बुधवार, 6 नवंबर 2024

6 नवंबर 2024 : युद्ध और सशस्त्र संघर्ष में पर्यावरण के शोषण को रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस

युद्ध और सशस्त्र संघर्ष में पर्यावरण के शोषण को रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस

International Day for Preventing the Exploitation of the Environment in War and Armed Conflict

आज का दिन : 6 नवंबर 2024

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  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रतिवर्ष 6 नवंबर को 'युद्ध और सशस्त्र संघर्ष में पर्यावरण के शोषण को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस' मनाया जाता है।
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 5 नवंबर, 2001 को इस दिवस को मनाने का संकल्प पारित किया था। यानी पहला 'युद्ध और सशस्त्र संघर्ष में पर्यावरण के शोषण को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस' वर्ष 2001 में मनाया गया।
  • वैसे तो संयुक्त राष्ट्र की ओर से पर्यावरण संबंधी अनेक दिवस मनाए जाते हैं, लेकिन यह दिवस पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले उस प्रमुख कारण की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करता है, जिसे हम चाहकर भी नहीं रोक पाते हैं।
  • युद्ध...संघर्ष में जब दो पक्ष किसी की न सुनते हुए लडऩे पर आमादा हो जाते हैं, तो मानवता के साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान होता है। हम मानवता को हुए नुकसान को तो गिन लेते हैं, लेकिन पर्यावरण की हानि की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता।
  • दो पक्षों या देशों के बीच संघर्ष के दौरान जंगल को जलाना, पानी को दूषित करना, फसलों को जलाना, जानवरों को मारना आदि पर्यावरण को बिगाडऩे वाले काम बहुतायत से होते हैं।
  • संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के अनुसार पिछले 60 वर्षों के दौरान हुए संघर्षों में से 40 प्रतिशत ने पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाया।
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सशस्त्र संघर्ष से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को रोकने के लिए 27 मई, 2016 को एक प्रस्ताव पारित किया था।
  • लड़ाई के दौरान पर्यावरण को होने वाले नुकसान के प्रति जागरुकता के लिए संयुक्त राष्ट्र की यूएनईपी, यूएनडीपी सहित छह एजेंसियों और यूरोपीय यूनियन ने समझौता किया है। इस समझौते के तहत जिन देशों में संघर्ष के कारण नुकसान हुआ है, उनकी पहचान कर उन्हें सहायता उपलब्ध करवाई जाती है।

मंगलवार, 5 नवंबर 2024

5 नवंबर 2024 : विश्व सुनामी जागरूकता दिवस

आज का दिन : 5 नवंबर, 2024

विश्व सुनामी जागरूकता दिवस

(World Tsunami Awareness Day)

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  • प्रतिवर्ष 5 नवंबर को विश्व सुनामी जागरूकता दिवस मनाया जाता है।
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा ने जापान की पहल पर दिसंबर, 2015 में 5 नंवबर को विश्व सुनामी जागरूकता दिवस घोषित किया।
  • आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (यूएनडीआरआर) की ओर से यह दिवस मनाया जाता है। यूएनडीआरआर का मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जिनेवा में है और वर्तमान में इसके प्रमुख शीर्ष भारतीय अधिकारी कमल किशोर हैं। वे आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरेस के विशेष प्रतिनिधि भी हैं।
  • वर्ष 2004 में हिंद महासागर में आई सुनामी 21वीं सदी की पहली वैश्विक आपदा थी। यह हाल के मानव इतिहास की सबसे घातक आपदाओं में से एक है। इस सुनामी के कहर को झेलने के बाद सुनामी की पूर्व चेतावनी प्रणाली का तीव्र गति से विकास किया गया, जिससे हिंद महासागर के आसपास के 27 देशों को लाभ हुआ।
  • यूएनडीआरआर के अनुसार पिछले 100 वर्षों में अब तक 58 से ज्यादा बार सुनामी की घटनाएं हो चुकी हैं, इनमें 2,60,000 ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं। इनमें सबसे ज्यादा जनहानि दिसंबर, 2004 में आई सुनामी में हुई थीं। इसमें लगभग 2,30,000 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। लगभग 14 देश इससे प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हुए थे।
  • 2004 की सुनामी के कुछ ही दिन बाद जापान के ह्योगो क्षेत्र के कोबे में दुनिया के देश एकत्रित हुए और 10 वर्षीय ह्योगो फ्रेमवर्क फॉर एक्शन को अपनाया। यह आपका जोखिम न्यूनीकरण पर पहला व्यापक वैश्विक समझौता था। ह्योगो में ही हिंद महासागर सुनामी चेतावनी और न्यूनीकरण प्रणाली भी बनाई गई। इस प्रणाली के तहत दर्जनों भूकंपीय और समुद्र-स्तर निगरानी स्टेशन हैं जो विभिन्न देशों के सुनामी सूचना केंद्रों को चेतावनी प्रसारित करता है।
  • दुनिया में आपदाओं को रोकने और उनका प्रभाव कम करने के लिए मार्च 2015 में 15 वर्ष के लिए लागू 'आपदा जोखिम न्यूनीकरण 2015-2030 के लिए सेंदाई फ्रेमवर्क' में भी सुनामी को शामिल किया गया।

भारत में सुनामी पूर्व चेतावनी प्रणाली

  • 26 दिसंबर 2004 को हिंद महासागर में आई सुनामी के बाद भारत सरकार ने प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली स्थापित करने का निर्णय लिया। इस परियोजना की जिम्मेदारी हैदराबाद स्थित भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र को सौंपी गई।
  • भारतीय सुनामी पूर्व चेतावनी प्रणाली का नेटवक बहुत बड़ा है। इसमें भूकंपीय स्टेशन, बॉटम प्रेशर रिकॉर्डर, ज्वार मापक और 24 घंटे चलने वाले सुनामी चेतावनी केंद्रों शामिल हैं। ये सभी सुनामी उत्पन्न करने वाले भूकंपों का पता लगाने के साथ ही लोगों को जागरुक करने का काम करते हैं, जिससे आने वाली सुनामी से जान-माल की अधिकतम रक्षा की जा सके।
  • वर्तमान में भारतीय सुनामी पूर्व चेतावनी प्रणाली भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन कार्यरत है।

