गुरुवार, 17 अक्तूबर 2024

17 अक्टूबर 2024 : विश्व आघात दिवस

विश्व आघात दिवस

(World Trauma Day)

आज का दिन : 17 अक्टूबर 2024
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से प्रतिवर्ष 17 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिवस सन् 2000 से मनाया जा रहा है। 
  • यह दिवस जीवन को सबसे नाज़ुक क्षणों के दौरान बचाने और सुरक्षा के महत्व पर ध्यान केंद्रित करने तथा आघात से होने वाली मृत्यु से बचने की तैयारी एवं महत्वपूर्ण उपायों को अपनाने के लिए मनाया जाता है।
  • किसी भी तरह की शारीरिक एवं मानसिक चोट 'आघात' है। इनमें प्राकृतिक दुर्घटनाएं, सड़क हादसे, आग, प्राकृतिक या मानव निर्मित आपदाएं और हिंसक कृत्य तथा कमजोर आबादी 'महिलाओं, बच्चों एवं बुजुर्गों' के खिलाफ होने वाले अपराध आदि हो सकते हैं।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार ट्रोमा यानी आघात के अधिकांश मामले सड़क दुर्घटनाओं के कारण होते हैं। विश्वभर में मृत्यु एवं विकलांगता का प्रमुख कारण आघात है।
  • एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में भी हर साल 10 लाख लोग मस्तिष्क आघात (हैड इंजरी) के शिकार होते हैं।

बचाव के लिए क्या करें?

  • सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें।
  • वाहन चलाते समय चेतावनी संकेतों एवं यातायात संकेतों पर विशेष ध्यान दें।
  • दुपहिया वाहन की सवारी करते हुए हमेशा हेलमेट पहनें।
  • जब आप सड़क पर हों, तब आप ध्यान भटकाने वाली गतिविधियों जैसे कि मोबाइल फोन एवं ऊंची आवाज में संगीत सुनने से बचें।
  • निरंतर लंबी यात्रा करने पर ड्राइविंग से छोटा-सा अवकाश अवश्य लें।
  • अपने बच्चों को बिजली के स्विच व तार, धारदार वस्तुओं एवं दवाओं से दूर रखें।
  • अपने घर एवं वाहन में प्राथमिक चिकित्सा किट अवश्य रखें।
  • यह सुनिश्चित करें, कि आपकी सीढिय़ां, खिड़कियां, बालकनियां एवं छतें गिरने से सुरक्षित हों।
  • जीवन को सहयोग करने वाली आधारभूत तकनीक और घायलों की सहायता करना सीखें।
  • दुर्घटना होने पर आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर पर तुरंत कॉल करें तथा जल्द से जल्द पर्याप्त सहायता प्राप्त करें। यह याद रखें, कि घायल व्यक्ति के लिए हर क्षण महत्वपूर्ण होता है। यह बेहद महत्वपूर्ण है कि घायल व्यक्ति को एक घंटे के भीतर चिकित्सा देखभाल प्राप्त हो।

*विश्व आघात दिवस-2024 का विषय/थीम*

Workplace Injuries: Prevention & Management


मंगलवार, 15 अक्तूबर 2024

15 अक्टूबर 2024 : विश्व हाथ धुलाई दिवस

विश्व हाथ धुलाई दिवस

Global Handwashing Day

आज का दिन : 15 अक्टूबर 2024

  • प्रतिवर्ष 15 अक्टूबर को विश्व हाथ धुलाई दिवस मनाया जाता है।
  • 15 अक्टूबर, 2008 को पहला विश्व हाथ धुलाई दिवस मनाया गया। ग्लोबल हैंड वाशिंग डे मनाने की शुरुआत ग्लोबल हैंडवाशिंग पार्टनरशिप ने की थी। 
  • इसी दिवस के समान विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से प्रतिवर्ष 5 मई को हाथ स्वच्छता दिवस यानी हैंड हाइजीन डे मनाया जाता है। 
  • साबुन से हाथ धोने के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य से शुरू हुई इस मुहिम में शुरुआत में 70 से अधिक देशों के लगभग 120 मिलियन बच्चे जुड़े। 
  • वर्तमान में दुनिया के 120 से अधिक देशों के 250 मिलियन से अधिक लोग इस दिवस को मना रहे हैं।
  • कोरोना काल में विश्व स्वास्थ्य संगठन और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने हाथ दोनों के प्रति ही सर्वाधिक ध्यान केंद्रित किया।  महामारी के दौर में बार-बार हाथ धोने के लिए प्रेरित किया गया। यानी 2008 में शुरू हुआ अभियान महामारी के दौर में बहुत महत्वपूर्ण और उपयोगी बन गया।
  • ग्लोबल हैंडवाशिंग डे मनाने के पीछे मान्यता रही है कि हाथों को स्वच्छ रखने से डायरिया, आंखों और त्वचा संबंधी बीमारियों से बचा जा सकता है।
  • संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) की ओर से ग्लोबल हैंड वाशिंग डे पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर बच्चों व युवाओं को हाथ धोने के लिए प्रेरित किया जाता है।
  • फैक्ट की बात करें तो दुनिया के तीन बिलियन लोगों के घर पर पानी और साबुन से हाथ धोने की सुविधा नहीं है। वहीं आधी स्कूलों में यह सुविधा नहीं है, जिससे 818 मिलियन छात्र प्रभावित हो रहे हैं। चिंताजनक तथ्य यह भी है कि बीमारों के इलाज के 32 प्रतिशत स्थानों पर भी हाथों को सही प्रकार से धोने की व्यवस्था नहीं है।

हाथों की स्वच्छता के बारे में महत्वपूर्ण बातें

हाथों को कम से कम 20 सैकंड तक धोना आवश्यक है। हमें निम्न कार्यों को करने के बाद हाथ आवश्यक रूप से साफ करने चाहिएं-

  • छींकने, नाक साफ करने या खांसने के बाद
  • सार्वजनिक स्थानों या सार्वजनिक परिवहन के साधनों में यात्रा के बाद
  • घर के बाहर कहीं भी कुछ छूने या रुपए-पैसे को छूने के बाद।
  • अस्वस्थ व्यक्ति की देखभाल से पहले और बाद में।
  • कुछ खाने खाने या भोजन से पूर्व।
  • शौचालय का उपयोग करने के बाद।
  • कूड़ा-कचरा उठाने के बाद।
  • पशुओं व पालतु जानवरों को छूने के बाद।
  • बच्चों की नेपीज बदलने व उन्हें शौच आदि में सहायता करने के बाद।
  • तब जब आपके हाथ गंदे दिख रहे हों।

तो साथियो, कोरोना काल ही नहीं इसके बाद भी हमें अपने साफ स्वच्छ रखने के लिए इन्हें समय-समय पर साबुन से धोते रहने की आदत बनानी चाहिए। यह हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छी आदत साबित होगी।

*विश्व हाथ धुलाई दिवस-2024 का विषय/थीम* 

Why are clean hands still important?

