष 2021 को 'यूनिकॉर्न के वर्ष' के रूप में मान्यता दी गई। यूनिकॉर्न स्टार्टअप वह कम्पनी होती है जिसकी वैल्युएशन एक बिलियन या इससे अधिक हो जाती है। वर्तमान में देश में 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं।
  • भारत सरकार के प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड और विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रतिवर्ष राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी पुरस्कारों के तहत नई प्रौद्योगिकी वाले स्टार्टअप को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
  • भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इको सिस्टम है। वर्ष 2016 में जहां मात्र 471 स्टार्टअप थे, वहीं 15 जनवरी, 2025 तक उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग से मान्यता प्राप्त स्टार्टअप की संख्या 1,59,157 हो गई है। स्टार्टअप की ये बहार देश में रोजगार सृजन का महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। अब तक स्टार्टअप ने देश में 16 लाख से अधिक नौकरियों का सृजन किया है। साथ ही देश को आत्मनिर्भरता के पथ पर आगे बढ़ाने में इसकी महत्वपूर्ण भूूमिका है।

पांचवं स्टार्टअप महाकुंभ 7-8 मार्च, 2025 को

  • भारत सरकार की ओर से स्टार्टअप्स, यूनिकॉर्न, सूनीकॉर्न, निवेशकों, उद्योग जगत के लीडर्स और इकोसिस्टम के हितधारकों के लिए स्टार्टअप महाकुंभ का आयोजन किया जाता है। पहला स्टार्टअप महाकुंभ वर्ष 2019 में आयोजित किया गया था। स्टार्टअप महाकुंभ का पांचवां संस्करण 7-8 मार्च, 2025 को नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। 

पिछले साल जारी हुई थी स्टेट्स स्टार्टअप रैंकिंग 2022

  • स्टार्टअप इंडिया पहल की 8 साल की यात्रा पूरी होने पर 10 जनवरी से 17 जनवरी 2024 तक स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक-2024 का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस पर 16 जनवरी 2024 को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने स्टेट्स स्टार्टअप रैंकिंग 2022 के विजेता राज्यों को पुरस्कार प्रदान किए।
    स्टेट्स स्टार्टअप रैंकिंग-2022
    श्रेणी ए राज्य (जनसंख्या 1 करोड़ से अधिक)
    बेस्ट परफॉर्मर राज्य - 1. गुजरात, 2. कर्नाटक, 3. केरल और 4. तमिलनाडु
    टॉप परफॉर्मर राज्य - 1. महाराष्ट्र, 2. ओडिशा, 3. पंजाब, 4. राजस्थान, 5. तेलंगाना
    5. लीडर राज्य - 1. आंध्र प्रदेश, 2. असम, 3. मध्य प्रदेश, 4. उत्तर प्रदेश, 5. उत्तराखंड
    एस्पाइरिंग लीडर राज्य - 1. बिहार 2. हरियाणा
    उभरते इको-सिस्टम - 1. छत्तीसगढ़, 2. दिल्ली, 3. जम्मू और कश्मीर

    श्रेणी बी राज्य (जनसंख्या 1 करोड़ से कम)
    बेस्ट परफॉर्मर राज्य - 1. हिमाचल प्रदेश
    टॉप परफॉर्मर राज्य - 2. अरुणाचल प्रदेश, 2. मेघालय
    5. लीडर राज्य - 1. गोवा, 2. मणिपुर, 3. त्रिपुरा
    एस्पाइरिंग लीडर राज्य - 1. अंडमान व निकोबार द्वीप समूह, 2. नागालैंड
    उभरते इको-सिस्टम - 1. चंडीगढ़, 2. दादरा एवं नगर हवेली और दमन और दीव, 3. लद्दाख, 4. मिजोरम, 5. पुदुचेरी, 6. सिक्किम।

बुधवार, 15 जनवरी 2025

15 जनवरी 2025 : थल सेना दिवस

थल सेना दिवस

(Army Day)

आज का दिन : 15 जनवरी 2025

  • देश में प्रतिवर्ष 15 जनवरी को थल सेना दिवस मनाया जाता है।
  • 15 जनवरी, 1949 को लेफ्टिनेंट जनरल के.एम. करियप्पा (बाद में फील्ड मार्शल) भारतीय थल सेना के शीर्ष कमाडंर बने थे यानी भारतीय सेना की कमान पूरी तरह से भारतीय हाथों में आ गई थी। इसी उपलक्ष्य में 15 जनवरी को प्रतिवर्ष थल सेना दिवस या सेना दिवस मनाया जाता है।
  • आर्मी डे देश की सीमाओं की रक्षा में अपने प्राणों का बलिदान देने वाले वीरों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने का दिन है। 