क्या है सुनामी

  • सामान्य शब्दों में कहें तो सुनामी समुद्र में भूकंप आने या अन्य गड़बडिय़ों की वजह से विशाल लहरों की एक शृंखला है, जो तटीय इलाकों में कहर बरपाती है।
  • सुनामी शब्द जापनी शब्दों 'त्सु' (बंदरगाह) और 'नामी' (लहर) से मिलकर बना है।
  • समुद्र में या उसके पास भूकंप सुनामी का मुख्य कारण है। भूकंप की तीव्रता भी रिक्टर पैमाने पर कम से कम 6.5 होनी चाहिए।
  • इसके अलावा भूस्खलन, ज्वालामुखी विस्फोट, समुद्र में क्षुद्रग्रह, उल्का आदि के गिरने से भी सुनामी आ सकती है।
  • सुनामी में लहरें पानी की दीवारों की तरह दिखती हैं और तटरेखा पर हमला करती हैं। ये लहरें हर 5 से 60 मिनट में आती हैं।
  • सुनामी के दौरान पहली लहर शायद सबसे बड़ी न हो, लेकिन दूसरी, तीसरी, चौथी या उससे भी बाद की लहरें बहुत बड़ी होती हैं।


*विश्व सुनामी जागरूकता दिवस-2024 का विषय/थीम*

Empowering the next generation with the lessons of the 2004 Indian Ocean Tsunami











गुरुवार, 31 अक्तूबर 2024

31 अक्टूबर 2024 : राष्ट्रीय एकता दिवस

राष्ट्रीय एकता दिवस

National Unity Day

आज का दिन : 31 अक्टूबर, 2024

  • देश में प्रतिवर्ष 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है। 
  • सरदार वल्लभ भाई पटेल की 140वीं जयंती यानी 31 अक्टूबर 2014 से देश में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जा रहा है। 
  • देश के नागरिकों खासकर युवाओं को एकता और अखंडता का महत्व बताने और देश को एक सूत्र में पिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले 'लौह पुरुष' के सम्मान में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है।
  • पटेल की जंयती पर राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में संपूर्ण देश में रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया जाता है। 31 अक्टूबर, 2024 को देश के सभी जिलों में अनेक स्थानों पर सुबह रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया। वहीं मुख्य समारोह गुजरात के केवडिय़ा में स्टेच्यू ऑफ यूनिटी पर हुआ। यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित कर राष्ट्रीय एकता दिवस परेड का शुभारम्भ किया। इस दौरान यहां बीएसएफ और राज्य पुलिस द्वारा परेड शो, बीएसएफ का डॉग शो, सीआईएसएफ की महिला टीम द्वारा कलारिपट्टू डेमो, गुजरात महिला पुलिस द्वारा शस्त्र परेड और एयरफोर्स द्वारा विशेष एयर शो का आयोजन किया गया।
  • गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली स्थित मेजर ध्यानचंद स्टेडियम से Run for Unity को फ्लैग ऑफ किया। साथ ही गृह मंत्री ने उपस्थित लोगों को राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलाई।

स्वतंत्र भारत के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल

  • सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को हुआ था। स्वतंत्र भारत के पहले गृहमंत्री के रूप में उन्होंने देश में बिखरी हुई 500 से अधिक स्वतंत्र रियासतों को भारत का भाग बनाने में अतिमहत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
  • पटेल स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही स्वतंत्र भारत के पहले गृहमंत्री रहे।
  • वल्लभ भाई पटेल को लौह पुरुष और सरदार पटेल भी कहा जाता है।
  • सरदार पटेल को देश में केन्द्रीय सेवाओं का जनक कहा जाता है। उन्होंने ही आईएएस, आईपीएस जैसी केंद्रीय सेवाओं की शुरुआत करवाई थी।

सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार

  • हाल ही गृह मंत्रालय ने देश की एकता और अखंडता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम पर सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार शुरू किया है।
  • पुरस्कार स्वरूप एक पदक और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। इसके साथ किसी भी प्रकार की मौद्रिक राशि या नकद पुरस्कार संबद्ध नहीं होगा।
  • यह सम्मान विशेष स्थिति और अत्यधिक सुयोग्य मामलों को छोड़कर मरणोपरांत प्रदान नहीं किया जाएगा।
  • एक साल में तीन से अधिक पुरस्कार नहीं दिए जाएंगे।
  • सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार राष्ट्रपति प्रदान करेंगे।

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी

  • राष्ट्र ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि देने के लिए उनकी विशालकाय प्रतिमा का निर्माण करवाया है, जिसे 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' नाम दिया गया है।
  • 31 अक्टूबर, 2018 को गुजरात के नर्मदा जिले में सरदार सरोवर बांध के निकट नर्मदा नदी के साधू बेट नामक टापू पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का अनावरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। सरदार पटेल की यह प्रतिमा 182 मीटर यानी 597 फीट ऊंची है। 
  • स्टैच्यू ऑफ यूनिटी विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है।  चीन में स्प्रिंग टेंपल बुद्धा की प्रतिमा इससे छोटी (153 मीटर) है।
  • स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का शिलान्यास 31 अक्टूबर, 2013 को किया गया और अनावरण 31 अक्टूबर, 2018 को किया गया।
  • स्टैच्यू ऑफ यूनिटी प्रतिमा के निकट ही प्रधानमंत्री ने 'वॉल ऑफ यूनिटी' का भी अनावरण किया।

बुधवार, 30 अक्तूबर 2024

31 अक्टूबर 2024 : विश्व शहर दिवस

विश्व शहर दिवस

(World Cities Day)