15 अक्टूबर, 2024 : सफेद छड़ी दिवस

सफेद छड़ी दिवस
White Cane Day

आज का दिन : 15 अक्टूबर, 2024

  • प्रतिवर्ष 15 अक्टूबर को 'सफेद छड़ी दिवस' मनाया जाता है।
  • सफेद छड़ी दिवस मनाने का उद्देश्य आम जन को दृष्टिहीनता के बारे में शिक्षित करना और यह बताना है कि दृष्टिबाधित लोग अपना जीवनयापन बिना किसी सहारे के कर सकते हैं।
  • फ्रांस के गुली द हरर्बेमोंट ने दृष्टिबाधित लोगों की सहायता के लिए एक सफेद रंग की छड़ी की शुरुआत की।
  • शुरुआत में यह दिवस (लगभग सन् 1964 से) अमेरिका में मनाया गया। लेकिन धीरे-धीरे सफेद छड़ी दिवस सम्पूर्ण विश्व में मनाया जाने लगा।वक्त बदला तो सफेद छड़ी में भी कई बदलाव हुए। आजकल मोड़कर रखने वाली और हल्की छडिय़ां उपलब्ध हैं। यहां तक कि सेंसर वाली इलेक्ट्रॉनिक छडियां भी उपलब्ध हैं, जो दृष्टिबाधित लोगों के लिए बेहद उपयोगी साबित हो रही हैं।
  • पिछले कुछ समय में दृष्टिबाधित लोगों की मदद के लिए विभिन्न उपकरणों के शोध और उत्पादन के क्षेत्र में क्रांति आई है ताकि दृष्टिबाधित लोग चलने-फिरने, काम करने, पढऩे और अपना जीवन बिना किसी सहारे के बिता सकें। सूचना का प्रसार, गतिशीलता और कंप्यूटर तक पहुंच शोध के तीन प्रमुख क्षेत्र हैं।
  • सरकारी आंकड़ों के अनुसार विश्व के 20 प्रतिशत दृष्टिबाधित लोग भारत में हैं।
  • भारत में एडीआईपी के जरिए उपकरणों को खरीदने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है। इस योजना के तहत विकलांग मामलों के विभाग द्वारा स्वयं सेवी संस्थाओं को टिकाउ, संवेदनशील और उच्च तकनीक वाले आई एस आई स्तर के उपकणों के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है।
  • भारत सरकार ने सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय के तहत 'विकलांग मामलों के विभाग' की स्थापना वर्ष 2016 में की थी।
  • आईआईटी दिल्ली ने एक ''स्मार्ट केन'' विकसित की है जिसमें विद्युत सेंसर लगे है और यह जमीन पर किसी भी अवरोध का आसानी से पता लगा सकता है।
  • राष्ट्रीय परियोजना 'इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी फॉर द ब्रेल लिटरेसी इन इंडियन लेंग्वेजज' में पश्चिम बंगाल सरकार के उपक्रम 'वेबल मीडियाट्रानिक' ने देशभर के 190 विशेष दृष्टिबाधित स्कूलों में सूचना प्रौद्योगिकी आधारित 'ब्रेल प्रणाली' लगाई है। इसने 'इंटरनेट ऐक्सेसे एंड रिहेबिलीटेशन टूल्स' भी विकसित किया है। इसमें इलैक्ट्रानिक्स ब्रेल डिस्पले, ऑटोमेटिक ब्रेलर एम्ब्रोसर और कई सॉफ्टवेयर हैं।
  • सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय के तहत दृष्टिबाधितों के क्षेत्र में कार्यरत अग्रणी संस्थान 'द नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर द विजुअली हैंडीकैप्पड' भी शोध एवं विकासात्मक गतिविधियों में हिस्सा ले रहा है। इसने दृष्टिबाधितों के लिए कई लाभदायक उपकरण एवं तकनीक विकसित की हैं।

15 अक्टूबर 2024 : विश्व ग्रामीण महिला दिवस/राष्ट्रीय महिला किसान दिवस

विश्व ग्रामीण महिला दिवस

International Day Of Rural Woman


राष्ट्रीय महिला किसान दिवस

National Women Farmer's Day

आज का दिन : 15 अक्टूबर 2024

international-day-of-rural-woman
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 18 दिसंबर, 2007 को प्रस्ताव पारित करके 'विश्व ग्रामीण महिला दिवस' मनाने का निर्णय लिया था।
  • सर्वप्रथम विश्व ग्रामीण महिला दिवस 15 अक्टूबर, 2008 को मनाया गया।
  • जबकि भारत में 15 अक्टूबर को ही राष्ट्रीय महिला किसान दिवस मनाया जाता है। केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा सन् 2016 में यह दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था। राष्ट्रीय महिला किसान दिवस को मनाने का उद्देश्य कृषि के क्षेत्र में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी को बढ़ाना है।
  • विश्व ग्रामीण महिला दिवस मनाने का उद्देश्य ग्रामीण स्तर पर महिलाओं के विकासात्मक योगदान को रेखांकित करने के साथ ही उन्हें सशक्त बनाना है।
  • संयुक्त राष्ट्र के अनुसार यदि ग्रामीण महिला सशक्त है तो वह अपने पूरे परिवार को स्वयं सशक्त बना सकती है, इससे गरीबी, भुखमरी, खाद्य सुरक्षा जैसे सतत विकास के लक्ष्यों को बेहतर रूप से प्राप्त किया जा सकता है। साथ ही महिला अधिकारों को लागू करने में सहायता मिल सकती है।
  • संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार दुनिया में एक तिहाई ग्रामीण महिलाएं हैं, जो कृषि, मजदूरी व व्यवसाय से जुड़ी हैं। 20 प्रतिशत से भी कम महिलाएं जमीन की मालिक हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में पुरुषों के मुकाबले 40 प्रतिशत कम मेहनताना पाती हैं।  यूएन का मानना है कि वर्ष 2025 तक श्रम बल भागीदारी में लिंगभेद को 25 प्रतिशत तक कम करने से सकल वैश्विक घरेलू उत्पाद में 3.9 प्रतिशत की वृद्धि की जा सकती है।
  • भारत सरकार ने भी ग्रामीण महिलाओं के उत्थान के कई योजनाएं संचालित की हुई हैं। इनमें से एक है- आनंदधारा योजना। इस योजना की शुरुआत सन् 2012 में की गई। इसका क्रियान्वयन महिला सहायता समूहों द्वारा किया जाता है। यह गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम है। दूसरी योजना है- प्रधानमंत्री उज्जवला योजना। इस योजना की शुरुआत 1 मई, 2016 को हुई। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत गरीब महिलाओं को मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाया जाता है।