पुणे में होगा मुख्य समारोह और परेड

  • 77वां थल सेना दिवस परेड 15 जनवरी, 2025 को महाराष्ट्र के पुणे स्थित बॉम्बे इंजीनियरिंग ग्रुप और केंद्र में आयोजित होगी। दक्षिणी कमान का मुख्यालय पुणे में हैं। यह तीसरा मौका होगा जब सेना दिवस का मुख्य समारोह दिल्ली छावनी के करियप्पा परेड मैदान की बजाय अन्य स्थान पर आयोजित किया जाएगा। इससे पहले वर्ष 2023 में बेंगलुरु और 2024 में लखनऊ में सेना दिवस समारोह का आयोजन किया गया था।
  • पुणे में होने वाली सेना दिवस परेड की थीम 'समर्थ भारत, सक्षम सेना' रखी गई है।
  • सेना दिवस की परेड में पहली बार राष्ट्रीय कैडेट कोर यानी एनसीसी की महिला विंग की टुकड़ी मार्च करेगी।
  • परेड में बेंगलुरु स्थित सैन्य पुलिस कोर (सीएमपी), सेंटर एंड स्कूल की एक महिला अग्निवीर टुकड़ी और मार्चिंग 'रोबोटिक खच्चरों' का एक समूह भी पहली बार परेड में भाग लेगा।
  • परडे में 'गौरव गाथा' कार्यक्रम होगा जिसमें सेना की प्राचीन काल से लेकर आधुनिक युग तक की विकास यात्रा को दिखाया जाएगा।
  • परेड में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भाग लेने की संभावना है। साथ ही पूर्व पैरालंपिक एथलीट और सैन्यकर्मी मुरलीकांत पेटकर भी शामिल होंगे। मुरलीकांत को वर्ष 2024 का अर्जुन पुरस्कार (आजीवन) देने की घोषणा की गई है।
  •  थल सेना दिवस की शाम को सेना प्रमुख चाय पार्टी आयोजित करते हैं, जिसमें तीनों सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उनकी मंत्रिमंडल के सदस्य शामिल होते हैं।
  • थल सेना का मुख्यालय नई दिल्ली में है।
  • लेफ्टिनेंट जनरल के.एम. करियप्पा (पूरा नाम कोडंडेरा मडप्पा करिअप्पा) ने भारतीय सेना के अंतिम अंग्रेज शीर्ष कमांडर जनरल रॉय फ्रांसिस बुचर से यह पदभार ग्रहण किया था।
  • 15 जनवरी, 1986 को करिअप्पा को फील्ड मार्शल की उपाधि दी गई। फील्ड मार्शल पांच सितारा रैंक है। स्वतंत्रता के समय भारत की सेना लगभग 2 लाख थी, लेकिन आज इसमें लगभग 13 लाख से अधिक सैनिक-असैनिक शामिल हैं।
  • थलसेना का ध्येय वाक्य है 'सर्विस बिफोर सेल्फ' अर्थात् खुद से पहले सेवा।
  • वर्तमान यानी सन् 2025 में भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी हैं।
  • वर्तमान में भारतीय सेना के तीनों अंगों की कुल 17 कमान हैं। थल सेना व वायु सेना की 7-7 और नेवी की 3 कमान हैं।


जय हिन्द... जय हिन्द की सेना!

मंगलवार, 14 जनवरी 2025

14 जनवरी 2025 : सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस

सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस

(Armed Forces Veterans Day)

आज का दिन : 14 जनवरी 2025

 

  • देश में प्रतिवर्ष 14 जनवरी को 'सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस' मनाया जाता है। इस दिवस को भूतपूर्व सैनिक दिवस भी कहा जाता है।
  • पहला सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस 14 जनवरी, 2016 को मनाया गया था और यह निर्णय लिया गया था कि हर साल हमारे सशस्त्र बलों के पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के सम्मान में इस तरह के इंटरैक्टिव कार्यक्रमों की मेजबानी करके इस दिन को मनाया जाए।
  • 'सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस' के माध्यम से सेना अपने पूर्व सैनिकों की राष्ट्रसेवा एवं नि:स्वार्थ समर्पण भावना का सम्मान करती है।
  • भारतीय सेना के प्रथम कमांडन-इन-चीफ फील्ड मार्शल के.एम. करियप्पा 14 जनवरी, 1953 को सेवानिवृत्त हुए थे। उन्हीं के सम्मान में प्रतिवर्ष 14 जनवरी को सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस मनाया जाता है। 

टांडा आर्टिलरी ब्रिगेड में मनाया गया 9वां सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस

  • 14 जनवरी, 2025 को 9वां सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस समारोह जम्मू-कश्मीर के अखनूर जिले में टांडा आर्टिलरी ब्रिगेड में मनाया गया।
  • इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस जनरल अनिल चौहान, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला आदि शामिल हुए। 
  • उत्तरी कमान के तत्वावधान में हुए कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों और वीर नारियों को सम्मानित किया गया। 
  • कार्यक्रम में 108 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। 
  • इस अवसर पर अखनूर हेरिटेज म्यूजियम का उद्घाटन भी किया गया। इस संग्रहालय में जम्मू-कश्मीर में हुए युद्धों में उपयोग किए गए हथियार और युद्ध के नायकों की मूर्तियां प्रदर्शित की गई हैं। 

फील्ड मार्शल के.एम. करियप्पा

  • भारतीय सेना के प्रथम कमांडर-इन-चीफ के.एम करियप्पा का पूरा नाम कोडंडेरा मडप्पा करियप्पा था। वे भारतीय सेना के पहले फील्ड मार्शल थे। भारतीय सेना के दूसरे फील्ड मार्शल सैम मानकेशां थे।
  • फील्ड मार्शल के.एम. करियप्पा का जन्म कर्नाटक के कोडागु (कुर्ग) में शनिवर्साथि नामक स्थान पर हुआ था। राजपूत रेजीमेंट से जुड़े फील्ड मार्शल के.एम. करियप्पा ने 1947 के भारत-पाक युद्ध में पश्चिमी सीमा पर सेना का नेतृत्व किया था।

जय हिन्द... जय हिन्द की सेना

रविवार, 12 जनवरी 2025

12 जनवरी 2025 : राष्ट्रीय युवा दिवस

राष्ट्रीय युवा दिवस

(National Youth Day)

आज का दिन : 12 जनवरी 2025


  • देश में प्रतिवर्ष 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है।
  • आधुनिक भारत के चिंतक और युवा संन्यासी स्वामी विवेकानन्द की जयंती 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाते हैं।
  • संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 1985 को 'अंतरराष्ट्रीय युवा वर्ष' घोषित किया था। वर्ष 1985 में ही भारत सरकार ने भी स्वामी विवेकानन्द की जयंती 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की।
  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रतिवर्ष 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। पहला अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस सन् 2000 में मनाया गया था।
  • भारतीय नवजागरण के अग्रदूत स्वामी विवेकानन्द का जन्म 12 जनवरी सन् 1863 को कलकत्ता यानी वर्तमान कोलकाता में हुआ था।
  • स्वामी विवेकानन्द के बचपन का नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था। वे रामकृष्ण परमहंस के शिष्य बने।
  • संन्यासी के रूप में स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका के शिकागो में 11 सितंबर, 1893 को आयोजित विश्व धर्म संसद में जो भाषण दिया था उसकी प्रतिध्वनि युगों-युगों तक सुनाई देती रहेगी।
  • स्वामी विवेकानन्द ने युवाओं को 'उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक कि अपने लक्ष्य तक न पहुंच जाओ' का प्रेरक मंत्र दिया।
  • 1896 में विवेकानंद ने 'रामकृष्ण मिशन' की स्थापना की। मात्र 39 वर्ष की अवस्था में उन्होंने 4 जुलाई 1902 को बेलूर के रामकृष्ण मठ में ध्यानमग्न अवस्था में महासमाधि धारण कर प्राण त्याग दिए।

विकसित भारत युवा नेता संवाद-2025

  • अब तक भारत सरकार का युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय प्रतिवर्ष राष्ट्रीय युवा महोत्सव का आयोजन करता आ रहा है। 
  • 27वां राष्ट्रीय युवा महोत्सव महाराष्ट्र के नासिक में आयोजित किया गया था।
  • भारत सरकार ने पुरानी परंपरा को बदलते हुए इस बार युवा दिवस के उपलक्ष्य में 11-12 जनवरी, 2025 को नई दिल्ली के भारत मंडपम में विकसित भारत युवा नेता संवाद-2025 (Viksit Bharat Young Leaders Dialogue-2025) का आयोजन किया है। 
  • विकसित भारत युवा नेता संवाद-2025 का उद्घाटन केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने 11 जनवरी को किया। 
  • कार्यक्रम के तहत 12 जनवरी, 2025 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 3000 गतिशील युवा नेताओं के साथ बातचीत करेंगे। इन युवाओं का चयन देशभर के 30 लाख से अधिक प्रतिभागियों में से किया गया है। 
  • प्रतिभागी प्रौद्योगिकी, स्थिरता, महिला सशक्तीकरण, विनिर्माण और कृषि सहित दस महत्वपूर्ण विषयों पर प्रधानमंत्री के सामने प्रस्तुतियां देंगे।


शुक्रवार, 10 जनवरी 2025

10 जनवरी 2025 : विश्व हिन्दी दिवस

विश्व हिन्दी दिवस

(World Hindi Day)