आज का दिन : 31 अक्टूबर 2024

  • प्रतिवर्ष 31 अक्टूबर को विश्व शहर दिवस मनाया जाता है।
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 27 दिसंबर, 2013 को यह दिवस मनाने का संकल्प पारित किया। पहला विश्व शहर 31 अक्टूबर, 2014 को मनाया गया। यूएन हैबिटाट द्वारा शहरीकरण की चुनौतियों का सामना करने और शहरों के विकास को बढ़ावा देने के लिए यह दिवस मनाया जाता है।
  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से अक्टूबर माह को 'अर्बन अक्टूबर' यानी शहरी अक्टूबर के रूप में मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 2 अक्टूबर को वर्ल्ड हैबिटाट दिवस से होती है और समापन 31 अक्टूबर को विश्व शहरी दिवस पर होती है।
  • यूएन हैबिटाट की ओर से प्रतिवर्ष विश्व शहर दिवस पर वैश्विक आयोजन के लिए किसी मेजबान शहर का चयन किया जाता है, जहां इस दिवस को मनाने के साथ ही अर्बन अक्टूबर का समापन होता है। पहले विश्व शहर दिवस का मेजबान शहर चीन का शंघाई शहर था। वहीं वर्ष 2024 के वर्ल्ड सिटीज डे की मेजबानी भी मेक्सिको के क्वेरेटारो शहर को ही सौंपी गई है। वैश्विक स्तर के सभी आयोजन इसी शहर में हो रहे हैं।

*विश्व शहर दिवस-2024 का विषय/थीम*

Youth Leading Climate and Local Action for Cities

मंगलवार, 29 अक्तूबर 2024

29 अक्‍टूबर 2024/कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी : आयुर्वेद दिवस

आयुर्वेद दिवस

(Ayurveda Day)

आज का दिन : 29 अक्‍टूबर 2024/कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी

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  • भारत सरकार के आयुष मंत्रालय की ओर से पहली बार सन् 2016 में पहला आयुर्वेद दिवस मनाया गया। यह नवां आयुर्वेद दिवस है।
  • विक्रम संवत् की कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को यह दिवस मनाया जाता है। इस बार विक्रम संवत् 2081 की कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी 29 अक्टूबर, 2024 को आई है। इसलिए 29 अक्टूबर को आयुर्वेद दिवस-2024 मनाया गया।
  • आयुर्वेद के प्रति जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है। इस दिवस पर आयुष मंत्रालय 3-4 आयुर्वेद विशेषज्ञों को 'राष्ट्रीय धनवंतरि आयुर्वेद पुरस्कार' से भी सम्मानित करता है, जिसमें प्रशस्ति-पत्र, ट्राफी (धनवंतरि की मूर्ति) और पांच लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल हैं। अभी हालांकि पुरस्कारों की घोषणा नहीं की गई है।
  • 9वें आयुर्वेद दिवस- 2024 का मुख्य कार्यक्रम आयुष मंत्रालय की ओर से नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में आयोजित किया गया। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वास्थ्य क्षेत्र की अनेक परियोजनाओं का शुभारंभ, उद्घाटन और शिलान्यास किया।
  • आयुर्वेद के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए आयुष मंत्रालय की ओर से 21 से 29 अक्टूबर, 2024 तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।


धनतेरस/धन्वंतरि जयंती

  • सनातन परम्परा के अनुसार आज ही के दिन यानी कार्तिक
  •  कृष्ण त्रयोदशी को आयुर्वेद के प्रणेता धन्वंतरि समुद्र मंथन के पश्चात् अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए इसे धन्वंतरि जयंती या धनतेरस के रूप में मनाते हैं। यह त्योहार आरोग्य (स्वास्थ्य) का पर्व माना जाता है। आज से ही पांच दिवसीय दीपावली पर्व की शुरुआत होती है। ये पर्व हैं-धनतेरस, रूप चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाईदूज।

*आयुर्वेद दिवस-2024 का विषय/थीम*

Ayurveda Innovation for Global Health

वैश्विक स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद नवाचार

रविवार, 27 अक्तूबर 2024

27 अक्टूबर 2024 : पैदल सेना दिवस

पैदल सेना दिवस

Infantry Day

आज का दिन : 27 अक्टूबर 2024

  • प्रतिवर्ष 27 अक्टूबर को पैदल सेना दिवस यानी इन्फैंट्री डे मनाया जाता है।
  • यह दिवस पैदल सेना (इंफेंट्री) की वीरता की स्मृति में मनाया जाता है।
  • वर्ष 2024 में 78वां पैदल सेना दिवस मनाया जा रहा है। इस अवसर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया।
  • सन् 1947 में 27 अक्टूबर के दिन भारतीय सेना की सिख रेजीमेंट की बटालियन के जवानों ने कश्मीर घाटी को पाकिस्तानी हमलावरों से मुक्त कराया था। उन्हीं वीर पैदल सैनिकों की याद में प्रतिवर्ष यह दिवस मनाया जाता है।
  • पैदल सेना भारतीय सेना की एक शाखा है, जिसके सैनिक सर्वाधिक साहस और वीरता से लड़ाई लड़ते हैं, क्योंकि इन्हें जमीन पर परंपरागत तरीके से युद्ध लडऩा होता है। इसलिए सेना में इस शाखा को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दुश्मन के घर में घुसकर मारने के लिए प्रसिद्ध है।
  • भारतीय सेना में पैदल सेना सबसे बड़े दल के रूप में शामिल है।
  • पैदल सेना को 'युद्ध की रानी' यानी 'क्वीन ऑफ द बैटल' कहा जाता है। पैदल सेना को भारतीय थल सेना की रीढ़ की हड्डी के समान माना जाता है। शारीरिक चुस्ती-फुर्ती, अनुशासन, संयम और कर्मठता पैदल सैनिकों के बुनियादी गुण हैं।

जय हिन्द

विश्व श्रव्य-दृश्य विरासत दिवस

(World Day for Audiovisual Heritage)