*विश्व ग्रामीण महिला दिवस-2024 का विषय/थीम* 

Rural Women Sustaining Nature for Our Collective Future

 

सोमवार, 14 अक्तूबर 2024

14 अक्टूबर 2024 : विश्व मानक दिवस

विश्व मानक दिवस

World Standards Day

आज का दिन : 14 अक्टूबर 2024

world-standards-day-in-hindi
  • सन् 1970 से प्रतिवर्ष 14 अक्टूबर को विश्व मानक दिवस मनाया जा रहा है। 
  • विश्व मानक दिवस मनाने का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय मानकों के रूप में प्रकाशित स्वैच्छिक तकनीकी सहमतियां बनाने वाले विशेषज्ञों के पारस्परिक तथा सहयोगपूर्ण प्रयासों को सम्मान देना है। इसके साथ ही वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के लिए मानकीकरण की आवश्यकता के प्रति जागरूकता फैलाना है।
  • अंतरराष्ट्रीय विद्युत तकनीकी आयोग (आईईसी), अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (आईएसओ) और अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) की ओर से विश्व मानक दिवस मनाया जाता है।
  • आईएसओ का मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जिनेवा में है।
  • वर्ल्ड स्टैंडर्ड कॉरपोरेशन की स्थापना सन् 2001 में की गई।
  • मानक की परिभाषा के अनुसार, किसी मानक का तात्पर्य ऐसे दस्तावेज से है जो अपेक्षताओं, विशिष्टताओं, मार्ग-निर्देशों अथवा विशेषताओं की जानकारी उपलब्ध कराता है जिसे निरंतर यह सुनिश्चित करने के उपयोग किया जा सकता है कि कोई सामग्री, उत्पाद, प्रक्रिया अथवा सेवा अपने उद्देश्य के लिए परिपूर्ण है।
  • मानकीकरण द्वारा वस्तुओं का एक मानक स्तर स्थापित किया जाता है, जो शोषण, मूल्य एवं वस्तुओं की गुणवत्ता आदि पर अंकुश लगाता है।
  • भारत में 'भारतीय मानक ब्यूरो' की स्थापना सन् 1947 में हुई। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। पूर्व में इसका नाम 'भारतीय मानक संस्थान' था। यह संस्था भारत में राष्ट्रीय मानक निर्धारित करती है।
  • भारत सरकार ने भारतीय मानक ब्यूरो को मानकीकरण और प्रमाणन की इसकी मुख्य गतिविधियों के माध्यम से देश में एक मजबूत गुणवत्ता वाला परितंत्र बनाने का काम सौंपा है। इसके तहत देश में मानक क्लब स्थापित किए जा रहे हैं। वर्ष 2023 तक 7000 से ज्यादा क्लब स्थापित किए जा चुके थे। इन क्लबों में कम उम्र में ही छात्रों को मानकीकरण और गुणवत्ता की अवधारणाएं बताई जा रही हैं। प्रत्येक मानक क्लब में एक विज्ञान शिक्षक इसके सलाहकार के रूप में और इसके सदस्यों के रूप में कम से कम 15 छात्र शामिल होते हैं।
  • भारतीय मानक ब्यूरो एगमार्क तथा आईएसआई चिह्नों द्वारा उपभोक्ताओं को वस्तुओं के उपयोग एवं सुरक्षा का आश्वासन देती है। एगमार्क कृषि उत्पादों पर मानक स्थापित करता है और आई.आई.एस. औद्योगिक एवं उपभोक्ता वस्तुओं पर मानक स्थापित करता है। हॉलमार्क सोने के आभूषणों की शुद्धता निर्धारित करता है।

संस्थाओं के अंग्रेजी नाम

  • आईईसी : अंतरराष्ट्रीय विद्युत तकनीकी आयोग (IEC -International Electrotechnical Commission), आईएसओ : अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (ISO-International Organization for Standardization) और आईटीयू : अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU-International Telecommunication Union)

*विश्व मानक दिवस-2024 का विषय/थीम*

 “Shared Vision for a Better World – Standards for Sustainable Development Goals”

रविवार, 13 अक्तूबर 2024

13 अक्टूबर 2024 : अंतरराष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस

अंतरराष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस
(International Day for Disaster Risk Reduction)

आज का दिन : 13 अक्टूबर 2024


international-day-for-disaster-risk-reduction-in-hindi
अंतरराष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस-2024 थीम
Empowering the next generation for a resilient future