आज का दिन : 10 जनवरी 2025

  • प्रतिवर्ष 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस मनाया जाता है।
  • 10 जनवरी, 1975 को नागपुर में प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन आयोजित किया गया था, इसीलिए इस दिन को विश्व हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
  • सन् 2006 में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने 10 जनवरी को प्रतिवर्ष 'विश्व हिन्दी दिवस' के रूप में मनाने की घोषणा की थी।
  • विश्व हिन्दी दिवस को मनाने का उद्देश्य हिन्दी भाषा का प्रचार-प्रसार और हिन्दी को अन्तरराष्ट्रीय भाषा के रूप में प्रस्तुत करना है।
  • दुनिया के विभिन्न देशों में स्थित भारतीय दूतावास विश्व हिन्दी दिवस को विशेष रूप से मनाते हैं।
  • विदेश मंत्रालय की ओर से पहला विश्व हिन्दी दिवस नॉर्वे में मनाया गया था।
  • वर्तमान में विश्व हिन्दी सम्मेलन का आयोजन प्रति तीन वर्ष में किया जा रहा है।  अब तक 12 विश्व हिन्दी सम्मेलनों का आयोजन किया जा चुका है।
    12वें विश्व हिन्दी सम्मेलन का आयोजन 15 से 17 फरवरी, 2023 तक देनाराऊ आइलैंड कन्वेंशन सेंटर, नांदी, फिजी में हुआ था। 12वें विश्व हिन्दी सम्मेलन का मुख्य विषय/थीम 'हिन्दी : पारंपरिक ज्ञान से कृत्रिम मेधा तक' रखा गया था।
  • देश में प्रतिवर्ष 14 सितंबर को 'हिन्दी दिवस' मनाया जाता है। 14 सितंबर, 1949 को संविधान सभा ने हिन्दी को राजभाषा का दर्जा दिया था। इसी उपलक्ष्य में देशभर में 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है।

विश्व हिन्दी सचिवालय

  • विश्व हिन्दी सचिवालय इंडिपेंडेंस स्ट्रीट, फीनिक्स, मॉरीशस में स्थित है।
  • हिन्दी को वैश्विक भाषा बनाने के उद्देश्य से 1975 में जहां विश्व हिन्दी सम्मेलन के आयोजन की शुरुआत की गई थी। इन सम्मेलनों में हुए विचार-मंथन के बाद मॉरीशस और भारत के बीच एक द्विपक्षीय समझौते हुआ और मॉरीशस में विश्व हिन्दी सचिवालय की स्थापना की गई। इसके लिए मॉरीशस की विधानसभा में विश्व हिन्दी सचिवालय अधिनियम, 2002 पारित किया गया।
  • 11 फरवरी, 2008 से सचिवालय ने आधिकारिक रूप से कार्य शुरू किया। अपने स्थापना वर्ष से सचिवालय लगातार अपनी वैश्विक गतिविधियों द्वारा हिंदी को विश्व भाषा बनाने का मार्ग प्रशस्त करता आ रहा है।
  • इसके बाद 12 मार्च, 2015 को भारत के प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी तथा मॉरीशस के प्रधानमंत्री सर अनिरुद्ध जगन्नाथ द्वारा विश्व हिंदी सचिवालय के मुख्यालय के निर्माण का आधिकारिक शुभारंभ किया गया। आठ अक्टूबर, 2016 को भूमि पूजा के बाद औपचारिक निर्माण कार्य आरंभ हुआ।
  • भारत और मॉरीशस द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित विश्व हिन्दी सचिवालय मुख्यालय का 13 मार्च, 2018 को मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवीण कुमार जगन्नाथ और भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उद्घाटन किया।

विश्व हिन्दी सम्मेलन के आयोजन

विश्व हिन्दी सम्मेलनशहरदेशदिनांक
पहलानागपुरभारत10-12 जनवरी 1975
दूसरापोर्ट लुईसमॉरीशस28-30 अगस्त 1976
तीसरानई दिल्लीभारत28-30 अक्टूबर 1983
चौथापोर्ट लुईसमॉरीशस02-04 दिसंबर 1993
पांचवां पोर्ट ऑफ स्पेनत्रिनिदाद और टोबैगो04-08 अप्रैल 1996
छठालंदनइंग्लैंड14-18 सितंबर 1999
सातवांपारामारिबोसूरीनाम06-09 जून 2003
आठवां न्यूयॉर्कअमेरिका13-15 जुलाई 2007
नौवांजोहान्सबर्गदक्षिण अफ्रीका22-24 सितंबर 2012
दसवां भोपालभारत 10-12 सितंबर 2015
ग्यारहवां पोर्ट लुईसमॉरीशस18-20 अगस्त 2018
बारहवां
नांदी
फिजी15-17 फरवरी, 2023