  • प्रतिवर्ष 27 अक्टूबर को 'विश्व श्रव्य-दृश्य विरासत दिवस' मनाया जाता है। यह दिवस यूनेस्को और कोऑर्डिनेटिंग काउंसिल ऑफ ऑडियोविजुअल आर्काइव्ज एसोसिएशन (सीसीएएए) की ओर से मनाया जाता है। यूनेस्को के 1980 में आयोजित आम सम्मेलन के 21वें सत्र में इस दिवस को मनाने का संकल्प पारित किया गया। यह दिवस उन ऑडियोविजुअल संरक्षण प्रोफेशनल्स और संस्थानों को समर्पित है जो आने पीढिय़ों के लिए हमारी विरासत को संजोने के साथ ही रक्षा कर रहे हैं। यह दिवस रिकॉर्ड किए गए दृश्य-श्रव्य के महत्व और उनके संरक्षण का भी महत्व दर्शाता है।


*विश्व श्रव्य-दृश्य विरासत दिवस-2023 का विषय/थीम*
‘Your Window to the World’

शनिवार, 26 अक्तूबर 2024

27 अक्टूबर 2024 : विश्व श्रव्य-दृश्य विरासत दिवस

आज का दिन : 27 अक्टूबर 2024

विश्व श्रव्य-दृश्य विरासत दिवस

(World Day for Audiovisual Heritage)

  • प्रतिवर्ष 27 अक्टूबर को 'विश्व श्रव्य-दृश्य विरासत दिवस' मनाया जाता है।
  • यह दिवस यूनेस्को और कोऑर्डिनेटिंग काउंसिल ऑफ ऑडियोविजुअल आर्काइव्ज एसोसिएशन (सीसीएएए) की ओर से मनाया जाता है।
  • यूनेस्को के 1980 में आयोजित आम सम्मेलन के 21वें सत्र में इस दिवस को मनाने का संकल्प पारित किया था।
  • विश्व श्रव्य-दृश्य विरासत दिवस उन ऑडियोविजुअल संरक्षण प्रोफेशनल्स और संस्थानों को समर्पित है जो आने पीढिय़ों के लिए हमारी विरासत को संजोने के साथ ही रक्षा कर रहे हैं। यह दिवस रिकॉर्ड किए गए दृश्य-श्रव्य के महत्व और उनके संरक्षण का भी महत्व दर्शाता है।
  • यूनेस्को के इतिहास का डिजिटलीकरण किया जा रहा है और इसके लिए वर्ष 2017 से 2019 तक विशेष प्रयास किए, इनमें जापान का बहुत बड़ा योगदान रहा। इस परियोजना (Digitizing our shared UNESCO history) के तहत यूनेस्को के कार्यों और इससे जुड़ी घटनाओं/प्रक्रियाों को डिजिटल रूप में संरक्षित किया जा रहा है।
  • इसी संदर्भ में फ्रांस की राजधानी पेरिस में स्थित यूनेस्को मुख्यालय में 28-29 अक्टूबर, 2024 को 'मेमोरी ऑफ द वल्डर्: एट द क्रॉसरोड्स ऑफ इंटरनेशनल अंडरस्टेडिंग एंड कॉ-ऑपरेशन' कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्देश्य इस क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय समझ और सहयोग को बढ़ावा देना है।


गुरुवार, 24 अक्तूबर 2024

24 अक्टूबर 2024 : विश्व पोलियो दिवस

आज का दिन : 24 अक्टूबर 2024

विश्व पोलियो दिवस

(World Polio Day)

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  • विश्व पोलियो दिवस प्रत्येक वर्ष 24 अक्टूबर को मनाया जाता है।
  • विश्व पोलियो (निरोधक) दिवस पोलियोमाइलाइटिस के खिलाफ टीका विकसित करने वाले जोनास साल्क के जन्म दिवस 24 अक्टूबर को मनाया जाता है। सन् 1955 में साल्क व उनकी टीम ने पहली पोलियो वैक्सीन का आविष्कार किया था।
  • पोलियो वैक्सीन का दूसरा प्रकार, ओरल पोलियो वैक्सीन (ओपीवी) चिकित्सक और सूक्ष्म जीवविज्ञानी अल्बर्ट सबिन द्वारा विकसित किया गया था।
  • विश्व पोलियो दिवस मनाने की शुरुआत रोटरी इंटरनेशनल ने की थी।
  • विश्व पोलियो दिवस पोलियो जैसी संक्रामक बीमारी के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
  • भारत सरकार ने सन् 1995 में पोलियो उन्मूलन अभियान की शुरुआत की थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को 27 मार्च, 2014 को पोलियो मुक्त देश घोषित किया। भारत में पिछले वर्षों से पोलियो का कोई मामला सामने नहीं आया है। लेकिन हाल ही अगस्त, 2024 में मेघालय के वेस्ट गारो हिल्स जिले के दूरदराज इलाके में एक दो साल के बच्चे में पोलियो के लक्षण पाए गए थे।
  • पोलियो मुक्त देश घोषित होने के बावजूद सुरक्षा के लिए पूरे भारत में राष्ट्रीय प्रतिरक्षण दिवस के अवसर पर बच्चों को टीका लगाया जाता है, ताकि बाल्यावस्था में प्रतिरक्षा के उच्च स्तर को बनाए रखा जा सके।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 25 अगस्त, 2020 को अफ्रीकी क्षेत्र के 47 देशों को भी जंगली पोलियो वायरस से मुक्त घोषित किया था। अब सिर्फ पाकिस्तान और अफगानिस्तान में ही जंगली पोलियो वायरस बचा है।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार आज केवल दो देश अफगानिस्तान और पाकिस्तान हैं, 'जहां जंगली पोलियोवायरस बचा है'। हाल ही लंदन और न्यूयॉर्क के घनी आबादी वाले इलाकों में भी पोलियो के मामले सामने आए थे। डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों के अनुसार जब तक पोलियो वायरस पूरी दुनिया से समाप्त नहीं होगा, ऐसे मामले सामने आते रहेंगे।  
  • हाल ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ग्लोबल पोलियो इरेडिकशन इनीशिएटिव के तहत वर्ष 2026 तक पोलियो को पूरी तरह खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए 5.1 अरब डॉलर के प्लान की घोषणा की गई है। इसमें राष्ट्रीय सरकारें और हैल्थ ग्रुप पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत मिलकर काम करेंगे।