  • प्रतिवर्ष 13 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस मनाया जाता है।
  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से पहला अंतरराष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस वर्ष 1989 में मनाया गया था। 
  • अंतरराष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस को मनाने का उद्देश्य आपदाओं से होने वाले खतरे को कम से कम करने के साथ ही सरकारों और लोगों को इसके प्रति जागरूक करना है। 
  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से वर्ष 2015 में जापान के सेंदाई शहर में आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर तीसरे विश्व सम्मेलन का आयोजन किया गया था। सदस्य राज्यों को आपदा के जोखिम से राहत दिलाने वाला सेंदाई फ्रेमवर्क 2015-2030 पहला बड़ा समझौता था। सेंदाई फ्रेमवर्क 2030 से जुड़े अन्य एजेंडा समझौतों के साथ काम करता है, जिनमें जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौता, विकास के लिए वित्त पोषण पर अदीस अबाबा एक्शन एजेंडा, नया शहरी एजेंडा और अंतत: सतत विकास लक्ष्य यानी एसडीजी शामिल हैं।
  • देश में प्राकृतिक तथा मानव जनित आपदाओं द्वारा होने वाले विनाश तथा हानि की रोकथाम के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के द्वारा 'राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण' का गठन 27 सितंबर 2006 को किया गया। प्रधानंमत्री इसके अध्यक्ष होते हैं। आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 8 के तहत राष्ट्रीय कार्यकारी समिति का गठन किया गया है। इसके अलावा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल का गठन किया गया है। देश में राज्य और जिला स्तर पर भी आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का गठन किया गया है।
  • 1 जून, 2016 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजना जारी की थी। यह देश में जारी इस तरह की पहली राष्ट्रीय योजना थी। योजना को आपदा जोखिम घटाने के लिए सेंदाई फ्रेमवर्क के लक्ष्यों और प्राथमिकताओं से जोड़ा गया है। 

*अंतरराष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस-2024 का विषय/थीम*

Empowering the next generation for a resilient future


मंगलवार, 8 अक्तूबर 2024

8 अक्टूबर 2024 : वायु सेना दिवस

वायु सेना दिवस 2024 की थीम और अन्य सम्पूर्ण जानकारी

(Air Force Day)

आज का दिन : 8 अक्टूबर 2024


  • प्रतिवर्ष 8 अक्टूबर को वायु सेना दिवस मनाया जाता है। 
  • 8 अक्टूबर, 1932 को भारतीय वायु सेना की स्थापना की गई थी। 8 अक्टूबर, 1932 को विधायिका ने भारतीय वायु सेना विधेयक पारित किया था।
  • द्वितीय विश्व युद्ध में अद्भुत पराक्रम के प्रदर्शन पर सम्मानस्वरूप मार्च, 1945 में वायु सेना को 'रॉयल' उपसर्ग दिया गया। इसके बाद भारतीय वायु सेना का नाम 'रॉयल इंडियन एयर फोर्स' हो गया।
  • सन् 1950 में हमारे गणतंत्र की स्थापना के बाद 'रॉयल इंडियन एयर फोर्स' से 'रॉयल' शब्द हटा दिया गया और पुन: इसका नाम 'भारतीय वायु सेना' हो गया।
  • वर्तमान में यानी वर्ष 2024 में एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह (एपी सिंह) वायु सेनाध्यक्ष हैं।

चेन्नई में होगा मुख्य समारोह

  • 8 अक्टूबर, 2024 को वायुसेना के 92वें स्थापना दिवस का मुख्य कार्यक्रम तमिलनाडु के चेन्नई स्थित एयरफोर्स स्टेशन तांबरम में होगा। परंपरागत रूप से वायुसेना दिवस की परेड और फ्लाई पास्ट राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर होती आई थी। लेकिन वर्ष 2022 से इसे देश के अन्य हिस्सों में आयोजित करना शुरू किया गया। वर्ष 2022 में चंडीगढ़ की सुखना झील पर और वर्ष 2023 में प्रयागराज में संगम पर वायु सेना दिवस समारोह का आयोजन किया गया था।
  • 6 अक्टूबर, 2024 को चेन्नई के मरीना बीच पर भारतीय वायुसेना की ओर से एयर शो का आयोजन किया गया। 

भारतीय वायु सेना का नया ध्वज

  • 8 अक्टूबर, 2023 को तत्कालीन वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेकराम चौधरी प्रयागराज में वायु सेना दिवस समारोह में नए वायुसेना ध्वज का अनावरण किया था। इस नए ध्वज में शीर्ष पर राष्ट्रीय प्रतीक अशोक सिंह और उसके नीचे देवनागरी लिपि में सत्यमेव जयते लिखा है। अशोक सिंह के नीचे पंख फैलाए हिमालयी ईगल है। इस ईगल को हल्के नीले रंग का वलय घेरे हुए है। इस पर भारतीय वायु सेना लिखा है। हिमालयी ईगल के नीचे सुनहरे अक्षरों में वायुसेना का आदर्श वाक्य 'नभ: स्पृशं दीप्तम्' अंकित है।
  • वर्ष 1951 में वायुसेना का ध्वज बनाया गया था। अब इसे मध्य वायु कमान के संग्रहालय में सुरक्षित रखा जाएगा।

1 अप्रेल, 1933 को हुआ था पहले हवाई दस्ते का गठन

  • भारतीय वायु सेना के पहले हवाई दस्ते का गठन 1 अप्रेल, 1933 को हुआ। 
  • वर्तमान में भारतीय वायु सेना की पांच कमान हैं- 
  • 1. पश्चिमी वायु कमान, दिल्ली
  • 2. केंद्रीय वायु कमान, प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)
  • 3. पूर्वी वायु कमान, शिलांग (मेघालय)
  • 4. दक्षिण-पश्चिमी वायु कमान, जोधपुर (राजस्थान)
  • 5. दक्षिणी वायु कमान, तिरुवनंतपुरम (केरल)
  • इसके अलावा प्रशिक्षण कमान और अनुरक्षण कमान भी कार्यरत हैं।
  • भारतीय वायु सेना में सर्वोच्च पद एयर चीफ मार्शल है। अब तक परंपरा रही है कि एक समय में एक ही एयर चीफ मार्शल सेवा में होता है।
  • भारतीय वायु सेना का आदर्श वाक्य 'नभ:स्पृशं दीप्तम्' है। यह श्रीमद्भगवद् गीता के 11वें अध्याय के 24वें श्लोक से लिया गया है। इसका अर्थ है- वैभव के साथ आकाश को छूना।
  • सन् 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान वायु सेना ने 'सफेद सागर' नाम से रक्षा अभियान चलाकर शत्रु सेना की धज्जियां उड़ाई थीं।
  • भारतीय वायु सेना के इतिहास में अब तक 'मार्शल' के पद से सम्मानित अर्जन सिंह एकमात्र पांच-सितारा रैंक के अधिकारी हैं। यह पद थल सेना के 'फील्ड मार्शल' के समकक्ष है।