गुरुवार, 9 जनवरी 2025

9 जनवरी 2025 : प्रवासी भारतीय दिवस

प्रवासी भारतीय दिवस

(Pravasi Bhartiya Divas)

आज का दिन : 9 जनवरी 2025

pravasi-bhartiya-divas
  • प्रवासी भारतीय दिवस हर दो वर्ष में एक बार 9 जनवरी को मनाया जाता है।
  • सन् 2003 में पहली बार 'प्रवासी भारतीय दिवस' मनाया गया था।
  • सन् 1915 की 9 जनवरी को महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे, उसी दिन के स्मृति में यह दिवस मनाया जाता है।
  • शुरुआत में प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता था।
  • वर्तमान में प्रवासी भारतीय दिवस सम्‍मेलन का आयोजन हर दो साल में एक बार किया जाता है।
  • 18वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 8 से 10 जनवरी, 2025 तक ओडिशा के भुवनेश्वर में आयोजित किया जा रहा है। 
  • 9 जनवरी, 2025 को भुवनेश्वर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन-2025 का उद्घाटन किया। 
  • कार्यक्रम में 70 से अधिक देशों के 3000 प्रवासी भारतीय यानी एनआरआई भाग ले रहे हैं।
  • 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन की मुख्य अतिथि त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू हैं।
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ट्रेन प्रवासी भारतीयों के लिए एक विशेष पर्यटक ट्रेन है, जो दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से रवाना होगी और तीन सप्ताह की अवधि के लिए भारत में पर्यटन और धार्मिक महत्व के कई स्थलों की यात्रा करेगी। प्रवासी भारतीय एक्स्प्रेस ट्रेन का संचालन प्रवासी तीर्थ दर्शन योजना के तहत किया जाएगा।
  • 17वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 8 से 10 जनवरी, 2023 को मध्य प्रदेश के इंदौर में आयोजित हुआ था।

8 जनवरी को मनाया गया युवा प्रवासी भारतीय दिवस

yuva-pravasi-diwas-2025
  • 8 जनवरी 2025 को ओडिशा के भुवनेश्वर में 'युवा प्रवासी भारतीय दिवस' मनाया गया। उद्घाटन समारोह में विदेश मंत्री एस. जयशंकर, केन्द्रीय युवा एवं खेल मंत्री मनसुख मंडावयिा, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

प्रवासी भारतीय दिवस मनाने का उद्देश्य

  • प्रवासी भारतीय दिवस अनिवासी भारतीयों को अपनी जड़ों से जोडऩे के उद्देश्य से मनाया जाता है। भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों के योगदान को याद करना। विदेशों में भारत के बारे में बेहतर समझ पैदा करना। भारत के उद्देश्यों का समर्थन करना तथा विश्व भर में स्थानीय भारतीय समुदायों के कल्याण के लिए कार्य करना। प्रवासी भारतीयों को अपनी पैतृक भूमि की सरकार और लोगों के साथ जुडऩे के लिए एक मंच प्रदान करना। ये सम्मेलन भारत और इसके विशाल विदेशी समुदाय के बीच संबंधों को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध हुए हैं, तथा विभिन्न क्षेत्रों में अनुभव, ज्ञान और कौशल को साझा करने में सक्षम हुए हैं।
  • प्रवासी भारतीय दिवस 'प्रवासी भारतीय मामले मंत्रालय' का प्रमुख कार्यक्रम है।
  • प्रवासी भारतीयों में भारतीय मूल के लोग और अप्रवासी भारतीय शामिल हैं। इनकी गिनती दुनिया के शिक्षित और सफल समुदाय के रूप में होती है। दुनिया के हर कोने में, प्रवासी भारतीय समुदाय को इसकी कड़ी मेहनत, अनुशासन, हस्तक्षेप न करने और स्थानीय समुदाय के साथ सफलतापूर्वक तालमेल बनाये रखने के कारण जाना जाता है। 

 

*प्रवासी भारतीय दिवस-2025 का विषय/थीम*

विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान


बुधवार, 8 जनवरी 2025

Current Affairs 2025 | करेंट अफेयर्स 2025

Current Affairs 2025 | करेंट अफेयर्स 2025

इसरो के 11वें अध्यक्ष वी. नारायणन

  • भारत सरकार ने प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. वी. नारायणन को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है।
  • डॉ. नारायणन इसरो के 11वें अध्यक्ष होंगे और 14 जनवरी, 2025 से पद संभालेंगे। उन्होंने डॉ. एस. सोमनाथ की जगह ली है।
  • डॉ. नारायणन के पास रॉकेट और स्पेसक्राफ्ट प्रपल्शन के क्षेत्र में लगभग चार दशकों का अनुभव है, जो इसरो को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।
  • इसके साथ ही डॉ. नायारणन अंतरिक्ष आयोग अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग के सचिव का पदभार भी संभालेंगे।