क्या है पोलियो

  • पोलियोमाइलाइटिस (पोलियो) अत्यधिक संक्रामक वायरल रोग है, जो कि मुख्यत: छोटे बच्चों (पांच वर्ष से कम आयु) को प्रभावित करता है।
  • विषाणु मुख्यत: मल-मौखिक मार्ग के माध्यम या किसी सामान्य वाहन (उदाहरण के लिए दूषित पानी या भोजन) द्वारा व्यक्ति-से-व्यक्ति में फैलता है, और आंत में दोगुना हो जाता है, वहां से यह तंत्रिका तंत्र में पहुंच जाता है तथा पक्षाघात पैदा करता है।
  • पोलियो के प्रारंभिक लक्षणों में बुखार, थकान, सिरदर्द, उल्टी, गर्दन की अकडऩ और अंगों में दर्द है।
  • पोलियो को रोकने के लिए दो प्रकार के टीके लगाए जाते हैं। पहला है- ओरल पोलियो वैक्सीन (ओपीवी) और दूसरा है- इंजेक्टेबल पोलियो वैक्सीन (आईपीवी)।  


24 अक्टूबर 2024 : विश्व विकास सूचना दिवस

आज का दिन : 24 अक्टूबर 2024

विश्व विकास सूचना दिवस

(World Development Information Day)

  • प्रतिवर्ष 24 अक्टूबर को विश्व विकास सूचना दिवस मनाया जाता है।
  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से विश्व विकास सूचना दिवस सन् 1973 में पहली बार मनाया गया।
  • 17 मई, 1972 को व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र के सम्मेलन में व्यापार एवं विकास से सम्बंधित समस्याओं पर जनमत तैयार करने और इससे संबंधित सूचनाओं के प्रसार की आवश्यकता महसूस की गई।
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 19 दिसम्बर, 1972 को प्रतिवर्ष 24 अक्टूबर को 'विश्व विकास सूचना दिवस' मनाने का प्रस्ताव पारित किया था।
  • विश्व विकास सूचना दिवस मनाने का उद्देश्य दुनियाभर में फैली गरीबी, अशिक्षा, असमानता और विकास से संबंधित अन्य समस्याओं की ओर सभी देशों का ध्यान आकर्षित करने तथा उनका समाधान तलाशने के लिए वैश्विक स्तर जागरुकता फैलाना है।
  • अलग-अलग देश विश्व विकास सूचना दिवस को अपने-अपने तरीकों से मनाते हैं, लेकिन सभी का उद्देश्य लोगों को व्यापार एवं विकास सम्बंधी समस्याओं की सूचना देना और उनका समाधान तलाशना तथा इसमें अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर बल देना ही होता है।
  • वर्तमान समय में मोबाइल, इंटरनेट एवं अन्य संचार क्रांति ने इसके आयाम को विस्तृत कर दिया है और अब इनके माध्यम से लोगों तक त्वरित सूचनाएं पहुंचाई जाने लगी हैं। हालांकि यह दौर फेक न्यूज का भी है। इसलिए सॉशल मीडिया से प्राप्त सूचनाओं का उपयोग ध्यान पूर्वक करना चाहिए।

24 अक्टूबर, 2024 : संयुक्त राष्ट्र दिवस

आज का दिन : 24 अक्टूबर, 2024

संयुक्त राष्ट्र दिवस

(United Nations Day)

  • प्रतिवर्ष 24 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र दिवस मनाया जाता है।
  • संयुक्त राष्ट्र का चार्टर 24 अक्टूबर, 1945 को लागू हुआ। इसीलिए इस दिन संयुक्त राष्ट्र दिवस मनाया जाता है।
  • वर्ष 1948 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने तय किया कि 24 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र दिवस मनाया जाए और इस दिन पूरी दुनिया को संयुक्त राष्ट्र के उद्देश्यों एवं उपलब्धियों से अवगत करवाया जाए।
  • सन् 1971 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने तय किया कि 24 अक्टूबर का दिन सभी सदस्य देशों में सार्वजनिक अवकाश के रूप में मनाया जाना चाहिए।
  • भारत ने संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने पर उसके साथ अपने प्रगाढ़ संबंधों को दर्शाते हुए 23 अक्टूबर, 2020 को एक स्मारक डाक टिकट जारी किया था।
  • भारत सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार 24 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र दिवस पर यूएन का झंडा उन सभी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज के साथ फहराया जाता है, जिन पर राष्ट्रीय ध्वज नियमति रूप से फहराया जाता है। हालांकि संयुक्त राष्ट्र का झंडा राष्ट्रपति भवन, उपराष्ट्रपति भवन, संसद भवन और उच्चतम न्यायालय के भवन नहीं फहराया जाता है।

संयुक्त राष्ट्र से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य

  • संयुक्त राष्ट्र के चार्टर पर 26 जून, 1945 को हस्ताक्षर किए गए और यह 24 अक्टूबर, 1945 को लागू हुआ।
  • स्थापना के समय संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य देशों की संख्या 51 थी। वर्तमान में इसके सदस्य देशों की संख्या 193 है।
  • संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय का अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में मेनहट्टन द्वीप पर बना है।
  • संयुक्त राष्ट्र के ध्वज की पृष्ठभूमि हल्की नीली है और उस पर सफेद रंग से राष्ट्रसंघ का प्रतीक बना है। प्रतीक में दो जैतून की वक्राकार शाखाएं हैं जो ऊपर से खुली हैं और उनके बीच विश्व का मानचित्र बना है।
  • संयुक्त राष्ट्र के छह अंग हैं। ये हैं-महासभा, सचिवालय, सुरक्षा परिषद, आर्थिक और सामाजिक परिषद, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय व प्रन्यास परिषद्।
  • इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र के अनेक अभिकरण और संगठन हैं, जिनमें अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी, खाद्य और कृषि संगठन, यूनेस्को, विश्व बैंक, विश्व स्वास्थ्य संगठन आदि प्रमुख हैं।
  • संयुक्त राष्ट्र के वर्तमान महासचिव एंतोनियो गुतारेस हैं। एंतोनियो गुतारेस पुर्तगाली राजनीतिज्ञ हैं और वहां के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। गुतारेस ने 1 जनवरी 2017 को अपना कार्यकाल संभाला है। उनका दूसरा कार्यकाल जनवरी 2022 से शुरु हुआ है, जो दिसंबर 2026 तक रहेगा।