भारतीय वायु सेना की कमीशंड रैंक

  • एयर चीफ मार्शल
  • एयर मार्शल
  • एयर वाइस मार्शल
  • एयर कमोडोर
  • ग्रुप कैप्टन
  • विंग कमांडर
  • स्क्वॉड्रन लीडर
  • फ्लाइट लेफ्टिनेंट
  • फ्लाइंग ऑफिसर

भारतीय वायु सेना से जुड़े प्रमुख सैन्य अभ्यास

  • आयरन फिस्ट : भारतीय वायु सेना का राजस्थान में आयोजित युद्धाभ्यास।
  • प्रलय : उत्तर-पूर्व में भारतीय वायु सेना व थल सेना का संयुक्त सैन्य अभ्यास।
  • रेडफ्लैग : भारत और अमेरिका की वायु सेना का अमेरिका के नवादा में आयोजित संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास।

जय हिंद    जय हिंद की सेना

 

*वायु सेना दिवस-2024 का विषय/थीम*
भारतीय वायु सेना - सक्षम, सशक्त, आत्मनिर्भर


सोमवार, 7 अक्तूबर 2024

अक्टूबर का प्रथम सोमवार : विश्व आवास दिवस-2024

विश्व आवास दिवस-2024

(World Habitat Day-2024)

आज का दिन : अक्टूबर का प्रथम सोमवार

  • प्रतिवर्ष अक्टूबर माह के प्रथम सोमवार को 'विश्व आवास दिवस' को मनाया जाता है। वर्ष 2024 में विश्व आवास दिवस 7 अक्टूबर को मनाया जा रहा है।
  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से पहली बार विश्व आवास दिवस सन् 1986 में मनाया गया था।
  • 'विश्व आवास दिवस' को 'विश्व पर्यावास दिवस' भी कहा जाता है।
  • विश्व आवास दिवस को मनाने के पीछे संयुक्त राष्ट्र का उद्देश्य दुनिया भर के लोगों को आवास उपलब्ध करवाना और सदस्य देशों में लोगों के विकास की नीतियों को बढ़ावा देना है। 
  • यूएन-हैबीटाट के अनुसार दुनिया में बढ़ रही असमानता के पीछे तीन सी मुख्य कारण हैं- COVID-19, climate and conflict. कोविड महामारी ने लोगों की कमर तोड़ और उन्हें पीछे धकेल दिया, वहीं जलवायु परिवर्तन और संघर्ष भी दुनिया में नए गरीब पैदा कर रहे हैं। महामारी पर दुनिया ने लगभग विजय पा ली है। अब असमानता खत्म करने के लिए जलवायु परिवर्तन और आपसी संघर्ष से निपटना जरूरी है। 
  • यूएन-हैबीटाट की ओर से विश्व आवास दिवस-2024 के अंतरराष्ट्रीय अभियान के तहत मुख्य मेजबान देश मेक्सिको को बनाया गया है। इसके क्वेरेटारो शहर को मुख्य आयोजन के लिए चुना गया है।
  • वर्ष 2023 के लिए अजरबेजान के शहर बाकू में मुख्य आयोजन किया गया था।
  • वर्ष 2022 के लिए तुर्किए (तुर्की) के शहर बालिकेसिर में मुख्य आयोजन किया गया था।
  • वर्ष 2021 के लिए कैमरून के शहर याउंदे (योंडे) में मुख्य आयोजन किया गया था।
  • इसके साथ ही यूएन-हैबीटाट की ओर से प्रतिवर्ष शहरी स्थिरता पर अर्बन अक्टूबर का आयोजन करता है। महीने भर चलने वाली गतिविधियां इस 'अर्बन अक्टूबर' के आयोजित होती हैं। 2 अक्टूबर, 2024 को शुरू हुई अर्बन अक्टूबर की गतिविधियां 31 अक्टूबर, 2024 को वर्ल्ड सिटीज डे तक चलेंगी।

आवास स्क्रॉल ऑफ ऑनर

  • संयुक्त राष्ट्र के मानव बस्ती कार्यक्रम की ओर से सन् 1989 में 'आवास स्क्रॉल ऑफ ऑनर' पुरस्कार शुरू किया गया था।
  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से वर्ष 2024 के लिए UN-Habitat Scroll of Honour Award-2024 से सम्मानित संस्थाएं व व्यक्ति इस प्रकार हैं- 
  • Ville de Rabat, Kingdom of Morocco
  • Alcaldía de Santiago de Cali, Cali
  • Majlis Bandaraya Ipoh, Ipoh Perak
  • Allen Kong, Ocean Grove, Australia
  • David Satterthwaite, London, United Kingdom

*विश्व आवास दिवस-2024 का विषय/थीम*

Engaging youth to create a better urban future

7 अक्टूबर 2024 : विश्व कपास दिवस

विश्व कपास दिवस

(World Cotton Day)