बहादुर सिंह सागू बने भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष

  • एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता गोला फेंक के पूर्व खिलाड़ी बहादुर सिंह साहू को भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया है। वे अगले चार वर्ष के लिए अध्यक्ष चुने गए हैं।
  • बहादुर सिंह लंबे समय तक अध्यक्ष रहे आदिल सुमरिवाला की जगह लेंगे। सुमरिवाला वर्तमान में विश्व एथलेटिक्स के कार्यकारी बोर्ड के सदस्य हैं।
  • एएफआई एथलीट आयोग के सदस्य बहादुर सिंह ने बुसान एशियाई खेल-2002 में गोला फेंक में स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने 2000 और 2004 के ओलंपिक खेलों में भी भाग लिया था।

शनिवार, 4 जनवरी 2025

4 जनवरी 2025 : विश्व ब्रेल दिवस

विश्व ब्रेल दिवस

(World Braille Day)

आज का दिन : 4 जनवरी 2025

  • प्रतिवर्ष 4 जनवरी को विश्व ब्रेल दिवस मनाया जाता है।
  • दृष्टि-बाधित लोगों को अक्षर ज्ञान कराने वाली ब्रेल लिपि के आविष्कारक लुई ब्रेल की जयंती 4 जनवरी को विश्व ब्रेल दिवस मनाया जाता है।
  • लुई ब्रेल का जन्म उत्तरी फ्रांस के कूपवरे शहर में 4 जनवरी 1809 को हुआ था।
  • वैसे तो ब्रेल दिवस काफी पहले से मनाया जा रहा है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 6 नवम्बर, 2018 को प्रतिवर्ष 4 जनवरी को विश्व ब्रेल दिवस मनाने प्रस्ताव पारित किया।
  • प्रथम ब्रेल दिवस 4 जनवरी, 2019 को मनाया गया। 4 जनवरी, 2025 को सातवां लुई ब्रेल दिवस मनाया जा रहा है।
  • ब्रेल लिपि में उभरे हुए बिन्दुओं के जरिये अक्षर और संख्या लिखे जाते हैं। इसके अलावा ब्रेल लिपि में संगीत, गणित और वैज्ञानिक प्रतीक व चिन्ह भी लिखे जाते हैं, ताकि पुस्तकें और पत्रिकाएं भी स्पर्श के जरिये पढ़ी जा सकें।
  • संयुक्त राष्ट्र के विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया भर में, लगभग 2 अरब 20 करोड़ लोगों को नजर की कमजोरियों और विकलांगता की स्थिति के साथ जीना पड़ रहा है। इनमें से लगभग 1 अरब लोगों को नजर की ऐसी कमजोरी अथवा विकलांगता है जिसे रोका जा सकता था, या उन पर अभी तक ध्यान नहीं दिया गया है।
  • कोरोना महामारी के दौरान यूएन एजेंसियों सहित अनेक ऐसे प्रयास हुए जिनसे दृष्टिबाधितों को ब्रेल लिपि में आवश्यक सूचनाएं उपलब्ध करवाई गईं।
  • हमारे देश में दृष्टिबाधित दिव्यांगों को करेंसी नोट की पहचान हो सके इसके लिए रुपये के हर नोट पर ब्रेल लिपि में भी छपाई की गई है। भारत दुनिया में एकमात्र ऐसा देश है जिसकी करेंसी पर  ब्रेल लिपि में भी लिखा गया है।
  • भारत में नेशनल एटलस एंड थीमैटिक मैपिंग ऑर्गनाइजेशन (एनएटीएमओ) दृष्टिबाधित छात्रों के लिए डिजिटल एम्बॉसिंग तकनीक का उपयोग करके बनाए गए ब्रेल मानचित्र उपलब्ध करवा रहा है। इस उपलब्धि के लिए एनएटीएमओ को वर्ष 2017 में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से 'दिव्यांगों के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी हस्तक्षेप' का राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्रदान किया गया।
  • भारत में सन् 2009 में लुई ब्रेल के द्विशताब्दी जन्म दिवस की स्मृति को बनाए रखने के लिए एक डाक टिकट जारी किया गया।