बुधवार, 23 अक्तूबर 2024

23 अक्टूबर 2024 : अंतरराष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस

 आज का दिन : 23 अक्टूबर 2024

अंतरराष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस

(International Snow Leopard Day)


  • प्रतिवर्ष 23 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस मनाया जाता है।
  • किर्गिस्तान के बिश्केक में वर्ष 2013 में आयोजित हिम तेंदुआ सम्मेलन में प्रतिवर्ष 23 अक्टूबर को 'अंतरराष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस' मनाने का प्रस्ताव पारित हुआ।
  • बिश्केक घोषणा पर स्नो लेपर्ड रेंज वाले 12 देशों ने हस्ताक्षर किए थे। इन देशों में भारत, अफगानिस्तान, भूटान, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, मंगोलिया, नेपाल, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं।
  • इसी सम्मेलन में  'वैश्विक हिम तेंदुआ और पारिस्थितिकी तंत्र संरक्षण' (Global Snow Leopard and Ecosystem Protection-GSLEP) कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी।
  • वर्तमान में भारत में हिम तेंदुए लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में पाए जाते हैं। वर्तमान में देश में 718 हिम तेंदुए हैं।
  • दुनिया के 12 देशों में लगभग 7,500 हिम तेंदुए पाए जाते हैं।
  • हिम तेंदुए का वैज्ञानिक नाम पैंथेरा अनकिया (Panthera uncia) है।
  • स्नो लेपर्ड को पहाड़ों का भूत या हिमालय का भूत भी कहा जाता है।
  • हिमाचल प्रदेश का राज्य पशु हिम तेंदुआ है।

भारत में हिम तेंदुआ यानी स्नो लैपर्ड से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी

  • केंद्र सरकार ने वर्ष 2009 में प्रोजेक्ट स्नो लेपर्ड शुरू किया था और यह प्रोजेक्ट 2021 में समाप्त हो गया।
  • भारत सरकार ने देश में हिम तेंदुओं की सुरक्षा और संरक्षण को बढ़ावा देने और उनकी गणना के लिए  23 अक्टूबर, 2019 को प्रथम राष्ट्रीय प्रोटोकाल का शुभारंभ किया था।
  • वर्ष 2019 से 2023 तक चली हिम तेंदुओं की गणना के बाद 30 जनवरी, 2024 को इसकी रिपोर्ट केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने जारी की।
  • इसके अनुसार वर्तमान में चार राज्यों हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश व दो केंद्रशासित प्रदेशों लद्दाख व जम्मू-कश्मीर में 718 तेंदुए हैं। स्नो लेपर्ड की गणना इन राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के अलावा ट्रांस-हिमालयी इलाके में लगभग 1,20,000 किलोमीटर क्षेत्र में दो चरणों में की गई।
  • गणना के अनुसार अनुमानत: लद्दाख में सर्वाधिक 477, उत्तराखंड में 124, हिमाचल प्रदेश में 51, अरुणाचल प्रदेश में 36, सिक्किम में 21 और जम्मू तथा कश्मीर में सबसे कम 9 हिम तेंदुए हैं।
  • सिक्योर हिमालय परियोजना के तहत उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित गंगोत्री नेशनल पार्क से लगे भैरोंघाटी लंका में देश का पहला हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र बनाया जाना प्रस्तावित है। हालांकि इस परियोजना को वर्ष 2017 में शुरू किया गया था, लेकिन अभी काफी काम होना बाकी है।
  • इसी तरह हिमाचल के स्पीति स्थित किब्बर में हिमालयन स्नो लैपर्ड रिसर्च सेंटर की स्थापना किया जाना प्रस्तावित है।

सोमवार, 21 अक्तूबर 2024

21 अक्टूबर 2024 : पुलिस स्मृति दिवस

 आज का दिन : 21 अक्टूबर 2024

पुलिस स्मृति दिवस

(Police Commemoration Day)

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  • प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है।
  • वर्ष 1959 में 21 अक्टूबर को भारत-तिब्बत सीमा की सुरक्षा में लगे पुलिस जवानों ने चीनी फौज के एक बहुत बड़े दस्ते से सीमा की रक्षा करते हुए अपना बलिदान दे दिया। इसी बलिदान की स्मृति को चिरस्थायी रखने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। इसे पुलिस दिवस भी कहा जाता है। वर्तमान में भी चीन से तनातनी चल रही है। लेकिन हमारे वीर जवान उसके हर मंसूबों पर पानी फेर रहे हैं।
  • पुलिस स्मृति दिवस-2024 के अवसर पर मुख्य समारोह का आयोजन नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर किया जाएगा। जिसकी अध्यक्षता परंपरागत रूप से केन्द्रीय गृह मंत्री करेंगे।

चीनी फौज के बड़े दस्ते का किया था मुकाबला

  • केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक कंपनी को भारत-तिब्बत सीमा की सुरक्षा के लिए लद्दाख में 'हाट-स्प्रिंग' में तैनात किया गया था। जब बल के 21 जवानों का गश्ती दल 'हाट-स्प्रिंग' में गश्त कर रहा था। तभी चीनी फौज के एक बहुत बड़े दस्ते ने इस गश्ती टुकड़ी पर घात लगाकर आक्रमण कर दिया। तब बल के मात्र 21 जवानों ने चीनी आक्रमणकारियों का डटकर मुकाबला किया। मातृभूमि की रक्षा के लिए लड़ते हुए 10 शूरवीर जवानों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया।
  • सीआरपीएफ के इन्हीं बहादुर जवानों के बलिदान को देश के सभी केन्द्रीय पुलिस संगठनों व सभी राज्यों की सिविल पुलिस द्वारा 'पुलिस स्मृति दिवस' के रूप में मनाया जाता है।
  • पुलिस स्मृति दिवस पर देशभर के सुरक्षा बलों यथा पुलिस, सीआरपीएफ आदि के द्वारा परेड सहित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