आज का दिन : 7 अक्टूबर 2024

vishav-kapaas-diwas-2024
विश्व कपास दिवस 2024 की थीम : Cotton for Good
  • प्रतिवर्ष 7 अक्टूबर को विश्व कपास दिवस मनाया जाता है। 
  • प्रथम विश्व कपास दिवस 7 अक्टूबर, 2019 को मनाया गया। लेकिन संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 30 अगस्त, 2021 को 7 अक्टूबर को विश्व कपास दिवस के रूप में मनाने का संकल्प पारित किया था। इसलिए यह चौथा वर्ल्ड कॉटन डे है। कपास उत्पादक देशों सी-4 (बेनिन, बुर्कीना फासो, चाड और माली) ने विश्व व्यापार संगठन के सहयोग से पहले दो दिवस मनाए।
  • विश्व कपास दिवस को संयुक्त राष्ट्र, विश्व खाद्य संगठन, संयुक्त राष्ट्र व्यापार व विकास सम्मेलन (UNCTAD), विश्व व्यापार संगठन तथा अंतरराष्ट्रीय कपास सलाहकार समिति द्वारा मनाया जा रहा है। 
  • कपास उत्पादक देशों सी-4 (बेनिन, बुर्कीना फासो, चाड और माली) के प्रयासों से 7 से 11 अक्टूबर, 2019 तक जिनेवा में कपास समारोह का आयोजन किया गया था।
  • विश्व कपास दिवस मनाने का उद्देश्य कपास तथा इससे जुड़े लोगों को अवसर प्रदान करना तथा विकासशील देशों के लिए निजी सेक्टर तथा निवेशकों के बीच सहयोग बढ़ाना है।
  • संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार दुनिया के पांच महाद्वीपों के लगभग 80 देशों में कपास का उत्पादन किया जाता है। कपास की खेती में लगभग 32 मिलियन लोग/किसान शामिल हैं। इनमें से आधे से अधिक महिलाएं शामिल हैं। कपास से लगभग 100 मिलियन परिवार लाभाविन्त होते हैं।
  • भारत विश्व के सबसे बड़े कपास उत्पादक और उपभोक्ता देशों में शामिल है।
  • 'इंटरनेशनल कॉटन एडवाइजरी कमेटी' संयुक्त राष्ट्र और कपास उत्पादक देशों, उपभोक्ताओं और इसके व्यापार में जुटे राष्ट्रों का संगठन है। भारत के अंशुल शर्मा वर्ष 2021 में इस कमेटी के अध्यक्ष थे। वर्तमान यानी वर्ष 2024 में कोटे डी आइवर के एचईएम एली टूर इसके अध्यक्ष हैं।
  • विश्व कॉटन दिवस-2024 का मेजबान देश पश्चिमी अफ्रीकी देश बेनिन है, जहां 7 अक्टूबर, 2024 को मुख्य कार्यक्रम का आयोजन होगा।

भारत ने चला रखा है कपास प्रौद्योगिकी सहायता कार्यक्रम

  • भारत ने सन् 2012 से 2018 तक कपास प्रौद्योगिकी सहायता कार्यक्रम (टीएपी) संचालित किया था। इसमें छह अफ्रीकी देश (बेनिन, बुर्किना फासो, चाड, मालावी, नाइजीरिया और युगांडा) शामिल थे। 
  • तत्कालीन केन्द्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति जूबिन ईरानी ने जिनेवा में आयोजित कपास सम्मेलन में अफ्रीका के लिए कपास प्रौद्योगिकी सहायता कार्यक्रम (टीएपी) के दूसरे चरण की घोषणा की थी। दूसरा चरण पांच वर्षों का होगा। कार्यक्रम के कवरेज को विस्तार दिया जाएगा और इसमें पांच अन्य देशों-माली, घाना, टोगो, जाम्बिया और तन्जानिया को शामिल किया जाएगा। कपास प्रौद्योगिकी सहायता कार्यक्रम (टीएपी) में शामिल होने वाले देशों की संख्या 11 हो गई हैं। 
  • जिनेवा में आयोजित पहले विश्व कपास दिवस सम्मेलन में भारत के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता बुनकर पिट्टा रामुलु ने चरखे पर अपनी कला का प्रदर्शन किया था।
  • वर्ष 2020 में विश्व कपास दिवस के अवसर पर तत्कालीन केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने भारतीय कपास का पहला ब्रांड एवं लोगो लॉन्च किया था। विश्व कपास व्यापार में भारतीय कपास का ब्रांड नाम 'कस्तूरी कॉटन' रखा गया है। यह ब्रांड सफेदी, चमक, मृदुलता, शुद्धता, शुभ्रता, अनूठापन एवं भारतीयता का प्रतिनिधित्व करता है।

  • *विश्व कपास दिवस-2024 का विषय/थीम*

    Cotton for Good


    बुधवार, 2 अक्तूबर 2024

    2 अक्टूबर 2024 : अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस

    अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस
    International Day of Non-Violence

    आज का दिन : 2 अक्टूबर 2024

    • प्रतिवर्ष 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाया जाता है।
    • महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर को मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस सन् 2007 से मनाया जा रहा है।
    • अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाने का उद्देश्य सम्पूर्ण विश्व में शांति स्थापना करना और इसकी प्राप्ति के लिए अहिंसा का मार्ग अपनाना है।
    • 15 जून, 2007 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक प्रस्ताव पारित कर मोहनदास करमचंद गांधी यानी महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाने की घोषणा की थी। 140 से अधिक देश इस प्रस्ताव के सह-प्रस्तावक थे।
    • वर्ष 2018 में यूनेस्को ने #kindnessmatters अभियान शुरू किया था। अहिंसा के उद्देश्यों को फैलाने वाले इस अभियान से अब तक लगभग 51 लाख युवा जुड़ चुके हैं।
    • यह माना जाता है कि अहिंसा के नव सिद्धान्तों की रचना मोहनदास करमचंद गांधी और रूसी लेखक लियो टॉलस्टॉय ने मिलकर की।
    • महात्मा गांधी ने भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में 'अहिंसा और सत्याग्रह' को एक अस्त्र के रूप में प्रयोग करके देश को आजादी दिलाई।
    • 15 जून, 2007 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा पारित संकल्प में कहा गया कि 'शिक्षा के माध्यम से जनता के बीच अहिंसा का व्यापक प्रसार किया जाएगा।' संकल्प यह भी पुष्ट करता है कि 'अहिंसा के सिद्धांत की सार्वभौमिक प्रासंगिकता एवं शांति, सहिष्णुता तथा संस्कृति को अहिंसा द्वारा सुरक्षित रखा जाए।'