लुई ब्रेल ने 15 वर्ष की उम्र में बनाई थी ब्रेल लिपि

  • लुई ब्रेल तीन वर्ष की उम्र में अपनी दृष्टि खो बैठे। उसके बाद उन्होंने उभरे हुए बिंदुओं के सहारे एक भाषा निर्मित की, जिसे महसूस करके दृष्टिहीन व्यक्ति पढ़ सकता है। ब्रेल एक प्रकार की कूट भाषा है। 
  • लुई ब्रेल ने मात्र 15 वर्ष की उम्र में ब्रेल लिपि बना दी थी। सन् 1824 तक यह दुनिया के लगभग सभी देशों के दृष्टिहीनों के उपयोग में लाई जाने लगी थी।
  • ब्रेल लिपि को उभरे हुए बिन्दुओं की श्रृंखला पर अंगुलियां रखकर या उन्हें अंगुलियों से छूकर पढ़ा जाता है, जो कि 1 से 6 बिन्दुओं की एक व्यवस्था या प्रणाली होती है। ये बिन्दु अक्षर, संख्या और संगीत व गणितीय चिन्हों के संकेतकों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
  • ब्रेल लिपि को टाइपराइटर की ही तरह दिखने वाली एक मशीन- ब्रेलराइटर के जरिये लिखा जा सकता है, या फिर पेंसिल जैसी किसी नुकीली चीज (स्टायलस) और ब्रेल स्लेट (पट्ट) का इस्तेमाल करके, कागज पर, बिन्दु उकेर कर लिखा जा सकता है।

 

शुक्रवार, 3 जनवरी 2025

3 जनवरी 2025 : अन्तरराष्ट्रीय मन-शरीर कल्याण दिवस

 आज का दिन : 3 जनवरी 2025

अन्तरराष्ट्रीय मन-शरीर कल्याण दिवस
(International Mind-Body Wellness Day)

international-mind-body-wellness-day-2025
  • प्रतिवर्ष 3 जनवरी को अन्तरराष्ट्रीय मन-शरीर कल्याण दिवस मनाया जाता है।
  • स्वस्थ जीवन के लिए शरीर का स्वस्थ होना ही काफी नहीं है, बल्कि मन यानी माइंड को भी स्ट्रेस फ्री रखना जरुरी है। इसीलिए हर साल 3 जनवरी को अन्तरराष्ट्रीय मन-शरीर कल्याण दिवस मनाया जाता है।
  • इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को उनकी सेहत के प्रति जागरुक करना है।
  • वर्तमान समय में मोबाइल, लैपटॉप, सोशल मीडिया पर घंटों तक इन्वॉल्व होने के कारण हमारे शरीर और मन पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए दिन में कुछ घंटे इनसे दूरी बनाकर अन्य एक्टिविटीज में ध्यान लगाना चाहिए।
  • एक स्वस्थ जीवन के लिए भरपूर नींद भी जरूरी होती है, जो आपको पूरे दिन तरोताजा रखती है।


गुरुवार, 2 जनवरी 2025

भारत के राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों की सूची

 

क्र.सं.राज्यमुख्यमंत्रीराजनीतिक दल
1.आंध्र प्रदेशएन. चंद्रबाबू नायडूतेलुगु देशम पार्टी
2.अरुणाचल प्रदेशपेमा खांडूभारतीय जनता पार्टी
3.असमडॉ. हिमंत बिस्वा सरमाभारतीय जनता पार्टी
4.बिहारनीतीश कुमार जनता दल (यूनाइटेड)
5.छत्तीसगढ़विष्णुदेव सायभारतीय जनता पार्टी
6.दिल्ली (रा.रा. क्षेत्र)आतिशीआम आदमी पार्टी
7.गोवाप्रमोद सावंतभारतीय जनता पार्टी
8.गुजरातभूपेन्द्र पटेलभारतीय जनता पार्टी
9.हरियाणानायब सिंह सैनीभारतीय जनता पार्टी
10.हिमाचल प्रदेशसुखविंदर सिंह सुक्खूभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
11.जम्मू और कश्मीर (यू.टी.)उमर अब्दुल्लानेशनल कॉन्फ्रेंस
12.झारखंडहेमंत सोरेनझारखंड मुक्ति मोर्चा
13.कर्नाटकसिद्धारमैयाभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
14.केरलपिनरई विजयनमाक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी
15.मध्य प्रदेशमोहन यादव भारतीय जनता पार्टी
16.महाराष्ट्रदेवेन्द्र फडणवीसभारतीय जनता पार्टी
17.मणिपुरएन. बीरेन सिंहभारतीय जनता पार्टी
18.मेघालयकोनराड संगमानेशनल पीपल्स पार्टी
19.मिजोरमलालदुहोमाजोराम पीपुल्स मूवमेंट
20.नागालैण्डनेफियू रियोनेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी
21.ओडिशामोहन चरण माझीभारतीय जनता पार्टी
22.पुड्डुचेरी (यू.टी.)एन. रंगा स्वामीएआईएनआरसी
23.पंजाबभगवंत सिंह मानआम आदमी पार्टी
24.राजस्थानभजनलाल शर्माभारतीय जनता पार्टी
25.सिक्किमप्रेम सिंह तमांग (पीएस गोले)सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा 
26.तमिलनाडुएम.के. स्टालिनद्रविड़ मुनेत्र कडग़म (द्रमुक)
27.तेलंगानाए. रेवंत रेड्डीभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
28.त्रिपुराडॉ. माणिक साहाभारतीय जनता पार्टी
29.उत्तर प्रदेशयोगी आदित्यनाथभारतीय जनता पार्टी
30.उत्तराखंडपुष्कर सिंह धामी भारतीय जनता पार्टी
31.पश्चिम बंगालममता बनर्जी तृणमूल कांग्रेस