राष्ट्रीय पुलिस स्मारक, नई दिल्ली

  • वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चाणक्यपुरी, नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक देश को समर्पित किया था।
  • राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पुलिस बलों में राष्ट्रीय पहचान, गर्व, उद्देश्यों में एकरूपता, एक समान इतिहास और भविष्य की भावना भरने के साथ-साथ उनकी इस प्रतिबद्धता को भी और मजबूत करता है कि उन्हें अपने प्राणों की कीमत पर भी देश की रक्षा करनी है।
  • पुलिस स्मारक में एक केंद्रीय शिल्पकृति के अलावा 'शौर्य की दीवार' तथा एक संग्रहालय भी है। केंद्रीय शिल्पकृति के रूप में मौजूद एक 30 फीट ऊंचा ग्रेनाइट का एकल पाषाण खंड पुलिसकर्मियों की शक्ति, विनम्रता और नि:स्वार्थ सेवा का प्रतीक है।
  • इसी प्रकार 'शौर्य की दीवार' जिस पर शहीदों के नाम उत्कीर्ण हैं, कर्तव्य  के पथ पर अपने प्राण न्यौछावर करने वाले पुलिस कर्मियों की बहादुरी और बलिदान के अचल प्रतीक के रूप में उपस्थित है।

    21 अक्टूबर 2024 : विश्व आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस

    आज का दिन : 21 अक्टूबर 2024

    विश्व आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस

    (World Iodine Deficiency Day)

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    • विश्व आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस (आयोडीन अल्पता विकार) या विश्व आयोडीन अल्पता दिवस प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को मनाया जाता है।
    • विश्व आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस को मनाने का उद्देश्य आयोडीन के उपयोग के प्रति लोगों में जागरुकता उत्पन्न करना है। इसके साथ ही आयोडीन की कमी के परिणामों के प्रति जागरुकता फैलाना है।
    • विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार वैश्विक स्तर पर अनुमानित 1.88 अरब लोगों को अपर्याप्त आयोडीन सेवन का खतरा है, इनमें भी 30 प्रतिशत स्कूली बच्चे शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ वर्ष 1993 से ही आयोडीनयुक्त नमक का समर्थन कर रहे हैं। इस पहल के कारण ही वर्तमान में 120 से अधिक देशों ने आयोडीनीकरण कार्यक्रम को अपना रखा है।
    • आयोडीन सूक्ष्म पोषक तत्व है, जो कि मानव वृद्धि एवं विकास के लिए आवश्यक है।
    • आयोडीन नमक आयोडीन यौगिक से युक्त सामान्य नमक होता है।
    • शरीर में आयोडीन की कमी से गलगण्ड/घेंघा के साथ अनेक रोग होने की आशंका रहती है।
    • भारत सरकार ने सन् 1962 में राष्ट्रीय गलगण्ड नियंत्रण कार्यक्रम का आरभ किया। सन् 1992 में इसका नाम बदलकर राष्ट्रीय आयोडीन अल्पता विकार नियंत्रण कार्यक्रम रखा गया।
    • केन्द्र सरकार ने खाद्य सुरक्षा और मानक (बिक्री पर प्रतिबंध और प्रतिबंध) विनियमन, 2011 के अधिनियम 2.3.2012 के अंतर्गत बिना आयोडीन युक्त नमक की बिक्री पर प्रतिबंध लगा रखा है।

    आयोडीन की कमी से होने वाले विकार

    • थायरॉयड ग्रंथि का बढऩा।
    • मंदबुद्धि, मानसिक मंदता, बच्चों में संज्ञानात्मक विकास की गड़बड़ी एवं मस्तिष्क की क्षति।
    • तंत्रिका-पेशी एवं स्तैमित्य (मांसपेशियों की जकडऩ)।
    • एन्डेमिक क्रेटिनिजम (शारीरिक एवं मानसिक विकास का अवरुद्ध होना)।
    • मृत जन्म एवं गर्भवती महिलाओं में स्वत: गर्भपात।
    • जन्मजात असामान्यता जैसे कि बहरा-गूंगापन (बात करने में असमर्थता) और बौनापन।
    • देखने, सुनने एवं बोलने में विकार।

    आयोडीन के स्रोत

    • नमक (सबसे सामान्य स्रोत), दूध, अंडा, दाल व अनाज, समुद्री शैवाल आदि।

    रविवार, 20 अक्तूबर 2024

    20 अक्टूबर 2024 : विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस

    विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस
    World Osteoporosis Day

    आज का दिन : 20 अक्टूबर 2024

    • इंटरनेशनल ऑस्टियोपोरोसिस फाउंडेशन की ओर से विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस प्रतिवर्ष 20 अक्टूबर को मनाया जाता है।
    • विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस को मनाने का उद्देश्य हड्डियों की सुरक्षा और मांसपेशियों को स्वस्थ रखने के लिए लोगों को जागरूक करना है। यह दिवस ऑस्टियोपोरोसिस की रोकथाम, निदान एवं उपचार के लिए वैश्विक जागरूकता पैदा करने के प्रति समर्पित है।
    • ऑस्टियोपोरोसिस मूलत: हड्डियों के ऊतकों की खराबी है। इस रोग के कारण हड्डियां नाजुक एवं कमजोर हो जाती हैं,  जिसके परिणामस्वरूप रीढ़ की हड्डी विशेषकर कूल्हे एवं कलाई के फ्रैक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है।
    • महिलाओं को मुख्यत: पचास वर्ष की उम्र के बाद पुरुषों की तुलना में ऑस्टियोपोरोसिस से पीडि़त होने का खतरा अधिक होता है।
    • इंटरनेशनल ऑस्टियोपोरोसिस फाउंडेशन की ओर से ऑस्टियोपोरोसिस के प्रति जागरुकता पैदा करने के लिए प्रतिवर्ष एक कैम्पेन चलाया जाता है। वर्ष 2024 के लिए चलाए जाने वाले कैम्पेन का शीर्षक है-
    • Say no to Fragile Bones