    मंगलवार, 1 अक्तूबर 2024

    1 अक्टूबर 2024 : राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस

    राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस

    National Voluntary Blood Donation Day

    आज का दिन : 1 अक्टूबर 2024

    • देश में सन् 1975 से 1 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस मनाया जा रहा है।
    • राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूक करना है।
    • वर्तमान में इसे इंडियन सोसायटी ऑफ ब्लड ट्रॉसफ्यूजन एण्ड इम्यूनोहैमेटोलॉजी, राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन और भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा मनाया जाता है।
    • इंडियन सोसायटी ऑफ ब्लड ट्रॉसफ्यूजन एण्ड इम्यूनोहैमेटोलॉजी की स्थापना 22 अक्टूबर 1971 में डॉ. जे.जी.जौली और मिसीज के. स्वरुप क्रिसेन ने की।
    • विश्व स्तर पर सन् 2004 से विश्व रक्तदाता दिवस प्रतिवर्ष 14 जून को मनाया जा रहा है।
    • वर्तमान समय में जरूरतमंद रोगियों को रक्त की तत्काल जरूरत को पूरा करने के लिए स्वैच्छिक रक्तदान के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्वैच्छिक रक्तदान दिवस की अत्यधिक आवश्यकता है।
    • औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 के अनुसार रक्तदाताओं के लिए निम्न मानदंड तय किए गए हैं-रक्तदाता की उम्र 18-60 के बीच में होनी चाहिए, वजन कम से कम 45 या इससे अधिक होना चाहिए, नाड़ी दर रेंज 60 से 100/मिनट होने के साथ ही बी.पी. सामान्य हो। एचबी 12.5 ग्राम/100 एमएल और शरीर का तापमान 37.5 डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक नहीं होना चाहिये।
    • एक अध्ययन के अनुसार स्वैच्छिक रक्त दाताओं के रूप में त्रिपुरा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र सबसे आगे हैं। वर्ष 2021 के आंकड़ों के अनुसार भारत को हर साल 1.5 करोड़ यूनिट रक्त की आवश्यकता है।
    आओ रक्तदान करें

    1 अक्टूबर 2024 : अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस

    अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस

    (International Day of Older Persons)

    (आज का दिन : 1 अक्टूबर 2024)

     

    antarrashtriya-virdhajan-diwas-2024
    अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस 2024 थीम
    Ageing with Dignity: The Importance of Strengthening
    Care and Support Systems for Older Persons Worldwide

    • अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस प्रतिवर्ष 1 अक्टूबर को मनाया जाता है।
    • अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस को अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस/अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस/विश्व प्रौढ़ दिवस भी कह सकते हैं।
    • पहली बार अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस सन् 1991 में मनाया गया। संयुक्त राष्ट्र ने 14 दिसंबर, 1990 को अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाने का निर्णय लिया था।
    • अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस हमें बुजुर्गों के प्रति सम्मान एवं उनके संबंध में चिंतन करने का बोध कराता है। 
    • अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस 2024 के अवसर पर मुख्य समारोह 7 अक्टूबर, 2023 को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित किया जाएगा।
    • संयुक्त राष्ट्र वर्ष 2021-2030 को Decade of Healthy Ageing यानी 'स्वस्थ वृद्धावस्था दशक' के रूप में मना रहा है।
    • संयुक्त राष्ट्र की ओर से वर्ष 1999 को अंतर्राष्ट्रीय बुजुर्ग-वर्ष के रूप में मनाया गया था।
    • भारतीय संसद भी सन् 2007 में 'माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिक भरण-पोषण विधेयक' पारित कर चुकी है।
    • भारत ने स्पेन के मैड्रिड में वर्ष 2002 में आयोजित द्वितीय संयुक्त राष्ट्र महासभा की राजनीतिक घोषणा और मैड्रिड इंटरनेशनल प्लान ऑफ एक्शन ऑन एजिंग पर हस्ताक्षर किए हैं। 
    • भारत में 1 अक्टूबर, 2024 को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा एक माह तक अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिनमें शैक्षणिक संस्थान में शपथ ग्रहण समारोह और राष्ट्रीय वयोश्री शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा 24 अक्टूबर, 2024 को 'सुखद वृद्धावस्था का महोत्सव: जीवन की 60 वर्ष शुरुआत' शीर्षक से एक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 
    • संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक मामले विभाग के अनुसार वर्ष 2021 में दुनिया में 761 मिलियन से अधिक लोग 65 वर्ष से अधिक उम्र के हैं। वर्ष 2050 तक 1.6 बिलियन लोग 65 वर्ष से अधिक उम्र के होंगे। इसी के साथ दुनिया में 80 वर्ष की उम्र के लोगों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है।

    *अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस-2024 का विषय/थीम*

    Ageing with Dignity: The Importance of Strengthening Care and Support Systems for Older Persons Worldwide

    रविवार, 29 सितंबर 2024

    29 सितंबर 2024 : विश्व हृदय दिवस

    विश्व हृदय दिवस

    (World Heart Day)

    आज का दिन : 29 सितंबर 2024


    •  'वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन' प्रतिवर्ष 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाता है।
    • सन् 2000 से प्रतिवर्ष विश्व हृदय दिवस मनाया जा रहा है। वर्ष 2013 तक इस दिवस को सितंबर के अंतिम रविवार को मनाया जाता था। सन् 2014 से 29 सितंबर को यह दिवस मनाया जाने लगा है।
    • विश्व हृदय दिवस की मूल भावना यह है कि लोग हृदय की बीमारियों के प्रति सचेत रहें। वर्तमान जीवनशैली के चलते यह बीमारी बुजुर्गों ही नहीं युवाओं में भी फैल रही है। इसलिए इसके प्रति जागरुकता आवश्यक है।
    • हाल ही में हम कोविड-19 दौर से गुजरे हैं। परिस्थितियां कैसी भी हों, हमें हमारे हृदय की पहले से अधिक देखभाल की जरूरत है। वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन ने वर्ष 2024 के विश्व हृदय दिवस की थीम ‘Use Heart for Action’ रखी है और इसी थीम पर कैम्पेन चलाने का निर्णय लिया। 
    • विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार विश्व में हर साल लगभग 17.9 मिलियन लोगों की मौतों का मुख्य कारण हृदयघात और हृदय संबंधी बीमारियां हैं। यह दुनिया में प्रतिवर्ष होने वाली मौतों का 32 प्रतिशत है। दुनिया में हृदय संबंधी जटिलताओं के चलते होने वाली मौतों में से 75 प्रतिशत कम व मध्यम आय वाले देशों में होती हैं। हार्ट संबंधी बीमारियों से होने वाली मौतों में हृदयाघात यानी हार्ट अटैक और स्ट्रोक के कारण 85 प्रतिशत मौतें होती हैं।
    • विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने वर्ष 2025 तक गैर-संचारी रोगों (NCD) से 25 प्रतिशत तक समय पूर्व होने वाली मृत्यु को कम करने का लक्ष्य रखा है, जिनमें कॉर्डियोवस्क्यूलर रोगों यानी CVD का सबसे बड़ा अनुपात है।
    • वर्तमान समय में हार्टअटैक एक आम बीमारी बनती जा रही है। पहले यह माना जाता था कि इसका खतरा अधिक उम्र के लोगों को अधिक होता है, लेकिन अब यह बीमारी कम उम्र के युवाओं में भी आसानी से देखी जा सकती है।
    • डॉक्टर्स कार्डियोवास्क्युलर रोगों का जोखिम कम करने के लिए धूम्रपान छोडऩे, आदर्श वजन बरकरार रखने, नियमित रूप से व्यायाम करने, संतुलित भोजन करने व मद्यपान सीमित करने की सलाह देते हैं।