शुक्रवार, 27 दिसंबर 2024

27 दिसंबर 2024 : अंतरराष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस

आज का दिन : 27 दिसंबर 2024

अंतरराष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस
(International Day of Epidemic Preparedness)

international-day-of-epidemic-preparedness
  • 27 दिसंबर को 'अंतरराष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस' मनाया जाता है।
  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से वर्ष 2020 में पहली बार यह दिवस मनाया गया था। इसे अंतरराष्ट्रीय महामारी तत्परता दिवस भी कहा जाता है।
  • संयुक्त राष्ट्र ने यह दिवस मनाने का प्रस्ताव 11 दिसंबर, 2020 को पारित किया।
  • यह दिवस मनाने का कारण कोविड-19 महामारी से उपजी स्थितियां रहीं। कोविड के दौर में कई देश महामारी से संभल नहीं सके। इसीलिए संयुक्त राष्ट्र ने संभावित महामारियों से निपटने के लिए इस दिवस को मनाने का निर्णय किया है। यह दिवस हमें असहाय लोगों तक एक लचीली और मजबूत स्वास्थ्य प्रणाली बनाने के लिए प्रेरित करता है।
  • संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि अगर ध्यान न दिया गया तो भविष्य की महामारियां तीव्रता और गंभीरता के मामले में पिछले प्रकोपों से भी अधिक खतरनाक हो सकती हैं।
  • संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरेस ने 'अंतरराष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस-2024' पर अपने संदेश में कहा है कि कोविड-19 दुनिया के लिए एक चेतावनी थी। लाखों लोगों की जान चली गई, अर्थव्यवस्थाएं बिखर गईं, स्वास्थ्य प्रणालियां चरमरा गईं और पूरी मानवता का दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। संकट भले ही बीत गया हो, लेकिन एक कठोर सबक भी है कि दुनिया अगली महामारी के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं है। इस अंतरराष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस मैं देशों से आह्वान करता हूं कि वे पिछली स्वास्थ्य आपात स्थितियों से सीख लेकर अगली आपात स्थिति के लिए तैयारी करें।

गुरुवार, 26 दिसंबर 2024

26 दिसंबर 2024 : वीर बाल दिवस

वीर बाल दिवस

(Veer Baal Diwas)

आज का दिन : 26 दिसंबर 2024


  • देश में 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाया जाता है।
  • 26 दिसंबर, 2022 को पहला वीर बाल दिवस मनाया मनाया गया था।
  • 9 जनवरी, 2022 को गुरु गोबिंद सिंह की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 दिसंबर को 'वीर बाल दिवस' के रूप में मनाने की घोषणा की थी।
  • इतिहास में यह दिन गुरु गोविंद सिंह साहिब के छोटे साहिबजादों जोरावर सिंह जी और फतेह सिंह जी के बलिदान के लिए याद किया जाता है। ये मात्र 6 व 9 वर्ष के थे, लेकिन मुगलों की तलवार के डर से अपने धर्म और आस्था का परित्याग नहीं किया। दोनों साहिबजादों को सरहिंद (पंजाब) में जिंदा दीवार में चुनवा दिया गया था।
  • वीर बाल दिवस पर राष्ट्रीय कार्यक्रम नई दिल्ली के भारत मंडपम में होगा। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सुपोषित पंचायत योजना का शुभारंभ करेंगे।
  • शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) इस दिन को 'साहिबजादे शहादत दिवस' के रूप में मना रही है।

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2024

  • भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से 26 दिसंबर, 2024 को आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2024 प्रदान करेंगी। 
  • देश में पहली बार राष्ट्रीय बाल पुरस्कार गणंत्र दिवस यानी 26 जनवरी की बजाय वीर बाल दिवस यानी 26 दिसंबर को प्रदान किए जाएंगे।
  • यह पुरस्कार सात श्रेणियों कला और संस्कृति, वीरता, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा, खेल और पर्यावरण के क्षेत्र में प्रदान किया जाता है। 
  • वर्ष 2024 के लिए 14 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के 17 बच्चों को यह पुरस्कार दिया जाएगा। इनमें 7 लड़के और 10 लड़कियां शामिल हैं।