    ऑस्टियोपोरोसिस से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

    • महिलाओं में अधिकांशत: यह रोग रजोनिवृत्ति के पश्चात् पाया जाता है।
    • ऑस्टियोपोरोसिस से पीडि़त होने का खतरा पचास वर्ष की आयु से अधिक उम्र के लोगों को अधिक होता है।
    • वंशानुगत अर्थात् ऑस्टियोपोरोसिस से पीडि़त होने वाले माता-पिता या भाई-बहनों के पारिवारिक सदस्यों में ऑस्टियोपोरोसिस के विकसित होने का जोखिम अधिक होता है।
    • कम कैल्शियम एवं कम आहार का सेवन भी ऑस्टियोपोरोसिस रोग को आमंत्रण है।
    • स्टेरॉयड जैसी दवाओं का लंबे समय तक सेवन भी इस रोग का मुख्य कारण है।
    • आजकल की तनावपूर्ण जीवन शैली भी ऑस्टियोपोरोसिस रोग होने में सहायक है। इसके साथ ही  अधिक बैठे रहने वाली/निष्क्रिय जीवनशैली, धूम्रपान एवं शराब का सेवन इस रोग को बुलावा देता है।

    ऑस्टियोपोरोसिस से पीडि़त रोगी में लक्षण

    • समय के साथ लम्बाई में कमी।
    • शरीर का झुकना/झुकाव।
    • कूल्हे या रीढ़ की हड्डी का फ्रैक्चर।

    हड्डियों को इन उपायों से मजबूत करें

    • नियमित व्यायाम से हड्डियों को कमजोर होने से रोका जा सकता है।
    • कैल्शियम और विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों का उपयोग करें। इनमें दूध, दही एवं हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल हैं। वहीं प्राकृतिक धूप के संपर्क में रहना भी आवश्यक है।
    • धूम्रपान एवं शराब के सेवन से बचें।
    • तनाव भरी जीवनशैली से राहत पाने के लिए नियमित योग एवं ध्यान करें।

    ये भी जानिए : प्रति पांच वर्ष में 20 अक्टूबर को 'विश्व सांख्यिकी दिवस' मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी आयोग की ओर से अब तक वर्ष 2010 पहला, 2015 में दूसरा और 2020 में तीसरा विश्व सांख्यिकी दिवस मनाया गया।

    गुरुवार, 17 अक्तूबर 2024

    17 अक्टूबर 2024 : विश्व आघात दिवस

    विश्व आघात दिवस

    (World Trauma Day)

    आज का दिन : 17 अक्टूबर 2024
    • विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से प्रतिवर्ष 17 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिवस सन् 2000 से मनाया जा रहा है। 
    • यह दिवस जीवन को सबसे नाज़ुक क्षणों के दौरान बचाने और सुरक्षा के महत्व पर ध्यान केंद्रित करने तथा आघात से होने वाली मृत्यु से बचने की तैयारी एवं महत्वपूर्ण उपायों को अपनाने के लिए मनाया जाता है।
    • किसी भी तरह की शारीरिक एवं मानसिक चोट 'आघात' है। इनमें प्राकृतिक दुर्घटनाएं, सड़क हादसे, आग, प्राकृतिक या मानव निर्मित आपदाएं और हिंसक कृत्य तथा कमजोर आबादी 'महिलाओं, बच्चों एवं बुजुर्गों' के खिलाफ होने वाले अपराध आदि हो सकते हैं।
    • विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार ट्रोमा यानी आघात के अधिकांश मामले सड़क दुर्घटनाओं के कारण होते हैं। विश्वभर में मृत्यु एवं विकलांगता का प्रमुख कारण आघात है।
    • एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में भी हर साल 10 लाख लोग मस्तिष्क आघात (हैड इंजरी) के शिकार होते हैं।

    बचाव के लिए क्या करें?

    • सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें।
    • वाहन चलाते समय चेतावनी संकेतों एवं यातायात संकेतों पर विशेष ध्यान दें।
    • दुपहिया वाहन की सवारी करते हुए हमेशा हेलमेट पहनें।
    • जब आप सड़क पर हों, तब आप ध्यान भटकाने वाली गतिविधियों जैसे कि मोबाइल फोन एवं ऊंची आवाज में संगीत सुनने से बचें।
    • निरंतर लंबी यात्रा करने पर ड्राइविंग से छोटा-सा अवकाश अवश्य लें।
    • अपने बच्चों को बिजली के स्विच व तार, धारदार वस्तुओं एवं दवाओं से दूर रखें।
    • अपने घर एवं वाहन में प्राथमिक चिकित्सा किट अवश्य रखें।
    • यह सुनिश्चित करें, कि आपकी सीढिय़ां, खिड़कियां, बालकनियां एवं छतें गिरने से सुरक्षित हों।
    • जीवन को सहयोग करने वाली आधारभूत तकनीक और घायलों की सहायता करना सीखें।
    • दुर्घटना होने पर आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर पर तुरंत कॉल करें तथा जल्द से जल्द पर्याप्त सहायता प्राप्त करें। यह याद रखें, कि घायल व्यक्ति के लिए हर क्षण महत्वपूर्ण होता है। यह बेहद महत्वपूर्ण है कि घायल व्यक्ति को एक घंटे के भीतर चिकित्सा देखभाल प्राप्त हो।

    *विश्व आघात दिवस-2024 का विषय/थीम*

    Workplace Injuries: Prevention & Management