    29 सितंबर 2024 : अंतरराष्ट्रीय खाद्य हानि और अपशिष्ट न्यूनीकरण जागरुकता दिवस

    अंतरराष्ट्रीय खाद्य हानि और अपशिष्ट न्यूनीकरण जागरुकता दिवस

    (International Day of Awareness on Food Loss and Waste Reduction)

    आज का दिन : 29 सितंबर 2024


    • पहली बार 'अंतरराष्ट्रीय खाद्य हानि और अपशिष्ट न्यूनीकरण जागरुकता दिवस' 29 सितंबर, 2020 को मनाया गया।
    • संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 19 दिसंबर 2019 को 'अंतरराष्ट्रीय खाद्य हानि और अपशिष्ट न्यूनीकरण जागरुकता दिवस' मनाने का प्रस्ताव पारित किया। दो देशों अंडोरा और सैन मरीनो ने इस प्रस्ताव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
    • इस दिवस को मनाने का उद्देश्य खाद्य पदार्थों की हानि और भोजन की बर्बादी को रोकना है। अगर भोजन की इस बर्बादी को रोका जाए तो न केवल दुनिया में भूख से लडऩे में मदद मिलेगी, बल्कि इससे हम पर्यावरण भी बचा पाएंगे।
    • संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार 7 प्रतिशत ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन के लिए भोजन की बर्बादी है। साथ ही इससे दुनिया की 30 प्रतिशत कृषि भूमि से उपजी खाद्य फसलों का भी पूर्ण उपयोग नहीं हो पाता है। अगर हम भोजन को बेकार करते हैं तो हम इसके उपयोग में आए हुए पानी, भूमि, ऊर्जा, मानव संसाधन और पूंजी को बर्बाद करते हैं। इसलिए भोजन बचाना हमारी धरती के हित में है।
    • संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार विश्व के कुल खाद्यान्न उत्पादन का 14 प्रतिशत उत्पादन व बिक्री के दौरान बेकार हो जाता है।
    • संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2021 को 'फलों और सब्जियों का अंतरराष्ट्रीय वर्ष' के रूप में मनाया था।


    खाद्यान्न बर्बादी सूचकांक रिपोर्ट-2024

    • संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम और उसके सहयोगी संगठन डब्ल्यूआरएपी ने 27 मार्च, 2024 में जारी 'खाद्यान्न बर्बादी सूचकांक रिपोर्ट-2024' (Food Waste Index Report) जारी की थी।इसके अनुसार दुनिया में वर्ष 2022 में लगभग 1.05 बिलियन टन खाद्यान्न बेकार हुआ था। यह कुल खाद्यान्न उत्पादन का लगभग 19 प्रतिशत था।


    *अंतरराष्ट्रीय खाद्य हानि और अपशिष्ट न्यूनीकरण जागरुकता दिवस-2024 का विषय/थीम*

    Stop food loss and waste. For the people. For the Planet.

    शनिवार, 28 सितंबर 2024

    28 सितंबर 2024 : विश्व रेबीज दिवस

    विश्व रेबीज दिवस

    (World Rabies Day)

    आज का दिन : 28 सितंबर 2024

    विश्व रेबीज दिवस 2024 की थीम

    • प्रथम विश्व रेबीज दिवस 28 सितंबर, 2007 को मनाया गया था। 28 सितंबर, 2024 को 18वां विश्व रेबीज दिवस मनाया जा रहा है।
    • विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और ग्लोबल अलायंस फॉर रेबीज कंट्रोल की ओर यह दिवस मनाया जाता है। रेबीज के प्रथम टीके की खोज करने वाले फ्रांसीसी माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. लुई पाश्चर की पुण्य तिथि 28 सिंतबर को यह दिवस मनाया जाता है। डॉ. पाश्चर ने 1885 में रेबीज के टीके का सफल परीक्षण किया था। उन्होंने टीबी, डिप्थीरिया, टिटनेस, हैजा, प्लेग, टाइफाइड आदि बीमारियों के लिए भी टीके विकसित किए।
    • विश्व रेबीज दिवस मनाने का उद्देश्य इस घातक बीमारी के बारे में जागरुकता फैलाने एवं इसकी रोकथाम के प्रयासों को बढ़ावा देना है।
    • रेबीज जानवरों से फैलने वाली एक जूनोटिक बीमारी है। रेबीज वायरस के कारण दुनिया भर में हर साल हजारों मौतें होती हैं। डब्ल्यूएचओ ने वर्ष 2030 तक इस बीमारी को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है।
    • वर्ष 2007 में ही ग्लोबल अलायंस फॉर रेबीज कंट्रोल की स्थापना की गई थी। इसका मुख्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका के कंसास में है।

    रेबीज : एक वायरल संक्रमण

    • रेबीज एक वायरल संक्रमण है और इसके सामान्य वाहक कुत्ते, बिल्ली, बंदर जैसे जानवर हैं। इन जानवरों के काटने या खरोंचने के कारण रेबीज हो सकती है। भारत में 90 प्रतिशत मामलों में कुत्तों के काटने से रेबीज होती है। भारत में इसका इलाज राष्ट्रीय एकीकृत स्वास्थ्य पशु जन्य रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत किया जाता है। इसके तहत रोगियों को रेबीज-रोधी टीका और रेबीज-रोधी सीरम उपलब्ध करवाई जाती है। इस बीमारी से बचाव के लिए पालतू जानवरों का टीकाकरण किया जाना आवश्यक है।


    *विश्व रेबीज दिवस-2024 का विषय/थीम*

    Breaking the boundaries of rabies